आज भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखी गई, जिसका मुख्य कारण FPI (Foreign Portfolio Investors) के लिए SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) द्वारा जारी किए गए नए Disclosure नियम हैं। अगस्त 2023 में SEBI ने FPI के लिए एक सर्कुलर जारी किया था, जिसका पालन करने की आज आखिरी तारीख है। आइए जानते हैं इन नियमों और बाजार पर इसके असर के बारे में:
FPI Disclosure नियम क्या हैं?
अगस्त 2023 में SEBI ने एक सर्कुलर जारी किया, जिसमें कहा गया कि यदि कोई FPI किसी एक stock में 50% से अधिक हिस्सेदारी रखता है, या एक ही group में 50% से अधिक हिस्सेदारी रखता है, या उनका AUM (Assets Under Management) ₹25,000 करोड़ से अधिक है, तो उन्हें सभी end-users (अंतिम निवेशकों) की जानकारी regulator को प्रदान करनी होगी।
आज की अंतिम तारीख: क्यों है यह महत्वपूर्ण?
आज FPI के लिए इन नियमों का पालन करने का अंतिम दिन है। अगर कोई FPI इन नियमों का पालन नहीं करता है, तो उन्हें अपनी holdings को बेचने या अपनी स्थिति को nullify (निरस्त) करना पड़ेगा।
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छह महीने की अतिरिक्त छूट
यदि कोई FPI आज तक नियमों का पालन नहीं कर पाता है, तो उनके पास अगले छह महीने का समय होगा अपनी holdings बेचने के लिए। हालांकि, इस स्थिति में उन्हें sale value पर 5% penalty का सामना करना पड़ेगा।
बाजार पर असर: गिरावट क्यों?
आज के बाजार में देखी गई गिरावट का मुख्य कारण यह है कि कई FPI अपनी overexposure holdings को बेच रहे हैं, ताकि वे SEBI के नियमों का पालन कर सकें और penalty से बच सकें। इसी वजह से बाजार में तेज़ी से बिकवाली हुई है, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ा।
FPI द्वारा की जा रही बिक्री
बाजार में आज देखी गई बिक्री की वजह यह है कि कई FPI intraday में अपनी holdings को बेच रहे हैं। यह बेचने का मुख्य कारण SEBI के Disclosure नियम हैं, जिन्हें आज तक पूरा करना अनिवार्य है।
SEBI का सर्कुलर: FPI के लिए सख्त नियम
SEBI के इस सर्कुलर का मुख्य उद्देश्य FPI के निवेश और उनके अंतिम निवेशकों की जानकारी को ट्रांसपेरेंट बनाना है। पहले, ऐसे कई मामलों में अंतिम निवेशक की जानकारी नहीं मिल पाती थी, जिससे बाजार में पारदर्शिता की कमी होती थी।
नियमों का पालन न करने पर penalty
यदि कोई FPI इन नियमों का पालन नहीं करता और आज के बाद अपनी holdings बेचता है, तो उन्हें sale value पर 5% penalty देनी होगी। इस penalty का असर उनकी profit या loss पर नहीं, बल्कि सीधे sale value पर पड़ेगा।
बाजार में निवेशकों के लिए क्या संदेश है?
भले ही बाजार में आज की गिरावट FPI Disclosure नियमों के कारण हो रही है, लेकिन निवेशकों को panic करने की जरूरत नहीं है। यह गिरावट केवल उन FPI की बिक्री के कारण हो रही है, जो penalty से बचने के लिए अपनी holdings को बेच रहे हैं।
Dealers की राय: बाजार पर दबाव
बाजार के dealers का मानना है कि आज की गिरावट का मुख्य कारण FPI द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर बिकवाली है, जो SEBI के नियमों का पालन न करने की स्थिति में हो रही है। इससे बाजार में pressure बढ़ गया है, लेकिन यह कोई दीर्घकालिक समस्या नहीं है।
निवेशकों के लिए निष्कर्ष
SEBI के FPI Disclosure नियम बाजार में पारदर्शिता लाने के लिए लागू किए गए हैं। हालांकि, आज की गिरावट केवल नियमों का पालन करने से बचने की प्रक्रिया है। निवेशकों को इस स्थिति में धैर्य रखने और बाजार में panic से बचने की सलाह दी जाती है।
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डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।
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