गोल्ड (Gold) हमेशा से ही निवेशकों और खरीददारों के लिए एक आकर्षक विकल्प रहा है। खासकर शादियों के सीजन में सोने की कीमत (Gold Price) का उतार-चढ़ाव हर किसी का ध्यान खींचता है। हाल ही में, Goldman Sachs की रिपोर्ट ने गोल्ड मार्केट को लेकर एक महत्वपूर्ण भविष्यवाणी की है।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि गोल्ड की कीमतें क्यों बढ़ेंगी, इसका भारतीय बाजार पर क्या असर होगा, और विशेषज्ञों की राय क्या कहती है।
Goldman Sachs की Gold Price Forecast 2025
Goldman Sachs की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 के अंत तक ग्लोबल मार्केट (Global Market) में गोल्ड की कीमतें मौजूदा स्तर से 19% बढ़कर $2,350 प्रति औंस तक पहुंच सकती हैं।
कीमत बढ़ने के प्रमुख कारण:
- Geopolitical Tensions: दुनियाभर में युद्ध और राजनीतिक तनाव बढ़ने से गोल्ड को सुरक्षित निवेश (Safe Haven Investment) माना जा रहा है।
- Central Banks की खरीदारी: कई देशों के केंद्रीय बैंक (Central Banks) अपने गोल्ड रिजर्व को बढ़ा रहे हैं।
- Economic Uncertainty: अमेरिकी अर्थव्यवस्था (US Economy) में स्थिरता को लेकर चिंता बनी हुई है।
Gold Prices का Indian Market पर असर
भारत में गोल्ड की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार (International Market) के आधार पर तय होती हैं। लेकिन इसमें 6% Import Duty और 3% GST जुड़ने से घरेलू बाजार में कीमतें और बढ़ जाती हैं।
Goldman Sachs का अनुमान:
- 2025 के अंत तक भारतीय बाजार में 24 कैरेट गोल्ड की कीमत ₹92,730 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है।
- फिलहाल, MCX पर सोने का भाव ₹74,470 प्रति 10 ग्राम है।
कैसे तय होती है भारत में Gold की कीमत?
- Global Rates: अंतरराष्ट्रीय बाजार के भाव को आधार बनाया जाता है।
- Import Duty: सरकार द्वारा लगाई गई 6% आयात शुल्क।
- GST: ज्वेलरी खरीदने पर 3% GST लगता है।
अन्य विशेषज्ञों की राय
UBS की रिपोर्ट:
Goldman Sachs की तरह, UBS भी मानता है कि 2025 तक गोल्ड की कीमतों में तेजी का रुख बना रहेगा। उनका अनुमान है कि 2024 के अंत तक गोल्ड $2,700 प्रति औंस तक पहुंच सकता है।
Fitch Solutions का अनुमान:
इसके विपरीत, Fitch Solutions की इकाई BMI का मानना है कि 2025 में गोल्ड की कीमतों में गिरावट हो सकती है।
- वजह: ब्याज दरों (Interest Rates) में कटौती, अमेरिकी डॉलर (US Dollar) की मजबूती, और US Economy में सुधार।
- BMI ने 2024 के लिए गोल्ड का औसत अनुमान $1,975 प्रति औंस रखा है।
Ajay Kedia की सलाह:
Kedia Advisory के डायरेक्टर अजय केडिया के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में सोने की कीमतों में तेजी देखी गई, लेकिन दूसरी छमाही में कुछ नरमी आ सकती है।
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क्या करें निवेशक?
- Short-Term vs Long-Term: शॉर्ट-टर्म में कुछ गिरावट देखने को मिल सकती है, लेकिन लंबी अवधि (Long-Term) में कीमतें बढ़ने की संभावना है।
- Safe Haven Investment: गोल्ड को वैश्विक अस्थिरता और महंगाई के खिलाफ एक मजबूत विकल्प माना जा रहा है।
- Diversify Portfolio: निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में गोल्ड को शामिल करना चाहिए।
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निष्कर्ष:
Goldman Sachs और UBS जैसे ग्लोबल इन्वेस्टमेंट बैंक्स का मानना है कि 2025 तक गोल्ड की कीमतों में जोरदार बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। हालांकि, Fitch Solutions जैसे विशेषज्ञ इसके उलट राय रखते हैं।
भारतीय बाजार में गोल्ड की कीमतें ग्लोबल ट्रेंड्स, इंपोर्ट ड्यूटी, और GST पर निर्भर करती हैं। अगर आप निवेश करने की सोच रहे हैं, तो मौजूदा ग्लोबल ट्रेंड्स और विशेषज्ञों की सलाह को ध्यान में रखते हुए ही कदम उठाएं।
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डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।
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