India-Pakistan War: Operation Sindoor के तहत भारत ने 1971 के बाद पाकिस्तान में सबसे गहरा हमला किया है, जिसे भारत ने “precise” और “restrained” military action बताया है। इस ऑपरेशन में केवल terror camps को निशाना बनाने का दावा किया गया है, जबकि पाकिस्तान का कहना है कि नुकसान इससे कहीं अधिक हुआ है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और गहरा गया है।
इस अनिश्चितता के माहौल में निवेशकों के मन में सबसे बड़ा सवाल यही है—अब कहां निवेश करें?
Analysts का क्या कहना है?
ज़्यादातर market analysts का मानना है कि यह full-scale war में नहीं बदलेगा। Bernstein के Venugopal Garre ने कहा कि इस तरह की geopolitical घटनाओं के समय market गिरते हैं, लेकिन बाद में rebound करते हैं। इसलिए अगर बाजार गिरे, तो उसे buying opportunity समझें।
Kotak Mahindra के Nilesh Shah ने बताया कि इस संघर्ष के दौरान भी foreign investors ने भारी मात्रा में buying की है। domestic inflows भी मजबूत बने हुए हैं, जिससे बाजार ने stability दिखाई है।
युद्ध के दौर में कहां करें निवेश?
Geopolitical tensions जैसे India-Pakistan conflict, traditional investments के लिए uncertainty और risk बढ़ा देते हैं। ऐसे में alternative assets में निवेश करना ज़्यादा समझदारी भरा हो सकता है। नीचे कुछ ऐसे विकल्प दिए गए हैं जो बाजार की volatility के समय में wealth protect करने में मदद कर सकते हैं:
1. Gold और Precious Metals
Gold को हमेशा से ही safe-haven asset माना गया है। युद्ध या अनिश्चितता के समय यह value preserve करता है।
निवेश विकल्प: Physical gold, Gold ETFs, और sovereign gold bonds।
2. Commodities
Oil, natural gas, और agricultural commodities ऐसे assets हैं जो geopolitical uncertainty के समय अच्छी performance देते हैं।
लाभ: Inflation hedge और diversification का फायदा।
3. Government Bonds
Stable देशों के Government bonds युद्ध के समय सबसे safe instruments माने जाते हैं।
फायदा: Fixed interest और capital protection।
सुझाव: Short-term bonds चुनें ताकि long-term volatility से बच सकें।
4. Cryptocurrencies
Bitcoin जैसे digital assets अब geopolitical risk hedge के रूप में देखे जा रहे हैं।
ध्यान देने योग्य: यह assets high-risk होते हैं, लेकिन currency devaluation और instability से बचने में मदद कर सकते हैं।
5. Hedge Funds
ये funds बाजार की दिशा से independent strategies अपनाते हैं, जैसे short-selling, derivatives, आदि।
लक्ष्य: Volatile market में भी consistent return देना।
6. Liquidity Management
आपके portfolio का एक हिस्सा हमेशा liquid होना चाहिए ताकि emergency में काम आए और बाजार गिरने पर सस्ते में अच्छे stocks खरीदे जा सकें।
निष्कर्ष
India-Pakistan के बीच चल रहे युद्ध जैसे हालातों में panic करने की बजाय strategic investing ज़रूरी है। ऐसे समय में traditional stocks से हटकर alternative assets में diversification करना समझदारी है। हालांकि market फिलहाल stable है, लेकिन अगर गिरावट आती है, तो उसे long-term opportunity की तरह देखना चाहिए।
📌 याद रखें: Crisis के समय सही planning ही असली profit दिला सकती है।
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Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें।

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