India Smartphone Export: भारत ने स्मार्टफोन निर्यात में एक बड़ा मील का पत्थर हासिल किया है। पहली बार, देश का मासिक स्मार्टफोन निर्यात 20,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया। नवंबर 2024 में भारत ने 20,395 करोड़ रुपये के स्मार्टफोन का निर्यात किया, जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 92% अधिक है। 2023 के नवंबर में यह आंकड़ा 10,634 करोड़ रुपये था।
Apple और Samsung की अगुवाई
भारत से स्मार्टफोन के निर्यात में Apple iPhone सबसे आगे रहा। उसके बाद दक्षिण कोरिया की दिग्गज कंपनी Samsung का स्थान है। नवंबर के निर्यात में इन दोनों कंपनियों की हिस्सेदारी सबसे अधिक रही। हालांकि, खबर लिखे जाने तक Apple Inc. और Samsung India की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया।
Apple ने अपने तीन वेंडर्स की मदद से नवंबर में रिकॉर्ड 14,000 करोड़ रुपये मूल्य के iPhones का निर्यात किया। अक्टूबर 2024 में 12,000 करोड़ रुपये के निर्यात के बाद यह Apple का अब तक का सबसे बड़ा मासिक निर्यात है।
PLI योजना और iPhone उत्पादन
Apple ने नवंबर में अपने भारत स्थित उत्पादन का 80% से अधिक हिस्सा निर्यात किया। यह कंपनी की Production Linked Incentive (PLI) योजना के तहत की गई प्रतिबद्धता से भी अधिक है। PLI योजना के अनुसार, Apple को वित्त वर्ष 2025 में अपने उत्पादन का 70-75% निर्यात करना था, लेकिन कंपनी ने इसे पहले ही पार कर लिया है।
तमिलनाडु और कर्नाटक फैक्ट्रियों का बड़ा योगदान
भारत में iPhones के उत्पादन और निर्यात में सबसे बड़ा योगदान Foxconn की तमिलनाडु फैक्ट्री का रहा। इसके बाद Tata Electronics की कर्नाटक में स्थित फैक्ट्री और फिर Pegatron का स्थान है। इन तीन वेंडर्स ने मिलकर Apple के निर्यात में अहम भूमिका निभाई।
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Samsung और भारतीय कंपनियों का योगदान
Apple के अलावा, Samsung और अन्य भारतीय स्मार्टफोन निर्माताओं ने भी निर्यात बढ़ाने में योगदान दिया है। हालांकि, Apple की हिस्सेदारी सबसे अधिक रही, लेकिन Samsung ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
PLI योजना: सफलता की नई इबारत
स्मार्टफोन निर्यात में हुई इस बढ़ोतरी के पीछे सबसे बड़ा हाथ PLI योजना का है। 2019 में भारत की कुल निर्यात सूची में स्मार्टफोन 23वें स्थान पर था। आज यह देश की तीसरी सबसे बड़ी निर्यात वस्तु बन चुका है। PLI योजना के कारण भारत का कुल इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात भी तेजी से बढ़ा है।
इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात में भारत की छलांग
2019 में भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात को कुल निर्यात सूची में 7वां स्थान मिला था। आज यह तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। स्मार्टफोन उद्योग ने देश के इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात को नई ऊंचाई तक पहुंचाया है।
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उद्योग का योगदान और रोजगार सृजन
इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (ICEA) द्वारा अक्टूबर 2024 में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, PLI योजना के तहत उद्योग ने 2021 से 2024 के बीच कुल 5,800 करोड़ रुपये का प्रोत्साहन प्राप्त किया। इसके विपरीत, स्मार्टफोन निर्माताओं ने मोबाइल कंपोनेंट्स पर GST और शुल्क के रूप में सरकार को 1.1 लाख करोड़ रुपये का योगदान दिया।
PLI योजना ने 3 लाख प्रत्यक्ष और 6 लाख अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित किए हैं। इनमें से अधिकांश नौकरियां पहली बार काम करने वाली युवा महिलाओं को मिली हैं।
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आंकड़े जो बताते हैं सफलता की कहानी
PLI योजना लागू होने के बाद, भारत ने पिछले चार वर्षों में 2.87 लाख करोड़ रुपये मूल्य के स्मार्टफोन का निर्यात किया है। 2024 में नवंबर के दौरान 20,000 करोड़ रुपये के मासिक निर्यात ने यह साबित कर दिया कि भारत वैश्विक स्मार्टफोन बाजार में एक मजबूत खिलाड़ी बन चुका है।
निष्कर्ष
भारत का स्मार्टफोन उद्योग तेज रफ्तार से बढ़ रहा है। PLI योजना और बड़े खिलाड़ियों जैसे Apple और Samsung की भागीदारी ने निर्यात को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। स्मार्टफोन अब न केवल भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात का केंद्र बिंदु बन चुका है, बल्कि यह भारत की वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स सप्लाई चेन में एक अहम भूमिका निभा रहा है। यह उपलब्धि भारत की उत्पादन क्षमता, सही नीतियों और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने की ताकत को दर्शाती है।
“भारत अब न केवल स्मार्टफोन का उपभोक्ता है, बल्कि वैश्विक स्तर पर प्रमुख सप्लायर भी बन चुका है।”
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