IT Stocks: खरीदें या नहीं? JPMorgan और Macquarie की राय 2025

IT Stocks: भारतीय आईटी कंपनियों जैसे Wipro, Infosys, HCL Technologies, Tech Mahindra और Tata Consultancy Services (TCS) के शेयरों में शुक्रवार को गिरावट देखी गई। Nifty IT Index शुरुआती ट्रेडिंग में 2% तक गिरा, जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ गई।

IT Stocks पर JPMorgan और Macquarie की रणनीति

JPMorgan: गिरावट का इंतजार करें, अभी खरीदारी न करें

  • JPMorgan का मानना है कि कंपनियों की conservative guidance के कारण आईटी शेयरों में और गिरावट आ सकती है।
  • इसके अनुसार, Infosys, TCS, और HCLTech के लिए FY26 में कोई ग्रोथ नहीं होगी, और मार्जिन में भी सुधार की संभावना नहीं है।
  • FY27 के लिए EPS (Earnings Per Share) में 9-11% तक की कटौती संभव है, जिससे TCS में 7%, Infosys में 6% और HCLTech में 14% तक का नुकसान हो सकता है।
  • Mid-Cap IT कंपनियों जैसे Coforge और Persistent Systems के लिए EPS में 10-15% की कटौती हो सकती है, जिससे Coforge में 13% और Persistent Systems में 25% तक गिरावट आ सकती है।
  • JPMorgan का कहना है कि अभी आईटी स्टॉक्स खरीदने से बचें और बेहतर एंट्री पॉइंट का इंतजार करें

Macquarie: गिरावट को खरीदारी का मौका समझें

  • Macquarie का मानना है कि बाजार की मौजूदा गिरावट अति-प्रतिक्रिया (Overreaction) है।
  • लॉन्ग टर्म निवेशकों को इस गिरावट को खरीदारी का मौका मानना चाहिए
  • इससे पहले भी IT सेक्टर में गिरावट के बाद अच्छी रिकवरी देखी गई है, और आगे भी यही ट्रेंड जारी रह सकता है।

Bernstein: Infosys और Mid-Cap IT कंपनियों पर नजर रखें

  • Bernstein के अनुसार, Infosys बड़ी कंपनियों में सबसे बेहतर विकल्प है, क्योंकि यह डिस्क्रीशनरी आईटी खर्च में बढ़ोतरी और मार्जिन सुधार का लाभ उठा सकती है।
  • Mid-Cap IT कंपनियों में Coforge और Persistent Systems को प्राथमिकता दी गई है, क्योंकि इनका ऑर्डर बुक मजबूत है और यह मजबूत ग्रोथ मोमेंटम बनाए रख सकती हैं।

आईटी सेक्टर में आगे क्या हो सकता है?

  • Bernstein ने चेतावनी दी है कि अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump द्वारा 60 देशों पर Reciprocal Tariffs लगाने से भारतीय आईटी कंपनियों पर दबाव बढ़ सकता है
  • आईटी बजट में कटौती और आर्थिक मंदी की आशंका से सेक्टर में अस्थिरता रह सकती है।
  • हालांकि, Bernstein का मानना है कि FY26 में आईटी सेक्टर की ग्रोथ फ्लैट रह सकती है, जबकि पहले 2025 के बाद सुधार की उम्मीद की जा रही थी

TCS के नतीजों से तय होगी दिशा

भारतीय आईटी सेक्टर में बड़ा बदलाव TCS के वित्त वर्ष 2025 के मार्च तिमाही और सालाना नतीजों (Results) से आएगा, जो 10 अप्रैल को घोषित किए जाएंगे।

निवेशकों के लिए रणनीति

  1. शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स – JPMorgan के मुताबिक, अभी खरीदारी करने से बचें और बेहतर एंट्री पॉइंट का इंतजार करें।
  2. लॉन्ग टर्म निवेशक – Macquarie के अनुसार, यह खरीदारी का अवसर है और गिरावट पर अच्छी कंपनियों में निवेश किया जा सकता है।
  3. स्ट्रॉन्ग स्टॉक्स पर फोकस करें – Bernstein का सुझाव है कि Infosys, Coforge और Persistent Systems जैसी कंपनियां अच्छे विकल्प हो सकती हैं।

निष्कर्ष

आईटी शेयरों में निवेशकों को कम अवधि के लिए सतर्क रहना चाहिए, लेकिन लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए गिरावट एक अवसर हो सकती है। JPMorgan सतर्क रहने की सलाह देता है, जबकि Macquarie का मानना है कि इस गिरावट को खरीदारी के अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए।

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अब नजरें 10 अप्रैल को TCS के नतीजों पर टिकी रहेंगी, जिससे आईटी सेक्टर का अगला ट्रेंड तय होगा।

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FAQs

1. क्या अभी आईटी शेयरों में निवेश करना सही रहेगा?

JPMorgan का मानना है कि अभी आईटी शेयरों में और गिरावट आ सकती है, इसलिए खरीदारी से बचना चाहिए। वहीं, Macquarie के अनुसार, लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए यह अच्छा अवसर हो सकता है।

2. किन आईटी कंपनियों के शेयर बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं?

Bernstein के अनुसार, Infosys, Coforge और Persistent Systems बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं, क्योंकि इनकी मार्जिन क्षमता और ऑर्डर बुक मजबूत है।

3. आईटी सेक्टर पर अमेरिका की नीतियों का क्या असर होगा?

अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump द्वारा Reciprocal Tariffs लगाने से भारतीय आईटी कंपनियों को नुकसान हो सकता है, जिससे आईटी खर्च में कटौती और ऑर्डर डिले होने की संभावना है।

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