भारतीय शेयर बाजार ने पिछले कुछ वर्षों में कई Multibagger Stocks दिए हैं, जिनमें निवेशकों ने महज कुछ वर्षों में ही 5 से 10 गुना या उससे भी अधिक रिटर्न कमाया है। लेकिन सवाल यह है कि अब 2025 में ऐसे स्टॉक्स कहां मिल सकते हैं? सीएनबीसी आवाज के मैनेजिंग एडिटर अनुज सिंघल ने बाजार के दो प्रमुख विशेषज्ञों, कोटक एएमसी के नीलेश शाह और व्हाइट ओक ग्रुप के प्रशांत खेमका, से इस बारे में बात की। आइए जानते हैं उनकी राय:
कहां मिल सकते हैं Multibagger Stocks?
नीलेश शाह (कोटक एएमसी) की राय
नीलेश शाह का मानना है कि आने वाले वर्षों में रोबोटिक्स और प्रिसिजन इंजीनियरिंग सेक्टर में मल्टीबैगर स्टॉक्स देखने को मिल सकते हैं।
- रोबोटिक्स का बढ़ता दबदबा:
उन्होंने बताया कि वैश्विक स्तर पर रोबोटिक्स में तेजी से निवेश हो रहा है। हालांकि, भारत में ऐसी कंपनियां कम हैं जो रोबोटिक्स के बड़े पैमाने पर काम कर रही हैं।
लेकिन प्रिसिजन इंजीनियरिंग कंपनियां, जो रोबोटिक्स के लिए पार्ट्स और कंपोनेंट्स बनाती हैं, आने वाले समय में बड़ी ग्रोथ दिखा सकती हैं। - ‘चाइना प्लस वन’ स्ट्रेटेजी का फायदा:
दुनियाभर की कंपनियां अब चीन से हटकर दूसरे विकल्पों की तलाश कर रही हैं। भारतीय कंपनियां इस बदलाव का लाभ उठा सकती हैं। - ध्यान देने वाली बातें:
उन्होंने सुझाव दिया कि निवेशकों को उन प्रिसिजन इंजीनियरिंग कंपनियों पर ध्यान देना चाहिए जो रोबोटिक्स को अपना मुख्य फोकस बना रही हैं। हालांकि, यह ग्रोथ एक-दो साल में नहीं दिखेगी, लेकिन अगले 5-10 वर्षों में ये कंपनियां मल्टीबैगर रिटर्न दे सकती हैं।
प्रशांत खेमका (व्हाइट ओक ग्रुप) की राय
प्रशांत खेमका का मानना है कि न्यू-एज टेक कंपनियां आने वाले समय में उच्च रिटर्न दे सकती हैं।
- न्यू-एज कंपनियों का उभरता दौर:
उन्होंने कहा कि भारत में न्यू-एज कंपनियों का असली विकास अभी शुरू होना बाकी है। संभव है कि 2025 से इसका तेजी से विस्तार हो।
उदाहरण के तौर पर, जोमैटो, पेटीएम, ओला इलेक्ट्रिक जैसी कंपनियां नई पीढ़ी की कंपनियों का प्रतिनिधित्व करती हैं, और इनमें बड़ा ग्रोथ पोटेंशियल है। - ग्लोबल तुलना:
खेमका ने बताया कि भारत के शेयर बाजार में न्यू-एज कंपनियों का वेटेज अभी केवल 2% है, जबकि अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में यह 15-25% के बीच है।
यह संकेत देता है कि जैसे-जैसे अधिक कंपनियां लिस्टेड होंगी, यह सेक्टर तेजी से बढ़ेगा। - निवेश का फोकस:
उन्होंने सलाह दी कि निवेशकों को उन न्यू-एज कंपनियों पर नजर रखनी चाहिए जो जल्द ही लिस्ट होने वाली हैं। इन कंपनियों का फोकस पारंपरिक बिजनेस पर नहीं बल्कि नई तकनीक और सॉल्यूशंस पर होता है, जो रोजमर्रा के जीवन को आसान बनाती हैं।
निवेशकों के लिए सुझाव
- लंबी अवधि का दृष्टिकोण अपनाएं:
चाहे आप रोबोटिक्स सेक्टर में निवेश कर रहे हों या न्यू-एज टेक कंपनियों में, ध्यान रखें कि यह ग्रोथ 1-2 साल में नहीं बल्कि 5-10 वर्षों में दिखेगी। - डाइवर्सिफिकेशन:
दोनों क्षेत्रों में निवेश करते समय अपने पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई करना जरूरी है। - रिसर्च पर जोर:
किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले उसकी फंडामेंटल्स, मैनेजमेंट, और सेक्टर ट्रेंड्स को अच्छे से समझें।
रोबोटिक्स और न्यू-एज कंपनियों के मल्टीबैगर बनने की संभावना
- रोबोटिक्स:
भारत में रोबोटिक्स कंपनियां भले ही बड़ी संख्या में न हों, लेकिन सप्लाई चेन में शामिल प्रिसिजन इंजीनियरिंग कंपनियां तेजी से उभर रही हैं। - न्यू-एज टेक कंपनियां:
तकनीकी समाधान और नए सॉल्यूशंस पेश करने वाली ये कंपनियां भारतीय बाजार के अगले चरण का नेतृत्व करेंगी।
निष्कर्ष
अगर आप 5-10 गुना रिटर्न देने वाले मल्टीबैगर स्टॉक्स की तलाश में हैं, तो रोबोटिक्स और न्यू-एज टेक कंपनियों पर ध्यान दें। ये सेक्टर आने वाले 5-10 वर्षों में तेजी से ग्रोथ दिखाने की क्षमता रखते हैं।
निवेश के लिए जरूरी है कि आप धैर्य रखें, बाजार की रणनीतियों को समझें, और सही कंपनियों का चयन करें।
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डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।
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