SEBI DigiLocker Plan: लावारिस संपत्तियों से मिलेगी मुक्ति, विस्तार से जानें 2025

SEBI DigiLocker Plan: शेयर बाजार और सिक्योरिटी मार्केट में निवेशकों को सुरक्षित और सुविधाजनक समाधान प्रदान करने के लिए SEBI (Securities and Exchange Board of India) ने एक नया प्रस्ताव पेश किया है। इस योजना का उद्देश्य निवेशकों की लावारिस संपत्तियों (Unclaimed Assets) की समस्या को हल करना और उनके फाइनेंशियल एसेट्स (Financial Assets) को सही उत्तराधिकारी तक पहुंचाना है। आइए, इस DigiLocker प्लान के बारे में विस्तार से जानते हैं।

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DigiLocker क्या है?

DigiLocker एक डिजिटल तिजोरी है, जिसे सरकार ने महत्वपूर्ण दस्तावेजों और डेटा को सुरक्षित रखने के लिए लॉन्च किया है। इसमें आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, शैक्षिक प्रमाणपत्र (Educational Certificates), और अन्य महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट्स को सुरक्षित रखा जा सकता है। यह सेवा पूरी तरह से नि:शुल्क है और करोड़ों लोग इसे पहले से उपयोग कर रहे हैं।

SEBI का नया कदम

SEBI ने DigiLocker का उपयोग शेयर और सिक्योरिटीज़ को सुरक्षित रखने के लिए प्रस्तावित किया है। यह कदम Equity Market और Mutual Fund सेक्टर में लावारिस संपत्तियों की संख्या को कम करने और निवेशकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।

लावारिस संपत्तियां क्या हैं?

Unclaimed Assets वे फाइनेंशियल एसेट्स हैं जिन्हें:

  • डीमैट अकाउंट (Demat Account) के निष्क्रिय (Inactive) होने के कारण क्लेम नहीं किया गया।
  • निवेशक के संपर्क विवरण (Contact Details) अपडेट न होने की वजह से कंपनी तक नहीं पहुंचा।

निवेशकों को कैसे मिलेगा फायदा?

  1. संपत्ति का सुरक्षित ट्रांसफर: DigiLocker में Nominee जोड़ने की सुविधा होगी। निवेशक की मृत्यु के बाद Nominee को फाइनेंशियल एसेट्स ट्रांसफर करने में आसानी होगी।
  2. प्रक्रिया का सरलीकरण: DigiLocker Nominee को सूचना देगा और आवश्यक वेरिफिकेशन के बाद ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू होगी।
  3. पारदर्शिता और सुरक्षा: यह कदम पूरी प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाएगा।

नया सिस्टम कैसे काम करेगा?

  • निवेशक DigiLocker में Nominee जोड़ सकेंगे।
  • Nominee को निवेशक की मृत्यु की सूचना DigiLocker के माध्यम से दी जाएगी।
  • Nominee आवश्यक वेरिफिकेशन पूरा कर फाइनेंशियल एसेट्स का ट्रांसफर शुरू कर सकेगा।

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किन दस्तावेजों को रखा जा सकता है DigiLocker में?

DigiLocker में निम्नलिखित डॉक्यूमेंट्स सुरक्षित रखे जा सकते हैं:

  • आधार कार्ड (Aadhar Card)
  • पैन कार्ड (PAN Card)
  • ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License)
  • पासपोर्ट (Passport)
  • वोटर आईडी (Voter ID)
  • शैक्षिक प्रमाणपत्र (Educational Certificates)
  • किसी भी इंस्टिट्यूशन से प्राप्त सर्टिफिकेट्स

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SEBI का उद्देश्य

इस प्रस्ताव का मुख्य उद्देश्य लावारिस संपत्तियों को कम करना और फाइनेंशियल एसेट्स को सही उत्तराधिकारी तक सुगम तरीके से पहुंचाना है। यह योजना न केवल निवेशकों के हितों की रक्षा करेगी, बल्कि भारतीय फाइनेंशियल सिस्टम को अधिक व्यवस्थित और सुरक्षित बनाएगी।

SEBI का DigiLocker प्लान निवेशकों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा। यह पहल वित्तीय बाजार में पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ लावारिस संपत्तियों की समस्या को जड़ से खत्म करने की दिशा में एक अहम कदम है। अगर आपने अभी तक DigiLocker का इस्तेमाल शुरू नहीं किया है, तो इसे आज ही अपनाएं और अपने फाइनेंशियल एसेट्स को सुरक्षित रखें।

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