Suzlon Energy Share में FIIs की वापसी! क्या ₹70 का टारगेट होगा पूरा?

Suzlon Energy एक बार फिर निवेशकों के रडार पर है। एक ओर जहां Foreign Institutional Investors (FIIs) ने सालभर बाद कंपनी में बड़ी हिस्सेदारी घटाई है, वहीं Domestic Institutional Investors (DIIs) ने विश्वास जताते हुए खरीदारी की है। शेयर ने बीते तीन सालों में 300% से ज्यादा रिटर्न दिया है और अब इसे ₹70 तक जाने का अनुमान है।

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FIIs और DIIs के शेयरहोल्डिंग पैटर्न में बदलाव

FY24 के अंत में Suzlon Energy में FIIs की हिस्सेदारी 23.72% थी, लेकिन December 2024 में ये घटकर 22.88% रह गई है। यह इस बात का संकेत है कि FIIs मुनाफावसूली के मूड में हैं।

दूसरी ओर, DIIs की हिस्सेदारी बढ़कर 9.31% हो गई है, जो बताता है कि घरेलू निवेशकों को कंपनी के भविष्य पर भरोसा है।

Suzlon Energy का बिजनेस मॉडल और विस्तार

Suzlon भारत की प्रमुख विंड टरबाइन कंपनियों में शामिल है, जिसका देश में 15 GW और ग्लोबली 20.9 GW का इंस्टॉल्ड बेस है। इसका Vertically Integrated Model R&D से लेकर Manufacturing तक सब कुछ इन-हाउस करता है।

बिजनेस डिवीजन्स:

  • Wind Turbine Generator (WTG) Sales
  • Project Execution & O&M
  • Foundry & Forging

इंडस्ट्री आउटलुक और सरकारी सपोर्ट

भारत का विंड एनर्जी योगदान अभी केवल 10.4% है, जबकि UK जैसे देशों में यह 30% तक है। भारत सरकार का लक्ष्य 2030 तक 100 GW विंड एनर्जी स्थापित करना है। ISTS चार्ज माफी, VGF स्कीम, और RPO जैसी योजनाओं से Suzlon को जबरदस्त फायदा मिल सकता है।

फाइनेंशियल परफॉर्मेंस और ग्रोथ आउटलुक

  • Order Book: फरवरी 2025 तक 5.7 GW की रिकॉर्ड ऑर्डर बुक।
  • FY24-27 के बीच Revenue, EBITDA और PAT में क्रमश: 51%, 52%, और 63% CAGR की उम्मीद।
  • कंपनी ने FY22 में Net Debt to EBITDA Ratio 6.6x से घटाकर FY24 में नेट कैश पॉजिशन बना ली है।

Strategic Moves: M&A और Diversification

  • Suzlon Global Services (SGSL) के साथ मर्जर से ग्रुप स्ट्रक्चर सिंपल होगा।
  • Renom Energy Services में 76% हिस्सेदारी का अधिग्रहण, जिससे Multi-brand O&M सर्विसेज में मजबूती मिलेगी।

Risks जो ध्यान देने योग्य हैं:

  • चीनी और यूरोपीय कंपनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा।
  • Price Pressure और Margin में गिरावट का खतरा।
  • ISTS Waiver जैसे सरकारी सपोर्ट खत्म होने का रिस्क।
  • Technological Advancement के चलते प्रोडक्ट्स की लागत में बढ़ोतरी।

वैल्यूएशन और टारगेट

  • Motilal Oswal का टारगेट ₹70 प्रति शेयर है।
  • वर्तमान PE Multiple 34x FY26E EPS के आधार पर है।
  • FY26 PEG Ratio मात्र 0.6x है, जो इसे अन्य capital goods कंपनियों की तुलना में सस्ता बनाता है।

निष्कर्ष:

अगर आप लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट की सोच रहे हैं तो Suzlon Energy एक दमदार विकल्प हो सकता है, खासकर सरकार की Renewable Energy योजनाओं और कंपनी की मजबूती को देखते हुए। हालांकि, वॉलैटिलिटी और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

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FAQs:

Q1. क्या अभी Suzlon Energy शेयर खरीदना चाहिए?
Ans: हां, लॉन्ग टर्म के लिए ये एक आकर्षक स्टॉक है, लेकिन बाजार की अस्थिरता और ग्लोबल रिस्क को ध्यान में रखें।

Q2. Suzlon का टारगेट प्राइस कितना है?
Ans: Motilal Oswal ने ₹70 का टारगेट दिया है।

Q3. Suzlon Energy किन क्षेत्रों में काम करती है?
Ans: यह कंपनी Wind Turbine Manufacturing, Project Execution, O&M, Foundry और Forging जैसे क्षेत्रों में काम करती है।

डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।

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