Tata-Adani के बीच नई जंग: Cooling Solutions बाजार में दबदबा बनाने की होड़ 2024

Tata-Adani के बीच नई जंग: भारत के दो बड़े कारोबारी समूह, टाटा और अदाणी, अब अपनी प्रतिस्पर्धा को बिजली वितरण से आगे बढ़ाते हुए कूलिंग एज ए सर्विस (CAAS) सेक्टर में पैर जमाने की कोशिश कर रहे हैं। इस क्षेत्र में दोनों समूह अपनी ऊर्जा कंपनियों Adani Energy Solutions और Tata Power के जरिए नई सेवाएं पेश कर रहे हैं।

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Adani Energy Solutions: District Cooling के जरिए नया दांव

पहले Adani Transmission के नाम से जानी जाने वाली कंपनी को अब Adani Energy Solutions Ltd (AESL) के नाम से रिब्रांड किया गया है। यह बदलाव कंपनी के कूलिंग समेत अन्य ऊर्जा समाधान पर फोकस को दर्शाता है।

AESL के प्रवक्ता के अनुसार, District Cooling Solutions (DCS) को “कूलिंग एज ए सर्विस” के रूप में पेश किया जा रहा है। इसमें कंपनी शुरुआती capital expenditure उठाती है, जबकि उपयोगकर्ता केवल अपनी खपत के अनुसार भुगतान करते हैं। इसके जरिए डेवलपर्स को न केवल HVAC (Heating, Ventilation, Air Conditioning) पर निवेश का बड़ा हिस्सा बचाने का फायदा मिलता है, बल्कि अतिरिक्त महंगे वाणिज्यिक स्पेस का भी उपयोग किया जा सकता है।

Tata Power: Keppel के साथ रणनीतिक साझेदारी

उधर, Tata Power ने अक्टूबर 2024 में घोषणा की थी कि वह Keppel के साथ मिलकर CAAS मॉडल के तहत ऊर्जा कुशल कूलिंग सेवाएं प्रदान करेगी। यह मॉडल commercial और residential बिल्डिंग मालिकों को बगैर भारी निवेश के कूलिंग इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराने और लंबी अवधि तक ऊर्जा और लागत बचत में मदद करता है।

कंपनी के अनुसार, यह सेवा खास तौर पर airports, IT parks, SEZs, data centers और अन्य प्रमुख वाणिज्यिक और रिहायशी प्रॉपर्टीज पर केंद्रित होगी।

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Cooling Sector: तेजी से बढ़ता बाजार

भारत में कूलिंग सेक्टर के महत्व को दर्शाने वाली World Bank की एक रिपोर्ट के मुताबिक, cold chain और refrigeration में 2038 तक बाजार की क्षमता 29 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।

India Cooling Action Plan (2019) और District Cooling Guidelines (2023) के अनुसार, 2022-23 में भारत में कूलिंग की मांग 13 करोड़ टन रेफ्रिजरेशन (TR) थी, जो 2037-38 तक बढ़कर 72 करोड़ TR तक पहुंचने की संभावना है।

Adani Energy के प्रवक्ता का कहना है कि 2023 में भारत का DCS बाजार मात्र 9 लाख TR था, लेकिन real estate और urban housing में हो रहे विकास को देखते हुए यह 20% CAGR के साथ बढ़कर 2037-38 तक 13.2 करोड़ TR हो सकता है।

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बिजली वितरण से लेकर Cooling तक, कड़ी प्रतिस्पर्धा

Adani और Tata की बिजली वितरण में पहले से ही प्रतिस्पर्धा है। अब यह कूलिंग स्पेस तक बढ़ चुकी है।
Adani के प्रवक्ता ने कहा कि शहरी बिजली वितरण में कंपनी की मौजूदगी, renewable energy को ग्रिड में सम्मिलित करने और कूलिंग समाधान को टिकाऊ व सस्ता बनाने में मदद कर सकती है।

उनके अनुसार, “यह एक बड़ा और आकर्षक बाजार है। हालांकि, इसे प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने में सक्षम कंपनियों की संख्या सीमित है, जो इसे और भी प्रतिस्पर्धी बनाती है।”

निष्कर्ष

Adani और Tata की यह नई प्रतिस्पर्धा भारत के cooling solutions market को नई दिशा दे सकती है। तेजी से बढ़ती शहरीकरण की जरूरतें और कूलिंग सेक्टर में बड़े अवसर इसे दोनों कंपनियों के लिए एक अहम क्षेत्र बना रहे हैं।

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डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।

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