क्या आप जानते हैं कि आपका पसंदीदा चिप्स अब मिलेट्स से बना हो सकता है? भारत में स्नैकिंग का बाजार बदल रहा है! रागी क्रिस्प्स, फॉक्सटेल-मिलेट नाचोस और चॉको-मिलेट बार्स जैसे हेल्दी ऑप्शंस ने बाजार में धूम मचा दी है। FMCG दिग्गज, ग्लोबल MNCs और स्टार्टअप्स मिलेट्स को मसालेदार ट्विस्ट देकर कंज्यूमर्स को लुभा रहे हैं। स्लगिश पैकेज्ड फूड मार्केट में इनोवेशन और नए लॉन्चेस ग्रोथ का इंजन बन गए हैं। अगर आप हेल्थ कंसिशस हैं या स्नैकिंग बिजनेस में इंटरेस्टेड हैं, तो यह ट्रेंड आपके लिए गेम-चेंजर हो सकता है! आइए, जानते हैं इस मिलेट मेनिया की पूरी स्टोरी।
मिलेट्स का स्नैकिंग में एंट्री
भारतीय फूड कल्चर तेजी से बदल रहा है। कंज्यूमर्स ट्रेडिशनल इंग्रीडिएंट्स को रीडिस्कवर कर रहे हैं और माइंडफुल स्नैकिंग की तरफ रुख कर रहे हैं। दो साल पहले मिलेट्स सिर्फ मॉडर्न रिटेल स्टोर्स के हेल्थ सेक्शन तक सीमित थे, लेकिन अब ये क्विक-सर्विस रेस्टोरेंट्स और मास फॉर्मेट्स में घुस चुके हैं।
2024-25 में FMCG सेक्टर में वैल्यू ग्रोथ लौटी, और रूरल मार्केट्स ने अर्बन ग्रोथ को पीछे छोड़ दिया। Grant Thornton Bharat के पार्टनर और फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री लीडर चिराग जैन ने कहा, “नई कैटेगरी जैसे मिलेट्स को कंज्यूमर्स की बेहतर-फॉर-यू अल्टरनेटिव्स आजमाने की इच्छा से फायदा हुआ। आज ये मास फॉर्मेट्स और QSRs में एम्बेडेड हैं।”
PepsiCo का Kurkure: ज्वार पफ्स से 25वां बर्थडे सेलिब्रेशन
PepsiCo इंडिया का होमग्रोन ब्रैंड Kurkure अपने 25वें साल में मिलेट सेगमेंट में एंट्री कर रहा है। नया प्रोडक्ट – Kurkure Jowar Puffs – ज्वार को चटपटे फ्लेवर के साथ मॉडर्न ट्विस्ट देता है। कंपनी की चीफ मार्केटिंग ऑफिसर (फूड्स) साक्षी वर्मा मेनन ने कहा, “मिलेट्स की पावर को Kurkure के चटपटे टेस्ट के साथ जोड़कर हम कंज्यूमर्स की उभरती प्रेफरेंस को एड्रेस कर रहे हैं। यह ‘मेड इन इंडिया’ इनोवेशन है, जो स्नैकिंग इंडस्ट्री की नेक्स्ट चैप्टर को शेप देगा।”
ITC का Mission Millets: हेल्थ और कन्वीनियंस का परफेक्ट ब्लेंड
FMCG की बड़ी कंपनी ITC ने अपना Mission Millets लाइनअप लॉन्च किया है, जिसमें atta, cookies, noodles और स्नैक्स शामिल हैं। यह ‘Help India Eat Better’ न्यूट्रिशन स्ट्रैटेजी का हिस्सा है, जो हेल्थ, कन्वीनियंस और ऑकेजनल इंडलजेंस पर फोकस करता है। ITC के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर हेमंत मलिक ने बताया, “मिलेट-बेस्ड प्रोडक्ट्स की कंजम्प्शन में नोटेबल इंक्रीज हुई है। ई-कॉमर्स और क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर कन्वीनियेंट फॉर्मेट्स उपलब्ध होने से डिमांड बढ़ी है।”
स्टार्टअप्स का योगदान: Wholsum Foods की डिजिटल ग्रोथ
स्टार्टअप्स भी पीछे नहीं हैं। Wholsum Foods (Slurrp Farm & Mille) की को-फाउंडर मेघना नारायण ने कहा, “हमारी डिमांड का बड़ा हिस्सा डिजिटल-फर्स्ट कंज्यूमर्स से आता है, जो बेहतर न्यूट्रिशन सर्च कर रहे हैं। मिलेट्स हमारा कोर हैं, लेकिन हम ‘बेटर-फॉर-यू’ को एक्सपैंड कर रहे हैं।” रूरल मार्केट्स में भी मिलेट स्नैक्स की डिमांड बढ़ रही है।
क्यों बढ़ रही है मिलेट स्नैकिंग की डिमांड?
- हेल्थ फोकस: कंज्यूमर्स हेल्थियर अल्टरनेटिव्स चाहते हैं – मिलेट्स न्यूट्रिएंट-रिच और ग्लूटेन-फ्री हैं।
- इनोवेशन: नई फ्लेवर्स और फॉर्मेट्स (क्रिस्प्स, बार्स) से स्नैकिंग एक्सपीरियंस फ्रेश।
- डिजिटल बूस्ट: ई-कॉमर्स पर आसान उपलब्धता से सेल्स बढ़ी।
- रूरल ग्रोथ: ग्रामीण एरियाज में वैल्यू ग्रोथ से मिलेट प्रोडक्ट्स मेनस्ट्रीम हो रहे हैं।
- ग्लोबल ट्रेंड: UN ने 2023 को इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स घोषित किया, जिससे अवेयरनेस बढ़ी।
FMCG सेक्टर में क्या असर?
पैकेज्ड फूड मार्केट स्लगिश होने के बावजूद, मिलेट इनोवेशन ग्रोथ ड्राइवर बन रहा है। कंपनियां कंज्यूमर्स को हेल्थी इंडलजेंस ऑफर कर रही हैं, जो लॉन्ग-टर्म में सेक्टर को बूस्ट देगा। अगर आप स्नैकिंग लवर्स हैं, तो नेक्स्ट टाइम रैक पर मिलेट ऑप्शंस चेक करें – यह न सिर्फ टेस्टी, बल्कि हेल्दी भी है!
डिस्क्लेमर: न्यूट्रिशनल एडवाइज नहीं
यह स्टोरी केवल इन्फॉर्मेशनल पर्पज के लिए है। प्रोडक्ट चॉइस से पहले न्यूट्रिशनिस्ट से कंसल्ट करें। मार्केट ट्रेंड्स बदल सकते हैं।
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