2025 के लिए Best Large Cap Mutual Funds का चयन: पूरी गाइड

2025 के लिए Best Large Cap Mutual Funds का चयन करना कई निवेशकों के लिए एक बड़ा सवाल है। Mutual Fund के प्रकार, उनके प्रदर्शन, और जोखिम के आधार पर सही फंड का चयन एक गहरी रिसर्च और एनालिसिस की मांग करता है। इस लेख में हम Large Cap Mutual Fund के चयन की प्रक्रिया और विभिन्न कारकों का विश्लेषण करेंगे, ताकि आप इस कैटेगरी में अपने निवेश को समझदारी से चुन सकें।

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Large Cap Mutual Fund का चयन: उद्देश्य और प्रक्रिया

हर साल, Large Cap Mutual Fund का चयन करते समय कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान देना आवश्यक होता है। उद्देश्य सिर्फ High Return प्राप्त करना नहीं है, बल्कि सुरक्षा के साथ बाजार की स्थिरता और बेहतर प्रदर्शन को भी ध्यान में रखना है। Large Cap Mutual Fund की श्रेणी में ऐसे निवेशकों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है, जो Fixed Deposit या Bonds से अधिक रिटर्न की उम्मीद रखते हैं, लेकिन बहुत अधिक जोखिम लेने में सहज नहीं हैं।

Active Funds और Index Funds में अंतर

Large Cap Mutual Fund में आमतौर पर दो प्रकार के विकल्प होते हैं: Active Funds और Index Funds।

  • Active Funds: इसमें Fund Manager खुद स्टॉक्स को चुनता है और बाजार को Outperform करने की कोशिश करता है। इसके बदले में एक Higher Fee लिया जाता है। हालांकि, इसका उद्देश्य अधिक Return देना होता है, लेकिन साथ में रिस्क का स्तर भी बढ़ जाता है।
  • Index Funds: ये Funds Sensex, Nifty जैसे किसी Index को पैसिव रूप से ट्रैक करते हैं। इसमें Fund Manager का हस्तक्षेप नहीं होता और इसकी फीस भी कम होती है। Index Fund निवेशकों के लिए एक सुरक्षित विकल्प है, क्योंकि इसमें बाजार के अनुसार Returns की उम्मीद की जा सकती है।

पिछले दशक का प्रदर्शन: Active Funds vs. Index Funds

पिछले 10 वर्षों के आंकड़ों पर नजर डालें, तो Active Funds ने Index Funds की तुलना में 1.37% प्रति वर्ष ज्यादा रिटर्न दिया है। हालांकि, 2018 के बाद SEBI के नए नियमों के कारण Large Cap Funds की श्रेणी में काफी बदलाव आए हैं। अब Large Cap Funds को शीर्ष 100 कंपनियों में निवेश करना अनिवार्य है, जिससे उनके प्रदर्शन का अंतर कम हो गया है।

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जोखिम और Return का संतुलन

अब निवेशकों के लिए Active Funds में निवेश करते समय जोखिम पर ध्यान देना जरूरी हो गया है। Active Funds का Outperformance काफी सीमित हो गया है, और जोखिम का स्तर बढ़ने पर भी Return का अंतर केवल 0.2-0.3% का ही रहता है। अगर हम अंतरराष्ट्रीय आंकड़ों पर गौर करें, तो अधिकांश Active Funds लंबे समय में Index Funds को Outperform नहीं कर पाते हैं। इसलिए, सुरक्षा को प्राथमिकता देने वाले निवेशकों के लिए Index Funds एक बेहतर विकल्प साबित होते हैं।

ETF vs. Index Funds: कौन-सा चुनें?

ETF (Exchange-Traded Funds) और Index Funds दोनों ही Index को Track करते हैं, लेकिन उनके निवेश में कुछ महत्वपूर्ण अंतर होते हैं:

  • ETF: ETF को ब्रोकर के माध्यम से खरीदा और बेचा जा सकता है, जैसे शेयरों का लेन-देन होता है। हालांकि, इस पर GST, STT और Exchange Turnover Charge जैसी अतिरिक्त लागतें भी लगती हैं, जिससे इसकी लागत बढ़ जाती है।
  • Index Funds: Index Funds अधिक एक्सेसिबल होते हैं और इन्हें बिना ट्रेडिंग अकाउंट के खरीदा जा सकता है। इसके अलावा, इनकी Liquidity भी बेहतर होती है, जिससे निवेशक किसी भी समय इसे आसानी से बेच सकते हैं।

Liquidity और Accessibility में Index Funds की बढ़त

ETF में एक समस्या यह होती है कि उन्हें बेचने के लिए किसी और खरीदार की जरूरत होती है, जैसा कि रियल एस्टेट में होता है। दूसरी ओर, Index Funds को किसी भी समय बेचा जा सकता है और इसमें Market Buyer की आवश्यकता नहीं होती है। इस तरह, Index Funds में निवेश करना उन निवेशकों के लिए अधिक सुविधाजनक होता है, जो लिक्विडिटी को प्राथमिकता देते हैं।

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Market Cap-Weighted vs. Equal-Weighted Funds का चयन

Index Funds में निवेश करते समय Market Cap-Weighted और Equal-Weighted Index Funds के बीच चयन करना भी एक महत्वपूर्ण निर्णय होता है। दोनों प्रकार के Funds के अपने लाभ और सीमाएँ हैं:

  • Market Cap-Weighted Index Fund: इसमें Fund अपने पोर्टफोलियो को Index के हिसाब से ही वेट करता है। जैसे, अगर Sensex में TCS का वेटेज 6% है, तो इस Fund में भी TCS का वेटेज 6% ही रहेगा। इसका लाभ यह है कि यह Index के अनुसार बाजार को मिमिक करता है और अधिक Cost Effective होता है।
  • Equal-Weighted Index Fund: Equal-Weighted Funds में हर स्टॉक का समान वेटेज होता है, जिससे रिस्क और रिटर्न का संतुलन कुछ अलग हो जाता है। लेकिन वर्तमान में Market Cap-Weighted Index Funds अधिक लोकप्रिय और सस्ते हैं, जो Index को अधिक सटीकता से ट्रैक करते हैं।

सबसे अच्छे Index का चयन: Nifty, Sensex, या Nifty 100

अब सवाल यह उठता है कि कौन-सा Index चुना जाए: Nifty 50, Nifty 100, या Sensex? हर Index की अपनी विशेषता होती है। Nifty 50 और Sensex अपेक्षाकृत छोटे और स्टेबल Portfolios के साथ आते हैं, जबकि Nifty 100 में अधिक Diversification होता है। निवेशकों की प्राथमिकताओं के आधार पर Index का चयन किया जाता है ताकि उनके जोखिम और Return की आवश्यकताओं का बेहतर समाधान हो सके।

निष्कर्ष

Large Cap Mutual Funds का चयन करते समय Index Funds का विकल्प Active Funds की तुलना में अधिक सुरक्षित और प्रभावी साबित हो सकता है। ETF और Index Funds के बीच भी, Index Funds में अधिक Flexibility और Accessibility है, जो इसे एक बेहतर विकल्प बनाता है। Market Cap-Weighted Index Funds Index की बेहतर मिमिक्री करते हैं और निवेशकों को सटीक रिटर्न देने में सक्षम होते हैं। इस प्रकार, जो निवेशक सुरक्षा और स्थिरता की तलाश में हैं, उनके लिए Index Funds एक आदर्श Large Cap Mutual Fund का चयन साबित हो सकते हैं।

अंतिम विचार: Mutual Funds का चयन करते समय अपनी जोखिम क्षमता, निवेश का उद्देश्य और बाजार की स्थिति को ध्यान में रखें। Large Cap Mutual Funds में Index Funds एक मजबूत विकल्प साबित हो सकते हैं, जिससे आप बेहतर Returns के साथ सुरक्षित निवेश का लाभ उठा सकते हैं।

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डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।

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