HDB Financial IPO: HDFC बैंक की सहायक कंपनी, HDB Financial Services, ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास अपना प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) दाखिल किया है। यह IPO, फ्रेश इश्यू और ऑफर-फॉर-सेल (OFS) का संयोजन होगा। आइए जानते हैं इस बहुप्रतीक्षित IPO के बारे में 10 प्रमुख बातें।
1) विस्तृत सेवाएँ
HDB Financial Services भारतीय बाजार में खुदरा और वाणिज्यिक दोनों क्षेत्रों में सेवाएँ प्रदान करती है। कंपनी व्यक्तिगत ऋण, वाहन ऋण और संपत्ति पर ऋण जैसी विभिन्न प्रकार की ऋण सेवाएँ उपलब्ध कराती है, जिससे ग्राहकों की सभी वित्तीय जरूरतों का समाधान होता है।
2) HDFC बैंक की सहायक कंपनी
HDB Financial Services, HDFC बैंक की एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) है, जो भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के ऋणदाता, HDFC बैंक के अंतर्गत आती है। इस मजबूत समर्थन के कारण, कंपनी के पास मजबूत वित्तीय स्थिति और व्यापक पहुंच है।
3) इश्यू का आकार
HDB Financial अपने IPO के माध्यम से प्राथमिक बाजार से 12,500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। यह राशि कंपनी के विस्तार और विकास की योजनाओं में सहायक होगी।
4) इश्यू का उद्देश्य
IPO से प्राप्त राशि का उपयोग कंपनी की Tier-I पूंजी को मजबूत करने के लिए किया जाएगा, जिससे HDB Financial को भविष्य में बढ़ते कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी।
5) इश्यू का प्रकार: फ्रेश इश्यू और OFS
यह इश्यू एक फ्रेश इश्यू और ऑफर-फॉर-सेल (OFS) का संयोजन है। फ्रेश इश्यू का हिस्सा 2,500 करोड़ रुपये का होगा, जबकि प्रमोटर HDFC बैंक OFS के माध्यम से 10,000 करोड़ रुपये जुटाएगा। वर्तमान में HDFC बैंक के पास HDB Financial में 94.36% हिस्सेदारी है।
6) आरबीआई के निर्देशानुसार लिस्टिंग
HDB Financial Services की लिस्टिंग का निर्णय भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के अक्टूबर 2022 के निर्देश के बाद आया है, जिसमें RBI ने ‘अपर लेयर’ में आने वाले NBFCs को तीन साल के भीतर स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया था। IPO के बाद भी, HDB Financial Services HDFC बैंक की सहायक कंपनी बनी रहेगी और प्रासंगिक नियमों के अनुसार कार्य करेगी।
7) मूल्यांकन
HDFC बैंक, HDB Financial के लिए 78,000-87,000 करोड़ रुपये के मूल्यांकन की मांग कर रहा है। यह मूल्यांकन कंपनी के प्राइस-टू-बुक वैल्यू को लगभग 4.5 से 5 गुना दर्शाता है, जो इसे निवेशकों के लिए आकर्षक बनाता है।
8) वित्तीय प्रदर्शन
वित्तीय वर्ष 2023 (FY23) में कंपनी के ऋण पोर्टफोलियो में 17% की सालाना वृद्धि हुई, जिससे यह 66,000 करोड़ रुपये तक पहुँच गया। यह वृद्धि मुख्यतः व्यक्तिगत, वाहन और छोटे व्यवसायों के ऋण की मजबूत मांग से प्रेरित थी। वित्तीय वर्ष 2023-24 में कंपनी की कुल परिचालन आय बढ़कर 14,171 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वर्ष के 12,402 करोड़ रुपये थी। इसके अलावा, FY24 में कंपनी का शुद्ध लाभ बढ़कर 2,460 करोड़ रुपये हो गया, जो FY23 में 1,959 करोड़ रुपये था।
9) बुक-रनिंग लीड मैनेजर्स
IPO के लिए प्रमुख बुक-रनिंग लीड मैनेजर्स में JM Financial, BNP Paribas, BofA Securities India, Goldman Sachs (India) Securities, HSBC Securities और Capital Markets (India) Pvt Ltd शामिल हैं।
10) कंपनी की नेट वर्थ
जून 2024 की तिमाही के अंत तक, HDB Financial Services की नेट वर्थ लगभग 13,300 करोड़ रुपये थी, जो इसके मजबूत वित्तीय आधार को दर्शाता है।
निष्कर्ष
HDB Financial Services का IPO निवेशकों के लिए एक विशेष अवसर प्रस्तुत कर सकता है, खासकर HDFC बैंक के मजबूत ब्रांड और वित्तीय स्थिति के साथ। NBFC की श्रेणी में यह IPO भारतीय बाजार में एक नए स्तर की प्रतिस्पर्धा ला सकता है और निवेशकों के लिए एक संभावित उच्च-रिटर्न निवेश अवसर प्रदान कर सकता है।
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