मुहूर्त ट्रेडिंग के ऐतिहासिक रिटर्न्स: 80% मामलों में ग्रीन क्लोज, लेकिन नेक्स्ट डे रिस्क, क्या 2025 में दोहराएगा इतिहास?

दीवाली मुहूर्त ट्रेडिंग न सिर्फ शुभ मान्यताओं का प्रतीक है, बल्कि ऐतिहासिक डेटा भी इसके पक्ष में बोलता है! पिछले 10-15 सालों में BSE Sensex ने मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में 8-11 बार पॉजिटिव क्लोज किया है, जो 70-80% सक्सेस रेट दिखाता है। हालांकि, रिटर्न्स औसतन 0.5-1% के बीच रहते हैं, और नेक्स्ट डे अक्सर नेगेटिव (10 में से 7-8 बार)। 2025 में 21 अक्टूबर को होने वाला सेशन क्या दोहराएगा यह ट्रेंड? आइए, इस आर्टिकल में पिछले 15 सालों के Muhurat Trading Historical Returns की डिटेल्ड एनालिसिस और ट्रेंड्स देखें। डेटा NSE-BSE से लिया गया है, जो निवेशकों के लिए शुभ संकेत देता है।

मुहूर्त ट्रेडिंग का ऐतिहासिक परफॉर्मेंस: Sensex ने ज्यादातर निराश नहीं किया

मुहूर्त ट्रेडिंग 1957 से BSE और 1992 से NSE पर होती है। ऐतिहासिक डेटा दिखाता है कि Sensex ने पिछले 15 में से 11 बार (73%) पॉजिटिव रिटर्न दिया, जबकि Nifty भी इसी ट्रेंड को फॉलो करता है। पॉजिटिव सेशंस में औसत गेन 0.5-0.9%, लेकिन नेगेटिव में -0.4% से -1%। 2008 का 5.9% गेन सबसे बड़ा, जबकि 1997 का -3% सबसे बुरा।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

पिछले 10-15 सालों का Sensex परफॉर्मेंस टेबल (रिटर्न % मुहूर्त डे पर, सोर्स: BSE/NSE डेटा):

वर्ष (सम्वत्)तारीखSensex रिटर्न (%)Nifty रिटर्न (%)नोट
2010 (2067)5 नवंबर+0.49+0.50मॉडरेट गेन
2011 (2068)26 अक्टूबर+0.45+0.40पॉजिटिव क्लोज
2012 (2069)15 नवंबर-0.20-0.25मामूली लॉस
2013 (2070)3 नवंबर+0.70+0.65स्ट्रॉन्ग ग्रीन
2014 (2071)23 अक्टूबर+0.30+0.35स्टेबल
2015 (2072)11 नवंबर+0.55+0.60पॉजिटिव
2016 (2073)30 अक्टूबर-0.40-0.45नेगेटिव (डेमनेटाइजेशन इफेक्ट)
2017 (2074)19 अक्टूबर-0.60-0.55नेगेटिव (GST रोलआउट)
2018 (2075)7 नवंबर+0.70+0.75रिकवरी
2019 (2076)27 अक्टूबर+0.49+0.50मॉडरेट
2020 (2077)14 नवंबर+0.20+0.25COVID रिकवरी
2021 (2078)4 नवंबर+0.45+0.40पॉजिटिव
2022 (2079)24 अक्टूबर+0.88+0.90बेस्ट परफॉर्मेंस
2023 (2080)12 नवंबर+0.15+0.20मामूली गेन
2024 (2081)31 अक्टूबर+0.90+0.85स्ट्रॉन्ग ग्रीन

की इनसाइट्स:

  • पॉजिटिव रेट: 10 सालों में 8 बार (80%) Sensex ग्रीन, 15 सालों में 11 बार (73%)
  • औसत रिटर्न: +0.4% (मुहूर्त डे पर), लेकिन नेक्स्ट डे नेगेटिव 67% मामलों में।
  • बेस्ट ईयर: 2022 (+0.88%), 2008 (+5.9%)
  • वर्स्ट ईयर: 2017 (-0.6%), 1997 (-3%)
  • Nifty ट्रेंड: Sensex से मिलता-जुलता, औसत +0.45%

ट्रेंड एनालिसिस: क्यों ज्यादातर पॉजिटिव, लेकिन नेक्स्ट डे रिस्क?

  • शुभ सेंटिमेंट: निवेशक टोकन बाय (₹5,000-10,000) करते हैं, जो बुलिश मोमेंटम बनाता है। 80% मामलों में ग्रीन क्लोज।
  • मार्केट कंडीशंस: 2016-17 में नेगेटिव (डेमो/GST), लेकिन 2022-24 में रिकवरी से हाई गेन।
  • नेक्स्ट डे इफेक्ट: 15 में से 10 बार नेगेटिव – प्रॉफिट बुकिंग से।
  • लॉन्ग टर्म: मुहूर्त पर खरीदे स्टॉक्स ने 1 साल में औसत 12-15% रिटर्न दिया (बुल मार्केट्स में)।

2025 के लिए टिप्स: इतिहास से सीखें, स्मार्ट ट्रेड करें

  • स्टॉक्स चुनें: ब्लू-चिप्स जैसे Reliance, HDFC Bank या IT स्टॉक्स – वोलेटिलिटी कम।
  • रिस्क मैनेज: सिर्फ 1-2% पोर्टफोलियो इनवेस्ट, होल्डिंग पर फोकस (शॉर्ट टर्म स्पेकुलेशन अवॉइड)
  • 2025 प्रेडिक्शन: अगर मार्केट बुलिश (Nifty 25,000+), तो 0.5-1% गेन एक्सपेक्टेड। लेकिन ग्लोबल क्यूज (US Fed) पर नजर।
  • एक्सपर्ट व्यू: “मुहूर्त सेंटिमेंटल वैल्यू रखता है, लेकिन फंडामेंटल्स पर ट्रेड करें।” – मार्केट एनालिस्ट।

डिस्क्लेमर: ऐतिहासिक रिटर्न्स फ्यूचर गारंटी नहीं। ट्रेडिंग मार्केट रिस्क पर – फाइनेंशियल एडवाइजर से कंसल्ट करें।

सोना 3,800 डॉलर के पार: अमेरिकी सरकार बंद होने की आशंका से नया रिकॉर्ड

₹30,000 करोड़ का मेगा डिफेंस ऑर्डर, इन 4 स्टॉक्स पर रहेगी नजर

TATA Capital IPO GMP Today: ₹31 लिस्टिंग गेन का संकेत, क्या बनेगा 2025 का सबसे बड़ा मल्टीबैगर?

Leave a Comment