सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) खुदरा निवेशकों के बीच बेहद लोकप्रिय हो चुका है, खासकर उन लोगों के लिए जो अपने नियमित आय से निवेश करना चाहते हैं। हाल ही में जीरोधा फंड हाउस द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, म्यूचुअल फंड उद्योग की कुल प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों (AUM) में SIP की हिस्सेदारी लगभग 20% तक पहुंच चुकी है। इसके अलावा, SIP खातों की संख्या मार्च 2022 में 5.28 करोड़ थी, जो जुलाई 2023 तक बढ़कर 9.34 करोड़ हो गई है। इस दौरान SIP में निवेश की जाने वाली रकम 12,300 करोड़ रुपये से बढ़कर 23,300 करोड़ रुपये हो गई है।
SIP की विशेषताएं: क्यों है ये महत्वपूर्ण?
SIP निवेशकों को नियमित निवेश की सुविधा प्रदान करता है, जिससे वे अपने वित्तीय लक्ष्यों की दिशा में सतत रूप से आगे बढ़ सकते हैं। SIP की एक प्रमुख विशेषता ‘रुपी कॉस्ट एवरेजिंग’ है, जो आपको बाजार के उतार-चढ़ाव के बावजूद औसत मूल्य पर यूनिट्स खरीदने की सुविधा देती है। जब बाजार के भाव ऊंचे होते हैं, तो कम यूनिट्स मिलती हैं, और जब बाजार के भाव नीचे होते हैं, तो अधिक यूनिट्स मिलती हैं, जिससे औसत निवेश लागत कम हो जाती है।
स्टेप-अप SIP: अपने निवेश को और मजबूत बनाएं
एसआईपी को और प्रभावी बनाने के लिए स्टेप-अप एसआईपी एक बेहतरीन तरीका है। इसमें निवेशक समय-समय पर SIP की राशि में वृद्धि कर सकते हैं। जीरोधा के अध्ययन में एक ऐसे निवेशक का उदाहरण दिया गया है, जिसने अप्रैल 2005 से मार्च 2024 तक निफ्टी लार्ज मिडकैप 250 टोटल रिटर्न इंडेक्स (TRI) में हर महीने 1,000 रुपये निवेश किए।
- साधारण एसआईपी में 12.6 लाख रुपये का पोर्टफोलियो होता।
- 5% सालाना स्टेप-अप एसआईपी में यह राशि 17 लाख रुपये तक पहुंच जाती।
- 15% सालाना स्टेप-अप के साथ निवेशक के पास 35 लाख रुपये का कोष होता।
- 25% सालाना स्टेप-अप के साथ निवेशक के पास 84.5 लाख रुपये होते।
कब बढ़ाएं SIP की राशि?
एसआईपी में निवेश बढ़ाने का कोई निश्चित समय नहीं होता, लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि यह आपके आय के बढ़ने के साथ ही होना चाहिए। फिनोवेट की सह-संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी नेहल मोटा कहती हैं, “SIP राशि बढ़ाने के लिए सबसे सही समय तब होता है जब आपकी आय में बढ़ोतरी होती है। स्टेप-अप SIP के जरिए आप अपने लक्ष्यों को जल्द हासिल कर सकते हैं।”
कोटक म्युचुअल फंड के सेल्स और मार्केटिंग प्रमुख मनीष मेहता सलाह देते हैं कि निवेशकों को हर साल अप्रैल या मई में अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करनी चाहिए, खासकर वेतन वृद्धि के आसपास।
SIP कब रोकें?
हालांकि एसआईपी दीर्घावधि निवेश के लिए होता है, कुछ विशेष परिस्थितियों में इसे अस्थायी रूप से रोका जा सकता है:
- आपातकालीन स्थितियां: अगर किसी बीमारी, नौकरी छूटने या अन्य वित्तीय संकट का सामना करना पड़े, तो SIP रोकने का विकल्प अच्छा है।
- बाजार का उच्च मूल्यांकन: अगर बाजार बहुत ऊंचा हो गया है, तो इक्विटी एसआईपी को कुछ समय के लिए रोकने पर विचार किया जा सकता है। नेहल मोटा कहती हैं, “जब आपको लगे कि बाजार का मूल्यांकन अधिक हो गया है, तो आप SIP रोक सकते हैं और उचित समय पर इसे दोबारा शुरू कर सकते हैं।”
- लक्ष्य प्राप्ति: अगर आपने कोई विशिष्ट वित्तीय लक्ष्य हासिल कर लिया है, तो एसआईपी रोकना सही हो सकता है। अभिषेक कुमार कहते हैं, “अगर आपने जितनी इक्विटी निवेश करनी थी, वह कर ली है, तो आप अपनी SIP को रोक सकते हैं और धन को सुरक्षित साधनों में स्थानांतरित कर सकते हैं।”
कब बंद करें SIP?
SIP को हमेशा दीर्घकालिक रणनीति के रूप में देखा जाता है, लेकिन कुछ मामलों में इसे बंद करना भी उचित हो सकता है:
- लक्ष्य पूरा होने पर: अगर आपका वित्तीय लक्ष्य पूरा हो गया है, तो SIP बंद करके फंड को भुना लेना सही रहता है।
- फंड की प्रदर्शन क्षमता: अगर किसी फंड का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं हो रहा है या फंड मैनेजर बदल गया है, तो SIP बंद करने पर विचार किया जा सकता है। नेहल मोटा कहती हैं, “अगर फंड का उद्देश्य आपकी जोखिम क्षमता से मेल नहीं खाता, तो इसे बंद करना सही रहेगा।”
निष्कर्ष
एसआईपी में निवेश करते समय निवेशकों को अपनी आय, लक्ष्य और जोखिम को ध्यान में रखना चाहिए। नियमित समीक्षा, पोर्टफोलियो में सुधार और समय-समय पर स्टेप-अप करके वे अधिकतम लाभ कमा सकते हैं। हालांकि, जरूरी है कि जरूरत से ज्यादा निवेश करने से बचें और बाजार के अस्थायी उतार-चढ़ाव के कारण एसआईपी को बंद न करें।
इस तरह एसआईपी एक अनुशासित निवेश योजना है, जिसे सही समय पर बढ़ाने, रोकने और बंद करने से आप अपनी वित्तीय यात्रा को सफल बना सकते हैं।
सिस्टेमेटिक विड्राल प्लान (SWP), जो म्यूचुअल फंड निवेश को बना देगा नियमित आय का साधन
डिस्क्लेमर: म्युचुअल फंड में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है कृपया निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें।
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