सोने की कीमतों में उछाल, अमेरिकी सरकार के बंद होने की चिंता बढ़ी
मुख्य बिंदु:
- सोने ने मंगलवार को $3,839.52 प्रति औंस का नया सर्वकालिक उच्च स्तर छुआ।
- अमेरिकी सरकार के बंद होने की आशंका और फेडरल रिजर्व की नीति अनिश्चितता से सोने की मांग बढ़ी।
- सिल्वर और प्लैटिनम ने भी हालिया सत्रों में कई वर्षों के उच्चतम स्तर को छुआ।
सोने की कीमतों में तेजी का कारण
सोने की कीमतों ने इस साल 45% से अधिक की वृद्धि दर्ज की है, जो मंगलवार को $3,839.52 प्रति औंस के नए रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गई। इस उछाल का मुख्य कारण अमेरिकी सरकार के संभावित बंद होने की चिंता है, जिसने निवेशकों के बीच अनिश्चितता बढ़ा दी है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और शीर्ष कांग्रेस नेताओं के बीच अल्पकालिक फंडिंग पर कोई समझौता नहीं हो सका, जिससे आर्थिक आंकड़ों की रिलीज में बाधा उत्पन्न हो सकती है। इससे निवेशकों को अमेरिकी अर्थव्यवस्था का आकलन करने में मुश्किल हो रही है।
सोने की कीमतों को केंद्रीय बैंकों की मांग और फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की शुरुआत ने भी समर्थन दिया है। गोल्डमैन सैक्स और ड्यूश बैंक ने भविष्यवाणी की है कि यह रैली आगे भी जारी रह सकती है। इसके अलावा, बुलियन-समर्थित एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETFs) में होल्डिंग्स 2022 के बाद से उच्चतम स्तर पर हैं।
अन्य कीमती धातुओं का प्रदर्शन
सोमवार को सिल्वर और प्लैटिनम ने भी कई वर्षों के उच्चतम स्तर को छुआ। सिल्वर $46.94 प्रति औंस पर स्थिर रहा, जो पिछले सत्र में 2.4% की वृद्धि के बाद 14 साल में पहली बार $45 से ऊपर पहुंचा था। प्लैटिनम $1,604.27 प्रति औंस पर स्थिर रहा, जो 2013 के बाद का उच्चतम स्तर था। पैलेडियम की कीमतों में भी कोई खास बदलाव नहीं हुआ।
इन धातुओं की कीमतों में उछाल का कारण आपूर्ति की कमी और बाजार में सख्ती है। सिल्वर, प्लैटिनम और पैलेडियम के लिए लीज़ रेट्स (धातु उधार लेने की लागत) सामान्य स्तर से काफी ऊपर पहुंच गए हैं, जो लंदन में स्टॉकपाइल्स की कमी को दर्शाता है। ETFs में निवेश भी इस तंगी को बढ़ा रहा है।
सोने की कीमतों पर अमेरिकी नीतियों का प्रभाव
अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड्स की यील्ड में कमी ने सोने जैसी कीमती धातुओं को और आकर्षक बना दिया है, क्योंकि ये ब्याज नहीं देतीं। इसके साथ ही, अमेरिकी डॉलर के कमजोर होने से डॉलर-मूल्य वाली बुलियन विदेशी खरीदारों के लिए सस्ती हो गई है। MKS PAMP SA की धातु रणनीति प्रमुख निकी शील्स ने कहा, “सोना आमतौर पर अमेरिकी सरकार के बंद होने की की बातचीत को ज्यादा तवज्जो नहीं देता, लेकिन इस बार यह एक असाधारण तेजी के दौर में है।”
खनन कंपनियों में नेतृत्व परिवर्तन
दुनिया की दो सबसे बड़ी सोना उत्पादक कंपनियों, न्यूमॉन्ट कॉर्प और बैरिक माइनिंग कॉर्प, ने सोमवार को अपने नेतृत्व में बदलाव की घोषणा की। न्यूमॉन्ट के टॉम पामर 31 दिसंबर को कंपनी छोड़ेंगे, जो अपेक्षित था, लेकिन बैरिक के मार्क ब्रिस्टो का जाना आश्चर्यजनक रहा।
निवेशकों के लिए सुझाव
- सोने में निवेश: सोने की कीमतों में लगातार वृद्धि इसे सुरक्षित निवेश का विकल्प बनाती है, खासकर अनिश्चित आर्थिक माहौल में।
- ETFs पर नजर: बुलियन-समर्थित ETFs में निवेश बढ़ रहा है, जो सोने और अन्य कीमती धातुओं में निवेश का आसान तरीका हो सकता है।
- बाजार की निगरानी: अमेरिकी सरकार के बंद होने और फेडरल रिजर्व की नीतियों पर नजर रखें, क्योंकि ये कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं।
निष्कर्ष
सोने की कीमतों में यह रिकॉर्ड वृद्धि निवेशकों के लिए अवसर और चुनौतियां दोनों प्रस्तुत करती है। अमेरिकी सरकार के बंद होने की आशंका और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता ने सोने को सुरक्षित निवेश का दर्जा दिलाया है। सिल्वर और प्लैटिनम जैसी अन्य धातुएं भी मजबूत प्रदर्शन कर रही हैं। निवेशकों को बाजार के रुझानों और नीतिगत बदलावों पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए।
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