SEBI ने सोमवार 01 जुलाई 2024 को एक नया Circular जारी किया गया है, जो ANGEL BROKING, 5 PAISA और ZERODHA जैसे डिस्काउंट ब्रोकर के लिए बहुत बुरी खबर है। इससे सभी डिस्काउंट ब्रोकर प्रभावित होंगे और आने वाले समय में इसका खामियाजा कहीं निवेशकों को न भोगना पड़े। इस सर्कुलर के लागू होने के बाद ही स्थिति साफ़ हो सकेगी।
सबसे पहले आपको बताते हैं की सर्कुलर का विषय क्या है? सर्कुलर का विषय है : “REGULATOR DIRECTS EXCHANGES AND OTHER MII’s To LEAVY SAME FEES”
वर्तमान स्थित
वर्तमान समय जब हम अपने ब्रोकर के माध्यम से सौदे करते हैं (Cash या Future) तो वो हमसे Turnover Fee Charge करता है। Exchange और दूसरे MII’s (Market Infrastructure Institutions) Broker से महीने के लास्ट में Fees Charge करते हैं। इसमें मुख्य बात ये है कि फिलहाल एक्सचेंज सभी ब्रोकर से सामान रूप से फीस चार्ज नहीं करते है। अभी एक्सचेंज का SLAB WISE FEE Structure है, मतलब जिस ब्रोकर का Turnover जितना अधिक होगा उसपर उतनी कम Fee पड़ेगी।
इसको एक उदाहरण से समझे, मान लीजिए किसी ब्रोकर ने ₹100 Turnover Fee के रूप में अपने ग्राहक से लिए, माह के अंत में जब वो एक्सचेंज को Fee जमा करेगा तो एक्सचेंज उस ब्रोकर के Turnover को देखते हुए (सामान्यतया Discount Broker के Turnover बहुत अधिक होते हैं) उसे कुछ डिस्काउंट देता है या कम Fee चार्ज करता है मतलब उससे पूरा ₹100 लेने के स्थान पर ₹80 ही लेता है। अब ये ₹20 ब्रोकर की कमाई हो गई क्योंकि उसने हम से तो पूरे ₹100 वसूले हैं। ब्रोकर की ये कमाई इस बात पर निर्भर करती है कि उसने एक्सचेंज को कितना टर्नओवर लाकर दिया।
आप इसको आम कारोबारी जगत में मिलने वाले Incentives की तरह मान सकते हैं। ब्रोकर एक्सचेंज के लिए जितना बिजनेस ले कर आएगा (Turnover) ब्रोकर को उतना ही Incentive Fee में Discount के रूप में मिलेगा। ये एक तरह का सहजीवी संबंध है।
SEBI CIRCULAR के बाद स्थिति
सर्कुलर के बाद SEBI के अनुसार अब एक्सचेंज को UNIFORM FEE LEAVY (सामान रूप से सभी ब्रोकर से चाहे वो जितना भी Turnover ले के आए) मतलब अब ब्रोकर को High Turnover का Incentive खत्म हो जाएगा।
सेबी के अनुसार ब्रोकर जितना एक्सचेंज को Fee देते हैं उतना ही End User यानि की ग्राहक से ले पाएंगे।
सेबी के शब्दों में कहें तो ये SLAB WISE FEE STRUCTRE against the principle of equal fair and transparent access to all market participant है।
ICICI ENERGY OPPORTUNITIES FUND
SEBI CIRCULAR कब से प्रभावी
सेबी का ये सर्कुलर 1 अक्टूबर 2024 से प्रभावी होगा। जानकारों के अनुसार Discount Brokers की कमाई का 15% से 30% इसी इंसेंटिव के माध्यम से होती है। इस कारण SEBI का यह CIRCULAR इन डिस्काउंट ब्रोकर के लिए प्रतिकूल प्रभाव डालने वाला है।
इस लेख के समय मुझे ZERODHA के नितिन कामथ का लेटेस्ट ट्वीट याद आता है कि उनके बिजनेस का सबसे बड़ा रिस्क रेगुलेटरी रिस्क है। शायद वे ऐसे ही सर्कुलर की बात कर रहे थे।
निष्कर्ष
मेरे विचार से SEBI का यह सर्कुलर नैतिक रूप से भी उचित है क्योंकि ब्रोकर हम से FEE यह करके चार्ज करते है कि उन्हें इसे एक्सचेंज को देना होता है और फिर उसमे से एक हिस्सा इंसेंटिव के नाम पर रख लेते हैं। यह तरीका बिल्कुल गलत है। आने वाले समय में इस नुकसान की पूर्ति ग्राहकों के मत्थे मढ़े जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
यह भी पढ़ें
- शादियों के सीजन से पूर्व ज्वैलरी शेयरों में लगाएं दांव !
- Investor के साथ Groww की धोखधड़ी
- TOP 5 Small Cap Stocks जिनमें Mutual Funds ने Position Increase & Decrease की !

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम उमेश चन्द्र पाण्डे है। मैं अपने बचे समय में ब्लॉगिंग और डिजिटल कंटेंट क्रिएट करता हूं। मुझे फ़ाइनेंस से जुड़े विषयों पर लेख लिखना, पढ़ना और लोगों को जागरूक करना बेहद पसंद हैं, साथ ही मुझे सेहत और स्वास्थ से जुड़े विषयों में गहरी रुचि है, समय समय पर इस विषय पर भी आपको मेरे लेख मिलते रहेंगे।