T+3 Days IPO Listing: दोस्तों, पिछला महीना यानी नवंबर 2023 आईपीओ की दृष्टि से काफी व्यस्त माह रहा। इस दौरान बहु प्रतीक्षित टाटा टेक्नोलॉजीज का आईपीओ भी मार्केट में लिस्ट हुआ जिसने बंपर लिस्टिंग एक्सचेंज में दर्ज की थी।
अभी तक आईपीओ में आवेदन से लेकर लिस्टिंग के दिन तक काफी समय लग जाता था जिसके कारण निवेशकों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता था। निवेशकों के हितों को ध्यान में रखते हुए सेबी T+3 का रूल लाया है जो की सभी आईपीओ लाने वाली कंपनियों के लिए 1 दिसंबर 2003 से लागू करना अनिवार्य हो गया है।
T+3 IPO Listing कैसे काम करेगा
T | क्लोजिंग डे ऑफ आईपीओ |
T+1 | बेसिस ऑफ एलॉटमेंट |
T+2 | शेयर क्रेडिट टू डिमैट अकाउंट |
T+3 | लिस्टिंग डे |
अब इसको एक उदाहरण द्वारा समझने का प्रयास करते हैं। मान लीजिए किसी X कंपनी का आईपीओ किसी माह की 21 तारीख से ओपन होता है और जैसी की परंपरा रही है कोई आईपीओ तीन वर्किंग दिनों तक ओपन रहता है, उस हिसाब से यह आईपीओ 23 तारीख को क्लोज हो जायेगा।
अब क्लोजिंग डे को T डे माना जाएगा और क्लोजिंग डे के नेक्स्ट डे यानी T+1 को आईपीओ का एलॉटमेंट हो जायेगा। आईपीओ एलॉटमेंट के नेक्स्ट डे यानी T+2 को आईपीओ वाली कंपनी का शेयर आपके डिमैट अकाउंट में क्रेडिट कर दिया जाएगा और उसके नेक्स्ट डे ही यानी T+3 को आईपीओ की लिस्टिंग एक्सचेंज में हो जाएगी।
T+3 का यह नियम मेन बोर्ड आईपीओ के साथ ही SMEs आईपीओ के लिए भी लागू होगा। 1 दिसंबर 2023 के बाद से जितने भी आईपीओ आयेंगे सभी को T+3 लिस्टिंग डेज के रूल को फॉलो करना होगा। अभी तक यह नियम वैकल्पिक था।
आपने देखा होगा कि कुछ कंपनियों ने नवंबर माह में अपने निर्धारित लिस्टिंग तिथि से पूर्व ही T+3 के रूल को फॉलो करते हुए पहले ही एक्सचेंज में लिस्ट हो गई हैं।
T+3 IPO Listing के फायदे
T+3 IPO Listing के कई फायदों में से कुछ प्रमुख बिंदु निम्नलिखित हैं:
- सबसे प्रमुख फायदा यह है की निवेशकों का पैसा लंबे समय तक ब्लॉक नहीं रहेगा।
- आईपीओ लिस्टिंग की प्रतीक्षा लंबे समय तक नहीं करनी पड़ेगी।
- लिक्विडिटी बढ़ेगी यानी अगर किसी निवेशक को कोई आईपीओ अलॉट नहीं होता है तो उसका पैसा फटाफट अनब्लॉक हो जाएगा जिससे वह उस पैसे का प्रयोग किसी अन्य आईपीओ में बिड करने के लिए कर सकेगा।
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निष्कर्ष
T+3 IPO Listing, सेबी द्वारा उठाया गया अत्यंत क्रांतिकारी एवं स्वागत योग्य कदम है। यह नियम रिटेल निवेशकों के लिए हितकर होगा। खासकर ऐसे निवेशक जिनके पास कम पैसा होता है और वह ज्यादा से ज्यादा आईपीओ के लिए बिड करना चाहते हैं उनके लिए भी T+3 का रूल अत्यंत सहायक साबित होगा। सेबी, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का तहे दिल से शुक्रिया।
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डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें।
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