Vodafone Idea Share: वोडाफोन के कर्ज निपटान की बड़ी खबर, कल शेयरों में दिखेगा उछाल!

Vodafone Idea Share के शेयरों में बड़ा हलचल देखने को मिल सकता है, क्योंकि वोडाफोन ग्रुप ने अपनी 11,650 करोड़ रुपये की देनदारी चुकाकर कर्ज का निपटान कर लिया है। इसके तहत वोडाफोन ग्रुप ने अपनी लगभग पूरी हिस्सेदारी गिरवी रख दी थी, जो कि कैश संकट से जूझ रहे इस टेलीकॉम ऑपरेटर के लिए राहत का संकेत है।

शेयर बाजार में शुक्रवार को Vodafone Idea Share का प्रदर्शन स्थिर रहा। इसका पिछला बंद भाव ₹7.57 था और ओपनिंग प्राइस ₹7.55 रही। दिन के दौरान, स्टॉक का उच्चतम स्तर ₹7.62 और न्यूनतम स्तर ₹7.43 रहा, जबकि VWAP (वॉल्यूम वेटेड एवरेज प्राइस) ₹7.54 दर्ज किया गया। 52 सप्ताह का उच्चतम स्तर ₹19.15 और न्यूनतम स्तर ₹6.60 है। इस दिन कुल 287.25 लाख शेयरों का ट्रेड हुआ, जिससे ₹21.65 करोड़ का कारोबार हुआ। कंपनी का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन ₹52,065.76 करोड़ है।

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ब्लॉक डील्स और हिस्सेदारी बिक्री से जुटाए फंड

वोडाफोन ग्रुप ने हाल ही में इंडस टावर्स में अपनी शेष 3% हिस्सेदारी ब्लॉक डील्स के माध्यम से बेचकर 2,801.7 करोड़ रुपये जुटाए। इससे पहले, वोडाफोन ने इंडस टावर्स में अपनी 21.05% हिस्सेदारी में से 18% हिस्सेदारी बेचकर 15,300 करोड़ रुपये जुटाए थे। इन फंड्स का उपयोग भारतीय संपत्तियों के खिलाफ सुरक्षित कर्ज का भुगतान करने के लिए किया गया।

कर्ज निपटान और हिस्सेदारी मुक्त

27 दिसंबर 2024 को, एचएसबीसी कॉर्पोरेट ट्रस्टी कंपनी (यूके), जो कर्जदाताओं के लिए सुरक्षा ट्रस्टी के रूप में कार्य कर रही थी, ने बकाया कर्ज चुकता होने के बाद गिरवी रखी गई हिस्सेदारी को मुक्त कर दिया।

  • वोडाफोन ग्रुप की 22.56% हिस्सेदारी, जो पहले गिरवी रखी गई थी, अब पूरी तरह से मुक्त हो गई है।
  • शेयरधारिता संरचना:
    • वोडाफोन ग्रुप: 22.56%
    • आदित्य बिड़ला ग्रुप: 14.76%
    • भारत सरकार: 23.15% (30 सितंबर 2024 तक)।

कैश संकट के बीच कर्ज निपटान

वोडाफोन ग्रुप ने 2019 में अपने राइट्स इश्यू में योगदान देने के लिए इंडस टावर्स में हिस्सेदारी गिरवी रखी थी, जिससे 11,000 करोड़ रुपये जुटाए गए थे। इस साल, वोडाफोन ने इंडस टावर्स से पूरी तरह से बाहर निकलते हुए सभी हिस्सेदारी बेच दी।

भारतीय टेलीकॉम सेक्टर में बड़ा कदम

इंडस टावर्स से बाहर निकलने के बाद, वोडाफोन ने भारती एयरटेल की सहायक कंपनी से पूरी तरह से अलग हो गई है। इस हिस्सेदारी बिक्री ने कर्ज का बोझ कम करने और फंड जुटाने में वोडाफोन को मदद दी है।

कल के लिए उम्मीदें: शेयरों में तेजी संभव

वोडाफोन के इस कदम से शेयर बाजार में सकारात्मक असर पड़ने की संभावना है। निवेशकों को यह संकेत मिलेगा कि कंपनी वित्तीय संकट से उबरने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रही है।

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डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।

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