Bitcoin ने इतिहास रचते हुए पहली बार $1 लाख (₹82 लाख) का माइलस्टोन पार कर लिया है। यह उपलब्धि वैश्विक राजनीतिक घटनाक्रम, संस्थागत निवेश, और बदलते क्रिप्टो नियमों के परिणामस्वरूप संभव हुई। विशेषज्ञ इसे डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा अमेरिकी राष्ट्रपति बनने और उनकी क्रिप्टो-समर्थक नीतियों से जोड़ रहे हैं।
ट्रंप की नीतियों का क्रिप्टो पर असर
Mudrex के CEO एडुल पटेल ने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने क्रिप्टो सेक्टर के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने पॉल एटकिंस को SEC (Securities and Exchange Commission) का चेयरमैन नियुक्त किया, जिसने क्रिप्टो इंडस्ट्री को बड़ा सहारा दिया।
पटेल ने आगे कहा, “ट्रंप ने क्रिप्टो सेक्टर के लिए अपने चुनावी वादों को पूरा किया है, जिसमें व्हाइट हाउस में एक Crypto Policy Role बनाना और Strategic Bitcoin Reserve स्थापित करना शामिल है।”
CoinSwitch के बिजनेस हेड बालाजी श्रीहरि का मानना है कि ट्रंप के फिर से चुने जाने ने क्रिप्टो बाजार को नई ऊर्जा दी है। इसके साथ ही, Institutional Investments में तेजी ने Bitcoin की कीमत को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया।
Bitcoin को मिला ग्लोबल सपोर्ट
- ब्लैकरॉक का ETF: BlackRock Spot BTC ETF ने प्रबंधन के तहत 5,00,000 बिटकॉइन पार कर लिया है, जिसकी वैल्यू $48 बिलियन से ज्यादा है।
- चीन की पॉलिसी में बदलाव: चीन ने Personal Crypto Ownership पर प्रतिबंध हटा दिया है।
- रूस और ब्राजील: ये देश Bitcoin को अपने Reserve Asset के रूप में अपनाने पर विचार कर रहे हैं।
क्या भारतीय निवेशकों को क्रिप्टो में निवेश करना चाहिए?
CoinPark के CEO थंगापंडी दुरई के मुताबिक, Bitcoin का $101,000 के ऊपर जाना भारतीय निवेशकों के लिए एक बड़ा अवसर है। उन्होंने कहा,
“Bitcoin को Digital Gold कहा जाता है, जो न केवल Inflation Hedge है बल्कि मूल्य का भंडारण भी करता है।”
उन्होंने उदाहरण दिया, “2013 में अगर किसी ने 5 बिटकॉइन खरीदे होते, तो आज उसका मूल्य 100 गुना बढ़ चुका होता।”
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Bitcoin का भविष्य: क्या यह केवल शुरुआत है?
दुरई ने कहा, “Bitcoin अभी अपनी यात्रा की शुरुआत में है। यह $100K पर नहीं रुकेगा। इसकी कीमत चाँद या मंगल तक भी पहुंच सकती है।” उन्होंने निवेशकों को सलाह दी कि इस क्रिप्टोकरंसी के संभावित ग्रोथ पर विश्वास रखें।
क्रिप्टो निवेश में जोखिम और सावधानियां
हालांकि, 1Finance के क्वांट एनालिस्ट पूर्वांग मशरू ने चेतावनी दी कि क्रिप्टो में निवेश से पहले रिसर्च बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा, “Bitcoin या किसी भी क्रिप्टो को 50-100 गुना रिटर्न के शॉर्टकट के रूप में न देखें। इस क्षेत्र में Long-Term Investment Outlook रखें और बाजार की अनिश्चितताओं को समझें।”
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निष्कर्ष: क्या आपको Bitcoin में निवेश करना चाहिए?
Bitcoin ने वैश्विक निवेशकों का भरोसा जीता है, लेकिन भारतीय निवेशकों को इसमें निवेश करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
- मजबूत रिसर्च करें।
- अपने पोर्टफोलियो का केवल एक छोटा हिस्सा क्रिप्टो में डालें।
- लॉन्ग-टर्म रणनीति अपनाएं।
यह ऐतिहासिक माइलस्टोन न केवल Bitcoin बल्कि पूरे क्रिप्टो सेक्टर के उज्ज्वल भविष्य का संकेत देता है।
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डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।
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