Defense Stock में 9% की ऐतिहासिक छलांग, ₹1500 करोड़ के मेगा प्रोजेक्ट्स से Defence Sector में मचाएगी धूम!

Defense Stock: भारत की प्रमुख रक्षा और एयरोस्पेस कंपनी, Apollo Micro Systems Limited (AMS), नए मील के पत्थर की ओर बढ़ रही है। कंपनी ने 2025 तक ₹1500 करोड़ के ऑर्डर्स हासिल करने की उम्मीद जताई है, जो इसके पिछले तीन वर्षों के कुल राजस्व के बराबर हो सकते हैं।

कंपनी के निदेशक, ए. कृष्णा साई कुमार, ने इस ऐतिहासिक प्रगति की घोषणा करते हुए बताया कि ये प्रोजेक्ट्स रक्षा उत्पादन में क्रांति ला सकते हैं और भारत को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

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शेयर प्राइस में जबरदस्त उछाल

मंगलवार को Apollo Micro Systems के शेयर ने 9.1% की बढ़त के साथ ₹117.50 प्रति शेयर का इंट्राडे हाई दर्ज किया।

  • पिछला क्लोजिंग प्राइस: ₹107.70
  • मार्केट कैपिटलाइजेशन: ₹3,556 करोड़ (31 दिसंबर 2024 तक)
    इस जबरदस्त उछाल का कारण है कंपनी की भविष्य की संभावनाओं में निवेशकों का बढ़ता भरोसा।

शेयर प्राइस बढ़ने के पीछे की वजहें

1. Revenue Growth का भरोसा

कंपनी ने FY26 तक 100% रेवेन्यू ग्रोथ का अनुमान लगाया है, जो नए “बिग-टिकट” प्रोजेक्ट्स से संभव होगा।

  • वर्तमान ऑर्डर बुक: ₹550-570 करोड़
  • आगामी प्रोजेक्ट्स का मूल्य: ₹1000-1500 करोड़

2. Defence Sector में प्रमुख भूमिका

  • AMS, DRDO के मिसाइल प्रोग्राम्स में 60% तकनीकी योगदान देता है।
  • उत्पादन चरण में पहुंचते ही, इन प्रोजेक्ट्स से 45–50% की वार्षिक वृद्धि की उम्मीद है।

वित्तीय प्रदर्शन: हर तिमाही नया रिकॉर्ड

Q2 FY25 (सितंबर 2024)

  • कुल राजस्व: ₹161 करोड़ (YOY: 85% बढ़त, QoQ: 76.9% बढ़त)
  • शुद्ध लाभ: ₹16 करोड़ (YOY: 128.5% बढ़त, QoQ: 77.7% बढ़त)

पिछले तीन वर्षों का विकास

  • Apollo ने रक्षा और एयरोस्पेस के लिए cutting-edge टेक्नोलॉजी के जरिए अपने ग्राहक आधार को मजबूत किया है।

वैश्विक रक्षा उद्योग का परिदृश्य (Global Defence Outlook)

2023 में वैश्विक डिफेंस खर्च 18.5% बढ़कर $2,012 बिलियन हो गया। इसके पीछे प्रमुख कारण हैं:

  • भूराजनीतिक तनाव और सुरक्षा चुनौतियों में वृद्धि।
  • नई तकनीकों में निवेश, जैसे AI, Hypersonic Defence, और Autonomous Systems
  • वैश्विक उद्योग का राजस्व: $829 बिलियन

Apollo का प्रभाव: भारत के लिए गौरव का क्षण

भारत में तेजी से बढ़ते रक्षा बजट और आत्मनिर्भर भारत अभियान के साथ, AMS जैसी कंपनियां रणनीतिक क्षेत्र में मजबूती से उभर रही हैं।

कंपनी प्रोफ़ाइल: Apollo Micro Systems का परिचय

स्थापना और विकास

  • स्थापना: 1985
  • मुख्यालय: हैदराबाद
  • IPO: 2018 में ₹156 करोड़ जुटाए

विशेषज्ञता और उत्पाद

  • रक्षा और एयरोस्पेस के लिए रग्ड इलेक्ट्रॉनिक्स और मिशन-क्रिटिकल सॉफ़्टवेयर
  • प्रमुख उत्पाद:
    • Integrated Avionics
    • PCM Encoders
    • Embedded Software Design

ग्राहक और साझेदार

  • DRDO, ISRO, और TATA, L&T जैसे दिग्गज
  • 2000 में ISRO के लिए स्वदेशी सिस्टम की सफल डिलीवरी

शेयरहोल्डिंग पैटर्न

  • प्रमोटर्स: 55.12%
  • पब्लिक: 43.82%
  • विदेशी संस्थागत निवेशक: 0.19%

रक्षा क्षेत्र में निवेश का सुनहरा अवसर

Apollo Micro Systems ने न केवल निवेशकों का भरोसा जीता है, बल्कि भारतीय रक्षा क्षेत्र में अपनी मजबूत पहचान बनाई है।

  • Horizon 2025: बड़े प्रोजेक्ट्स के साथ AMS अगले तीन वर्षों में असाधारण प्रदर्शन की ओर अग्रसर है।
  • भारत की आत्मनिर्भरता: स्वदेशी रक्षा टेक्नोलॉजी में कंपनी का योगदान देश की सुरक्षा और आर्थिक विकास को मजबूती देता है।

निष्कर्ष

Apollo Micro Systems का शेयर प्राइस और कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन इस बात का संकेत है कि भारत का रक्षा और एयरोस्पेस उद्योग वैश्विक स्तर पर अग्रणी बनने के लिए तैयार है। कंपनी के आगामी प्रोजेक्ट्स और टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन इसे निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाते हैं।

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डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।

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