Zerodha के सह-संस्थापक Nikhil Kamath, जिन्होंने वर्षों तक लोगों को घर खरीदने की बजाय किराए पर रहने की सलाह दी थी, ने आखिरकार अपना खुद का घर खरीद लिया है। उनके इस कदम ने उनके फॉलोवर्स के बीच काफी चर्चा पैदा कर दी है। कामत ने अपने हालिया पॉडकास्ट में इस बड़े निर्णय के पीछे की वजहों को स्पष्ट किया।
पॉडकास्ट में Nikhil Kamath का खुलासा
Nikhil Kamath का पॉडकास्ट, जिसमें रियल एस्टेट इंडस्ट्री के प्रमुख नाम जैसे Prestige Group के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर इरफान रज़ाक, Brigade Group की Executive Director निरुपा शंकर, और WeWork India के CEO करण विरवानी शामिल थे, ने renting और buying के बीच की बहस को फिर से जीवंत कर दिया।
37 वर्षीय Nikhil Kamath ने खुलकर कहा कि उन्होंने अब आखिरकार घर खरीदने का फैसला कर लिया है, हालांकि पहले वे इसे सिर्फ एक “liability” मानते थे।
किराए पर रहने के नुकसान पर Nikhil Kamath की नई राय
Nikhil Kamath ने हमेशा घर खरीदने की तुलना में किराए पर रहने के फायदे गिनाए थे। लेकिन हाल ही में उन्होंने इस सोच में बदलाव का अनुभव किया है। उन्होंने कहा, “किराए पर रहने के जितने भी फायदे हैं, एक बड़ा disadvantage यह है कि आपके पास यह निश्चितता नहीं होती कि आप कितने समय तक उस घर में रह सकते हैं। मुझे हाल ही में जिस घर में मैं रह रहा था, उसे छोड़ना पड़ा, जबकि मैं वहां कुछ और समय रहना चाहता था।”
Nikhil Kamath की नई सोच: घर खरीदने का सही समय
Nikhil Kamath का मानना था कि घर खरीदना एक आर्थिक जिम्मेदारी (liability) है, जो आपकी liquidity को कम कर सकता है। लेकिन अब वे इस विचार को लेकर अधिक व्यावहारिक हो गए हैं। उन्होंने कहा, “ऐसे कुछ मोड़ होते हैं जब आप महसूस करते हैं कि rental agreements में flexibility के बावजूद, लंबे समय तक एक ही जगह पर रहने की स्थिरता (stability) अधिक महत्वपूर्ण होती है।”
Renting बनाम Buying: कामत के अनुसार क्या सही है?
Nikhil Kamath ने अपने विचार में बदलाव की वजह से इस बहस को फिर से गर्मा दिया है। उन्होंने माना कि renting के अपने फायदे हैं, लेकिन buying एक स्थायी समाधान हो सकता है जब आपको जीवन में स्थिरता और नियंत्रण की जरूरत होती है। उनका मानना है कि property खरीदना अब उनके जीवन के इस चरण में सही कदम है, जब वह आर्थिक रूप से इस बड़े कदम को उठाने में सक्षम हैं।
निष्कर्ष
Nikhil Kamath का यह कदम दर्शाता है कि समय के साथ लोगों के financial goals और priorities बदल सकती हैं। घर खरीदने को लेकर उनकी यह नई सोच यह बताती है कि एक समय ऐसा आता है जब व्यक्तिगत नियंत्रण और स्थिरता की ज़रूरत, financial flexibility से ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है। कामत का अनुभव यह साबित करता है कि house ownership भी एक रणनीतिक निवेश (strategic investment) हो सकता है, खासकर जब आपके पास भविष्य की सुरक्षा की योजना होती है।
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