दिसंबर में होने वाला Sensex Rebalancing भारतीय शेयर बाजार में महत्वपूर्ण बदलावों को दर्शाता है। यह न केवल सेक्टर की परफॉर्मेंस को दर्शाता है बल्कि निवेशकों के लिए नए अवसर भी लाता है। इस बदलाव का सीधा असर लिक्विडिटी, फंड फ्लो और मार्केट सेंटीमेंट पर पड़ेगा। आइए जानते हैं उन 6 स्टॉक्स के बारे में, जो Sensex Rebalancing से प्रभावित होंगे।
Zomato: मार्केट में नई ऊर्जा
Zomato, 2008 में दीपिंदर गोयल और पंकज चड्ढा द्वारा स्थापित, दुनिया भर के 1,000+ शहरों में ऑपरेट कर रहा है। यह फूड डिलीवरी और रेस्टोरेंट एग्रीगेशन प्लेटफॉर्म के रूप में जाना जाता है।
2021 में कंपनी ने IPO लॉन्च किया और $8 बिलियन से अधिक की वैल्यूएशन हासिल की। Zomato Gold और Hyperpure जैसे इनोवेशन ने इसे और मजबूत किया है।
Sensex में शामिल होने से Zomato को नए फंड फ्लो का लाभ मिलेगा, जो इसकी ग्रोथ और निवेशकों के लिए लाभकारी साबित होगा।
JSW Steel: दबाव में मेटल जायंट
JSW Steel, भारत की प्रमुख स्टील निर्माता कंपनी, 1994 में स्थापित हुई और इसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता 18 मिलियन टन से अधिक है। अपने सस्टेनेबल प्रैक्टिसेस के लिए जानी जाने वाली यह कंपनी Sensex से बाहर हो रही है।
Nuvama की रिपोर्ट के अनुसार, JSW Steel के Sensex से बाहर होने पर $252 मिलियन का आउटफ्लो होगा और औसत वॉल्यूम प्रभाव 11.8x होगा। हालांकि JSW Steel ने पिछले साल 9% का रिटर्न दिया है, लेकिन इसका मार्केट कैप ₹2.24 लाख करोड़ Zomato के मुकाबले कम पड़ गया।
Mahindra & Mahindra: ऑटोमोबाइल का दमदार खिलाड़ी
1945 में स्थापित Mahindra & Mahindra (M&M), भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर का प्रमुख नाम है। SUVs, ट्रैक्टर्स, और कमर्शियल व्हीकल्स के साथ-साथ कंपनी एयरोस्पेस और एग्रीबिजनेस जैसे क्षेत्रों में भी काम करती है।
Nuvama की रिपोर्ट के मुताबिक, Sensex में M&M के वेटेज में कमी से $77 मिलियन का आउटफ्लो होगा और औसत वॉल्यूम प्रभाव 0.6x होगा। हालांकि, यह बदलाव Mahindra & Mahindra के दीर्घकालिक प्रदर्शन और मजबूत निवेशकों के विश्वास को कमजोर नहीं करेगा।
ITC Limited: विविधताओं में दम
ITC, 1910 में स्थापित, एक बहु-क्षेत्रीय कंपनी है, जो FMCG, होटल्स, पैकेजिंग और एग्रीबिजनेस में काम करती है। Sunfeast और Gold Flake जैसे ब्रांड इसके प्रमुख प्रोडक्ट्स हैं।
Sensex वेटेज में कमी से ITC को $9 मिलियन का आउटफ्लो झेलना पड़ेगा और इसका औसत वॉल्यूम प्रभाव 0.1x होगा। हालांकि यह बदलाव मामूली है, ITC का मजबूत बाजार प्रदर्शन इसे निवेशकों के लिए आकर्षक बनाए रखेगा।
Infosys: टेक्नोलॉजी का दिग्गज
Infosys, भारत की प्रमुख IT कंपनी, Sensex में एक मजबूत स्थान रखती है। इसकी वेटेज में हल्की कमी के कारण $16 मिलियन का आउटफ्लो और औसत वॉल्यूम प्रभाव 0.1x होगा। Infosys का तकनीकी नवाचार और उद्योग में मजबूती इसे Sensex के प्रमुख स्टॉक्स में बनाए रखेगी।
Sun Pharma: हेल्थकेयर लीडर
1983 में दिलीप सांघवी द्वारा स्थापित Sun Pharma, भारत की सबसे बड़ी फार्मा कंपनियों में से एक है। यह जेनेरिक दवाओं और APIs के उत्पादन में माहिर है और 100 से अधिक देशों में इसका ग्लोबल फुटप्रिंट है।
कंपनी का फोकस इनोवेशन और स्पेशलिटी ड्रग्स पर है, जो ग्लोबल हेल्थकेयर को बेहतर बनाने में मदद करता है। Sensex में बदलाव से Sun Pharma का प्रदर्शन निवेशकों को नए अवसर प्रदान कर सकता है।
निष्कर्ष:
Sensex Rebalancing दिसंबर में भारतीय शेयर बाजार के लिए एक नया मोड़ लेकर आएगा। ये बदलाव निवेशकों के लिए अवसर और जोखिम दोनों लेकर आएंगे। सही निवेश निर्णय लेने के लिए इन स्टॉक्स की गहनता से निगरानी करना आवश्यक है।
Read Also: Bajaj Auto Share 31% नीचे: क्या Chetak 35 सीरीज का लॉन्च सेंटीमेंट को बदल सकता है?
Read Also: 2025 में 35% तक की बढ़त के लिए खरीदें ये 11 शानदार स्टॉक्स, क्या आपके पास इनमें से कोई है?
डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।
नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम वरुण सिंह है। मैं एक डिजिटल कंटेंट क्रिएटर हूं। मुझे ब्लॉग लिखना और वीडियो बनाना बेहद पसंद हैं। मेरा उद्देश्य है की पाठकों को फाइनेंस जगत से जुड़ी जानकारियों को हिंदी में सरल, शुद्ध और जल्दी उपलब्ध करवाना है।