Ather Energy IPO: इलेक्ट्रिक व्हीकल्स मार्केट में तेजी से बढ़ती एथर एनर्जी जल्द ही अपने आईपीओ (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग) के जरिए 45 करोड़ डॉलर जुटाने की तैयारी कर रही है। यह आईपीओ देश के ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल) सेक्टर में एक नया मील का पत्थर साबित हो सकता है, खासकर तब जब ओला इलेक्ट्रिक ने हाल ही में अपने आईपीओ के जरिए शेयर बाजार में शानदार एंट्री की है।
सेबी के पास DRHP जमा करने की तैयारी
एथर एनर्जी सितंबर के दूसरे सप्ताह में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) जमा कर सकती है। अगर यह योजना सुचारू रूप से आगे बढ़ती है, तो एथर दिसंबर 2024 या 2025 के शुरुआती महीनों में अपना आईपीओ लॉन्च कर सकती है। इस आईपीओ के माध्यम से जुटाई गई पूंजी का उपयोग कंपनी के व्यापक विस्तार के लिए किया जाएगा, जिसमें औरंगाबाद में 10 लाख इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की वार्षिक क्षमता वाला एक नया प्लांट स्थापित करना शामिल है। इस प्लांट के लिए लगभग 1,000 करोड़ रुपये के निवेश की आवश्यकता होगी।
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निवेश और यूनिकॉर्न का दर्जा
हाल ही में एथर एनर्जी ने नैशनल इन्वेस्टमेंट ऐंड इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड (NIIF) से 600 करोड़ रुपये का निवेश जुटाया है। इस निवेश से एथर का कुल मूल्यांकन 1.3 अरब डॉलर हो गया है, जिससे वह यूनिकॉर्न का दर्जा प्राप्त कर चुकी है। हालांकि, NIIF के इस निवेश से हीरो मोटोकॉर्प की हिस्सेदारी घटकर लगभग 38 प्रतिशत हो गई है, जो पहले 40 प्रतिशत थी। इसके अलावा, एथर के संस्थापक तरुण मेहता और स्वप्निल जैन की कुल हिस्सेदारी केवल 14 प्रतिशत ही है, जबकि NIIF की हिस्सेदारी 13-14 प्रतिशत तक बढ़ गई है।
एथर एनर्जी की मौजूदा स्थिति और भविष्य की योजनाएं
जुलाई 2024 तक, एथर एनर्जी ने 10,118 इलेक्ट्रिक वाहनों का पंजीकरण कराया, जो बाजार में 14.96 प्रतिशत की हिस्सेदारी को दर्शाता है। हालांकि, कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन में कुछ चुनौतियां भी रही हैं। वित्त वर्ष 2024 में एथर एनर्जी का राजस्व 1,789 करोड़ रुपये पर स्थिर रहा, जबकि वित्त वर्ष 2023 में यह 1,783 करोड़ रुपये था। कंपनी का नुकसान भी वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर 1,059 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष 864 करोड़ रुपये था।
ओला इलेक्ट्रिक की सफलता से एथर को मिलेगा फायदा
ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ की सफलता ने भारतीय इलेक्ट्रिक व्हीकल्स बाजार में एक नया जोश भर दिया है। ओला ने आईपीओ के जरिए 5500 करोड़ रुपये जुटाए थे और उसे चार गुना से अधिक आवेदन मिले थे। इसी सफलता को ध्यान में रखते हुए एथर एनर्जी भी अपने आईपीओ को लेकर आशान्वित है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि ओला की सफलता के बाद एथर को भी सेबी से जल्दी मंजूरी मिलने की संभावना है।
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