Bank Stocks: क्या आपके पास हैं ऐसे बैंक स्टॉक्स जिनका NPA Ratio हर साल घट रहा है? जानें इन बैंकों की डिटेल्स 2024

Bank Stocks: भारत के बैंकिंग सेक्टर में हाल के वर्षों में एक बड़ा सकारात्मक बदलाव देखा गया है। प्रमुख बैंकों ने अपने Non-Performing Asset (NPA) रेश्यो में लगातार कमी की है, जिससे उनकी एसेट क्वालिटी में सुधार और वित्तीय स्थिरता का संकेत मिलता है। यह ट्रेंड न केवल बैंकिंग सेक्टर में मजबूती दिखाता है बल्कि निवेशकों के लिए भी आकर्षक अवसर प्रस्तुत करता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे प्रमुख बैंकिंग स्टॉक्स के बारे में जिन्होंने अपने NPA रेश्यो को साल-दर-साल घटाया है।

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Punjab National Bank (PNB)-पब्लिक सेक्टर बैंक में NPA रिडक्शन में सबसे आगे

1894 में स्थापित, पंजाब नेशनल बैंक (PNB) भारत का पहला स्वदेशी बैंक है, जिसने स्वतंत्रता पूर्व युग में लाहौर से अपने ऑपरेशंस शुरू किए। आज यह भारत के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में से एक है, जिसके पास 10,000 से अधिक शाखाएँ हैं और 180 मिलियन से अधिक ग्राहक हैं।

  • Gross NPA Ratio: 4.98% (275 बेसिस पॉइंट्स की कमी)
  • Net NPA Ratio: 0.60% (138 बेसिस पॉइंट्स की कमी)
  • क्वार्टरली प्रॉफिट: ₹3,251.5 करोड़ (159% वृद्धि)

PNB ने अपनी एसेट क्वालिटी को सुधारते हुए FY25 तक GNPA को 4% तक लाने का लक्ष्य रखा है। इसके साथ ही, बैंक ने अपना अब तक का सबसे ऊंचा तिमाही लाभ दर्ज किया है, जो इसके मजबूत प्रबंधन का संकेत है।

Axis Bank-प्राइवेट सेक्टर में कम NPA लेवल्स के साथ

1993 में UTI Bank के रूप में स्थापित हुआ Axis Bank आज भारत का तीसरा सबसे बड़ा प्राइवेट सेक्टर बैंक बन चुका है। बैंक ने अपनी मजबूत रिस्क मैनेजमेंट पॉलिसी के चलते लगातार अपने NPA रेश्यो को कम रखा है।

  • Gross NPA Ratio: 1.44% (29 बेसिस पॉइंट्स की कमी)
  • Net NPA Ratio: 0.34%
  • प्रोविजन कवरेज: ₹11,815 करोड़

Axis Bank के पास 1.20% का स्टैंडर्ड एसेट कवरेज है, जो इसकी मजबूत जोखिम प्रबंधन रणनीतियों को दर्शाता है। यह बैंक निवेशकों के लिए एक सुरक्षित और स्थिर विकल्प है।

Bank of Baroda (BoB)-एसेट क्वालिटी में सुधार के लिए प्रतिबद्ध

1908 में महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ III द्वारा स्थापित, Bank of Baroda (BoB) आज भारत के सबसे बड़े पब्लिक सेक्टर बैंकों में से एक है। BoB ने अपनी एसेट क्वालिटी में निरंतर सुधार किया है और लगातार छह तिमाहियों में ₹4,000 करोड़ से अधिक का लाभ दर्ज किया है।

  • Gross NPA Ratio: 2.88% (3.51% से कमी)
  • Net NPA Ratio: 0.69%
  • क्वार्टरली प्रॉफिट: ₹4,000 करोड़ से अधिक

BoB ने अपनी NPA प्रबंधन रणनीति के तहत लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, जिससे यह निवेशकों के लिए एक स्थिर विकल्प बनता है।

Canara Bank-बैड लोन में सुधार और नए लक्ष्य

1906 में कन्नड़ हिन्दू परमानेंट फंड के रूप में शुरू हुआ Canara Bank आज भारत का एक प्रमुख पब्लिक सेक्टर बैंक बन चुका है, जो देशभर में 110 मिलियन से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान कर रहा है।

  • Gross NPA Ratio: 4.14% (101 बेसिस पॉइंट्स की कमी)
  • Net NPA Ratio: 1.24% (33 बेसिस पॉइंट्स की कमी)
  • लक्ष्य: FY25 तक GNPA को 3.25% पर लाना

Canara Bank ने अपनी एसेट क्वालिटी को मजबूत बनाने के लिए नए लक्ष्य निर्धारित किए हैं, जो इसके बैड लोन में सुधार के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।

IDBI Bank-प्रॉविजन कवरेज और रिस्क मैनेजमेंट में अग्रणी

1964 में स्थापित IDBI Bank, अपने प्रॉविजन कवरेज रेश्यो और मजबूत रिस्क मैनेजमेंट के लिए जाना जाता है। यह बैंक 2004 में एक पूर्ण-सेवा वाले कमर्शियल बैंक के रूप में परिवर्तित हुआ, जिससे इसके बिजनेस मॉडल में बड़ा बदलाव आया।

  • Gross NPA Ratio: 4.53% (185 बेसिस पॉइंट्स की कमी)
  • Net NPA Ratio: 0.34% (58 बेसिस पॉइंट्स की कमी)
  • प्रॉविजन कवरेज रेश्यो: 99.09%

IDBI Bank का प्रदर्शन इसके प्रभावी रिस्क मैनेजमेंट और मजबूत रिकवरी सिस्टम को दर्शाता है, जिससे यह बैंक लगातार अपनी लाभप्रदता में वृद्धि कर रहा है।

निष्कर्ष

इन बैंकों ने NPA रेश्यो में सुधार के जरिए अपनी वित्तीय स्थिरता को साबित किया है। उनकी प्रभावी रिस्क मैनेजमेंट पॉलिसी और स्ट्रॉन्ग रिकवरी मेकेनिज्म उन्हें निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बनाते हैं। ये कंपनियाँ न केवल आज की स्थिति में मजबूत हैं बल्कि भविष्य में भी भारतीय बैंकिंग सेक्टर की मजबूती का प्रतीक बन सकती हैं।

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डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।

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