Best Mid Cap Fund: अगर आप 2025 में बेहतर SIP (Systematic Investment Plan) करना चाहते हैं और Mid Cap Funds में निवेश की योजना बना रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए है। Mid Cap Funds निवेश के लिए एक लोकप्रिय विकल्प हैं, लेकिन क्या यह आपके पोर्टफोलियो के लिए सही विकल्प है? इस लेख में, हम Mid Cap Funds की संरचना, उनकी वर्तमान स्थिति और कुछ बेहतरीन विकल्पों पर चर्चा करेंगे। यह आर्टिकल Pranjal Kamra के यूट्यूब वीडियो के इनसाइट्स के आधार पर तैयार किया गया है।
क्या हैं Mid Cap Funds?
Mid Cap Funds उन कंपनियों में निवेश करते हैं जो भारत के शेयर बाजार में मार्केट कैपिटलाइज़ेशन के हिसाब से 101वीं से 250वीं रैंक पर हैं।
- Large Cap: टॉप 100 कंपनियां।
- Mid Cap: 101 से 250 रैंक।
- Small Cap: 251 और उसके बाद की कंपनियां।
Mid Cap Funds के फंड मैनेजर को केवल 150 कंपनियों के यूनिवर्स से 50-60 स्टॉक्स चुनने होते हैं। इस सीमित विकल्प के कारण फंड मैनेजमेंट में कठिनाई होती है।
Mid Cap Funds के प्रदर्शन की हकीकत
पिछले 3 सालों के डेटा के अनुसार:
- 84% Mid Cap Funds अपने बेंचमार्क इंडेक्स को आउटपरफॉर्म नहीं कर पाए।
- जिन 25 फंड्स का 3 साल से अधिक का ट्रैक रिकॉर्ड है, उनमें से 21 फंड्स ने अपने बेंचमार्क को बीट नहीं किया।
यह प्रदर्शन फंड मैनेजर्स की क्षमता पर सवाल नहीं उठाता, बल्कि सीमित यूनिवर्स और वैल्यूएशन की समस्या को उजागर करता है।
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Valuation की चुनौती
- Nifty Mid Cap 150 Index का P/E (Price-to-Earnings) Ratio फिलहाल 44 पर है।
- पिछले 5 साल का औसत P/E Ratio मात्र 28 था।
- यह दर्शाता है कि वर्तमान में Mid Cap Funds ओवरवैल्यूड हैं।
इस हाई वैल्यूएशन के कारण, निवेशकों को इस कैटेगरी में निवेश करते समय सावधानी बरतने की जरूरत है।
Active Funds vs. Index Funds: कौन है बेहतर?
Mid Cap Funds जैसी कैटेगरी में निवेश के लिए यह तय करना महत्वपूर्ण है कि Active Funds लें या Index Funds?
- Large Cap Funds के लिए Index Funds बेहतर विकल्प हो सकते हैं।
- Flexi Cap और Multi Cap Funds के लिए Active Funds अधिक फायदेमंद साबित होते हैं।
हर कैटेगरी की अलग रणनीति होती है, इसलिए निवेश से पहले अपने उद्देश्यों और जोखिम सहने की क्षमता को समझना जरूरी है।
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Mid Cap Funds के विकल्प
- Large & Mid Cap Funds:
- Large Cap और Mid Cap कंपनियों के संयोजन पर आधारित।
- Diversification बेहतर होता है।
- Fund Manager के पास 250 कंपनियों का यूनिवर्स होता है, जिससे प्रदर्शन सुधारने की संभावना बढ़ जाती है।
- Flexi Cap और Multi Cap Funds:
- Large Cap, Mid Cap और Small Cap तीनों में निवेश।
- जोखिम और रिटर्न के बीच बेहतर संतुलन।
- Fund Manager को अधिक स्वतंत्रता और लचीलापन मिलता है।
Pranjal Kamra की सिफारिश
Pranjal Kamra के अनुसार, 2025 में Mid Cap Funds में निवेश से बचा जा सकता है। उनकी टीम ने इस कैटेगरी में कोई फंड रिकमेंड नहीं किया है, क्योंकि वर्तमान वैल्यूएशन और सीमित यूनिवर्स इस कैटेगरी को कम आकर्षक बनाते हैं। यदि आप अधिक सुरक्षित निवेश चाहते हैं, तो Large & Mid Cap Funds देखें और अगर आप जोखिम उठाने के लिए तैयार हैं, तो Flexi Cap और Multi Cap Funds बेहतर विकल्प हो सकते हैं।
निष्कर्ष
Mid Cap Funds में निवेश करने से पहले वैल्यूएशन, फंड का प्रदर्शन और अन्य विकल्पों को ध्यान से परखना जरूरी है। 2025 में निवेश के लिए Large & Mid Cap या Flexi Cap Funds जैसे विकल्पों पर ध्यान देना समझदारी हो सकती है। अपनी निवेश रणनीति को सही दिशा में ले जाने के लिए, समझदारी और रिसर्च से काम लें।
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डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।
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