देश की डिफेंस इंडस्ट्री में Foreign Institutional Investors (FIIs) की दिलचस्पी तेज़ी से बढ़ रही है, जो भारत की आर्थिक मजबूती, आत्मनिर्भरता और दीर्घकालिक विकास पर उनके भरोसे को दर्शाता है। FII की ये बढ़ती हिस्सेदारी न केवल पूंजी लाती है, बल्कि टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और ऑपरेशनल एफिशिएंसी को भी मज़बूती देती है।
सरकार की “Make in India” और डिफेंस एक्सपोर्ट बढ़ाने की पहल के चलते कई Defence कंपनियों के फाइनेंशियल रिज़ल्ट्स में सुधार आया है, और उनमें FII निवेशक तेजी से हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं। आइए जानते हैं उन प्रमुख Defence Stocks के बारे में, जिनमें FII की हिस्सेदारी में जबरदस्त YoY बढ़ोतरी दर्ज हुई है:
1. Paras Defence and Space Technologies Ltd
YoY FII Stake Growth: 🔺3,930.7%
FY24 Q4 में जहां FIIs की हिस्सेदारी महज़ 0.13% थी, वहीं FY25 Q4 में यह बढ़कर 5.24% हो गई।
Paras Defence एक प्रमुख भारतीय कंपनी है जो Defence Electronics, Space Optics और Heavy Engineering Solutions के निर्माण में विशेषज्ञता रखती है। यह space applications के लिए बड़े साइज़ की infrared optics की इकलौती भारतीय सप्लायर भी है।
Greg Abel के हाथों में Berkshire Hathaway की कमान: Warren Buffett की विरासत अब किस दिशा में जाएगी?
2. Garden Reach Shipbuilders & Engineers Ltd (GRSE)
YoY FII Stake Growth: 🔺18%
FY24 Q4 में FII की हिस्सेदारी 3.26% थी, जो FY25 Q4 में बढ़कर 3.85% हो गई।
GRSE रक्षा मंत्रालय के अधीन एक प्रमुख शिपबिल्डिंग कंपनी है, जो Indian Navy और Coast Guard के लिए उन्नत युद्धपोत बनाती है। यह कंपनी indigenisation और innovation पर फोकस करती है।
3. Sika Interplant Systems Ltd
YoY FII Stake Growth: 🔺17.8%
FY24 Q4 में FII की हिस्सेदारी 2.64% से बढ़कर FY25 Q4 में 3.11% हो गई।
Sika Interplant एक भारतीय कंपनी है जो Aerospace, Defence, Space और Automotive sectors के लिए customized products और solutions तैयार करती है। इसमें Material Handling Systems, Process Automation और अन्य तकनीकी सेवाएं शामिल हैं।
4. Bharat Dynamics Ltd (BDL)
YoY FII Stake Growth: 🔺10.1%
FY24 Q4 में FII की हिस्सेदारी 2.95% से बढ़कर FY25 Q4 में 3.25% हो गई।
BDL, Ministry of Defence के अधीन एक PSU है, जो Guided Missile Systems, Underwater Weapons और अन्य एडवांस्ड रक्षा उपकरण बनाती है। इसकी स्थापना 1970 में हुई थी और यह Hyderabad में मुख्यालय स्थित है।
निवेशकों के लिए क्या है संकेत?
इन आंकड़ों से साफ है कि भारत का रक्षा क्षेत्र अब केवल रणनीतिक दृष्टिकोण से नहीं बल्कि निवेश के नज़रिए से भी Hot Sector बन चुका है। FII की बढ़ती भागीदारी इस बात का संकेत है कि विदेशी निवेशक Defence सेक्टर की लॉन्ग टर्म ग्रोथ और प्रॉफिटबिलिटी को लेकर आश्वस्त हैं।
निष्कर्ष:
सरकार के प्रोत्साहन, बेहतर ऑर्डर बुक और उन्नत तकनीक के दम पर भारत का Defence सेक्टर तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। जो निवेशक लॉन्ग टर्म ग्रोथ स्टोरी में हिस्सा लेना चाहते हैं, उनके लिए ये Defence Stocks ज़रूर वॉचलिस्ट में होने चाहिए।
डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम वरुण सिंह है। मैं एक डिजिटल कंटेंट क्रिएटर हूं। मुझे ब्लॉग लिखना और वीडियो बनाना बेहद पसंद हैं। मेरा उद्देश्य है की पाठकों को फाइनेंस जगत से जुड़ी जानकारियों को हिंदी में सरल, शुद्ध और जल्दी उपलब्ध करवाना है।