Defence Stocks: हफ्ते के आखरी कारोबारी दिन यानी की शुक्रवार 20 सितंबर 2024 को भारतीय रक्षा शेयरों में फिर से रौनक लौटती नजर आई। पिछले दो महीने में आई गिरावट के बाद, कोचीन शिपयार्ड के शेयर में 10% की उछाल देखने को मिली, जबकि गार्डेन रीच शिपबिल्डर्स, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स और पारस डिफेंस ऐंड स्पेस टेक्नोलॉजीज में 5% या उससे ज्यादा की बढ़त दर्ज की गई। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तेजी के पीछे कई प्रमुख कारण हो सकते हैं, जिसमें गिरावट के कारण मूल्यांकन में आई कमी और बाजार में आई सकारात्मक भावना प्रमुख हैं।
Defense Stocks पर विशेषज्ञों की राय: गिरावट के बाद फिर से खरीदारी का माहौल
ओम्नीसाइंस कैपिटल के सीईओ विकास गुप्ता के अनुसार, “यह तेजी फेडरल रिजर्व की संभावित दर कटौती पर आधारित हो सकती है, जिससे निवेशकों को शानदार मौके की संभावना नजर आ रही है।” उनका कहना है कि कई निवेशकों ने शायद यह सोचा होगा कि रक्षा शेयरों में गिरावट अब खत्म हो चुकी है और उन्होंने इस क्षेत्र में पुनः निवेश करना शुरू कर दिया है।
कोचीन शिपयार्ड का शेयर: इंडेक्स में शामिल होने का फायदा
कोचीन शिपयार्ड के शेयर में आई तेजी का एक बड़ा कारण यह है कि इसे एफटीएसई ऑल वर्ल्ड इंडेक्स में शामिल किया गया है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इंडेक्स में शामिल किए जाने से इस शेयर में लगभग 3 करोड़ डॉलर का निवेश आ सकता है, जो कंपनी के लिए एक बड़ा सकारात्मक संकेत है। इसके अलावा, सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में उठाए गए कदम भी कोचीन शिपयार्ड जैसी कंपनियों के लिए बड़े अवसर लेकर आए हैं।
पारस डिफेंस और हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स: गिरावट से तेजी तक का सफर
हालांकि, पिछले कुछ महीनों में पारस डिफेंस ऐंड स्पेस टेक्नोलॉजीज और हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई थी। ज्यादातर ब्रोकरेज फर्मों ने इन शेयरों को बिकवाली की रेटिंग दी थी, क्योंकि इनकी कीमतों में पहले कई गुना बढ़ोतरी हो चुकी थी। इसके परिणामस्वरूप, इनके पीई (Price to Earnings) अनुपात में भी काफी इजाफा हो गया था, जिससे शेयर अधिक मूल्यवान नजर आने लगे थे।
रक्षा क्षेत्र में सरकार का जोर और बढ़ते ऑर्डर
पिछले साल से ही, भारतीय सरकार ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए कई नीतिगत निर्णय लिए हैं। इन कदमों से रक्षा कंपनियों की ऑर्डर बुक में भारी इजाफा हुआ है। इसके चलते, एक साल में कई रक्षा कंपनियों के शेयरों में 100% से ज्यादा की वृद्धि हुई है। लेकिन, हालिया गिरावट के बाद, निवेशकों को यह महसूस हो रहा है कि यह क्षेत्र फिर से उभरने के कगार पर है और इसमें निवेश करना फायदेमंद हो सकता है।
भविष्य की संभावनाएं: क्या रक्षा शेयरों में और तेजी आ सकती है?
रक्षा क्षेत्र में सरकार के लगातार समर्थन और वैश्विक स्तर पर रक्षा खर्च में वृद्धि को देखते हुए, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में भी रक्षा शेयरों में तेजी बनी रह सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा गिरावट ने निवेशकों के लिए एक सुनहरा मौका पैदा किया है। हालांकि, कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह तेजी सीमित हो सकती है और शेयरों में स्थिरता आने में थोड़ा समय लग सकता है।
निष्कर्ष: क्या आपको रक्षा शेयरों में निवेश करना चाहिए?
अगर आप जोखिम लेने के इच्छुक हैं और लंबी अवधि के निवेश की सोच रहे हैं, तो रक्षा शेयरों में निवेश आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। लेकिन, किसी भी निर्णय से पहले विशेषज्ञों की राय और मौजूदा बाजार ट्रेंड को ध्यान में रखते हुए निवेश करें।
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अंतिम विचार: भारतीय रक्षा शेयरों में फिर से आई तेजी से यह संकेत मिलता है कि बाजार में इन शेयरों को लेकर विश्वास अभी भी बना हुआ है। चाहे वह कोचीन शिपयार्ड हो या पारस डिफेंस, गिरावट के बाद इन शेयरों में निवेशकों के लिए एक नई शुरुआत की संभावना बनती दिख रही है।
डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।
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