भारतीय शेयर बाजार में हाल ही में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की गतिविधियों ने सबका ध्यान आकर्षित किया है। अक्टूबर और नवंबर के बीच FIIs ने ₹1.5 ट्रिलियन से अधिक की भारी बिकवाली की, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। लेकिन इस बेचैनी भरे माहौल में, तीन छोटी कंपनियों के शेयरों ने इन निवेशकों को आकर्षित किया है। इनमें से एक कंपनी में FII की हिस्सेदारी 15 गुना तक बढ़ गई है। आइए जानते हैं इन कंपनियों और इनके प्रदर्शन के बारे में।
1. Gujarat Toolroom Limited: अचानक उछाल की कहानी
Gujarat Toolroom Limited, जिसकी मार्केट कैप ₹225 करोड़ है, ने FIIs का ध्यान खींचा है। मेडिकल डिस्पोजेबल्स, फार्मास्यूटिकल्स, और पैकेजिंग के लिए मल्टी-कैविटी मोल्ड बनाने में विशेषज्ञता रखने वाली इस कंपनी में जीटा ग्लोबल फंड्स (OEIC) PCC लिमिटेड और एमिनेंस ग्लोबल फंड PCC ने 13.58% हिस्सेदारी खरीदी है।
कैसे बदला कंपनी का खेल?
- चौंकाने वाला राजस्व उछाल:
FY23 में ₹2 करोड़ की बिक्री से FY24 में ₹555 करोड़ तक का उछाल, लगभग 28,000% का ग्रोथ, ने निवेशकों को चौंका दिया। - शुद्ध लाभ में जबरदस्त बढ़त:
₹1 करोड़ से बढ़कर ₹73 करोड़ हुआ, जो 7,200% की वृद्धि दर्शाता है। - EBITDA में सुधार:
₹2 करोड़ से बढ़कर ₹76 करोड़ हुआ, 3,700% का उछाल।
क्या है इसके पीछे का कारण?
- राइट्स इश्यू से जुटाई गई धनराशि:
जुलाई में कंपनी ने राइट्स इश्यू के जरिए ₹31 करोड़ जुटाए। - रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ डील:
जामनगर प्लांट में सप्लाई के लिए ऑर्डर प्राप्त किया। - कमाल का शेयर प्रदर्शन:
पिछले 5 साल में स्टॉक का मूल्य ₹0.50 से बढ़कर ₹14 तक पहुंचा, यानी 2,700% का उछाल।
वैल्यूएशन की बात करें तो:
यह स्टॉक 1.91 के PE अनुपात पर ट्रेड कर रहा है, जबकि सेक्टर का औसत 46.4 है। इसका मतलब है कि यह अपने प्रतिस्पर्धियों की तुलना में बेहद सस्ता है।
2. SpiceJet Limited: उड़ान भरता एक जोखिम भरा दांव
SpiceJet Limited, भारत की प्रमुख एयरलाइनों में से एक है, जो घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 48 गंतव्यों के लिए लगभग 250 उड़ानों का संचालन करती है। ₹7,886 करोड़ की मार्केट कैप वाली इस कंपनी में FIIs ने जून तिमाही में 1.81% से बढ़ाकर सितंबर तिमाही में 22.9% हिस्सेदारी कर ली है।
कंपनी में निवेश की वजहें:
- एसेट्स का अधिग्रहण:
कंपनी ने Export Development Canada (EDC) और Nordic Aviation Capital (NAC) से Q400 विमान प्राप्त किए। - देयताओं का निपटान:
AirCap और अन्य पार्टियों के साथ मुकदमेबाजी से बचते हुए विवाद निपटाए गए। - लागत में कमी:
इन समझौतों से कंपनी ने ₹1,200 करोड़ से अधिक की बचत की।
वित्तीय चुनौतियां:
- बिक्री में गिरावट:
FY19 में ₹9,113 करोड़ से FY24 में ₹7,050 करोड़ हो गई, यानी 23% की गिरावट। - लगातार घाटा:
कंपनी पिछले पांच वर्षों से घाटे में है, जिसमें FY24 में ₹409 करोड़ का घाटा हुआ। - बेड़े में कमी:
ऑपरेशनल फ्लाइट्स 2019 में 74 से घटकर 2024 में 28 रह गई।
क्यों दिखा निवेशकों का भरोसा?
हालांकि वित्तीय स्थिति कमजोर है, लेकिन कंपनी ने ऑपरेशनल सुधार और लागत कटौती के जरिए उम्मीदें जगाई हैं।
3. Sera Investments and Finance India Limited: छोटे कद, बड़े मुनाफे का जादू
Sera Investments and Finance India Limited एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) है, जो शेयर ट्रेडिंग, लोन, और पट्टे प्रदान करती है। ₹269 करोड़ की मार्केट कैप वाली इस कंपनी में FIIs की कुल हिस्सेदारी 14.7% है।
कैसे किया ध्यान आकर्षित?
- FII निवेश में उछाल:
एरिस्का इन्वेस्टमेंट फंड लिमिटेड ने 9.87% और ज़ील ग्लोबल ऑपर्च्युनिटीज फंड ने 4.81% हिस्सेदारी खरीदी है। - धमाकेदार वित्तीय प्रदर्शन:
- बिक्री: FY19 में ₹1 करोड़ से बढ़कर FY24 में ₹23 करोड़ हो गई, 113% की CAGR।
- शुद्ध लाभ: शून्य से बढ़कर ₹18 करोड़ हो गया, 189% की CAGR।
- EBITDA: FY19 में ₹0 से FY24 में ₹21 करोड़ तक पहुंचा।
स्टॉक प्रदर्शन:
5 साल में 35% की CAGR से बढ़कर दिसंबर 2019 में ₹9 से ₹41.4 तक पहुंचा।
क्या है खास?
- घरेलू संस्थागत निवेशकों की अनुपस्थिति।
- प्रमोटर होल्डिंग में गिरावट, जो अधिक सार्वजनिक भागीदारी का संकेत है।
क्या दर्शाती है FIIs की यह रणनीति?
FIIs का यह कदम बताता है कि भारी बिकवाली के बीच भी बाजार में अवसरों की तलाश जारी है। छोटी कंपनियों में बड़ा निवेश उन संभावनाओं की ओर इशारा करता है, जहां जोखिम अधिक है लेकिन रिटर्न जबरदस्त हो सकता है।
निष्कर्ष:
छोटी कंपनियों के शेयरों में FIIs की यह चुपचाप की गई खरीदारी निवेशकों के लिए एक बड़ा संकेत है। Gujarat Toolroom, SpiceJet, और Sera Investments जैसे उदाहरण बताते हैं कि बाजार में नए अवसरों की कोई कमी नहीं है। हालांकि, इन कंपनियों में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है, लेकिन उनके बढ़ते आंकड़े और विदेशी निवेशकों का विश्वास संभावित मुनाफे का संकेत देते हैं।
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डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।
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