Gold News: ट्रेड वॉर से घबराए चीन के निवेशक! 1 हफ्ते में Gold ETF में ₹8,000 करोड़ का रिकॉर्ड निवेश

अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते Trade War का असर अब सीधे Gold Investment पर दिख रहा है। चीन के निवेशकों ने बीते हफ्ते Gold ETF (Exchange Traded Fund) में ऐसा रिकॉर्डतोड़ पैसा लगाया है, जो देश के फाइनेंशियल इतिहास में पहली बार देखा गया है। Bloomberg की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक सप्ताह में चीनी निवेशकों ने करीब 7.6 अरब युआन (लगभग 1 अरब डॉलर या ₹8,000 करोड़) का निवेश गोल्ड में किया।

यह न केवल चीन के ETF बाजार का अब तक का सबसे बड़ा साप्ताहिक निवेश है, बल्कि इससे यह भी साफ हो गया है कि निवेशक अब Safe Haven Assets की ओर तेजी से शिफ्ट कर रहे हैं।

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ट्रेड वॉर का गोल्ड पर असर – क्यों टूटे सारे रिकॉर्ड?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में चीन से आयातित वस्तुओं पर 104% तक का टैरिफ लगा दिया, जिससे वैश्विक बाजारों में हड़कंप मच गया। इस टैरिफ के बाद चीन का Shanghai Composite Index केवल 3 दिनों में करीब 8% गिर गया और Chinese Yuan (RMB) की वैल्यू भी कमजोर हो गई।

इसी डर के चलते निवेशकों ने तेजी से अपना पैसा Gold ETF में डालना शुरू कर दिया। इस दौरान Huaan Yifu Gold ETF सबसे बड़ा लाभार्थी रहा, जिसने कुल निवेश का 40% से ज्यादा हिस्सा अकेले खींचा।

Daily Trading Volume भी 5 गुना तक उछला

Gold ETF का Daily Trading Volume सामान्य से लगभग 5 गुना अधिक दर्ज किया गया। निवेशकों को यह डर है कि यह Trade War सिर्फ अस्थायी नहीं बल्कि लंबे समय तक चलने वाला संकट बन सकता है।

2015 से भी तीन गुना ज्यादा निवेश

2015-16 में जब युआन का Devaluation हुआ था, तब पूरे महीने में Gold ETF में करीब 2.1 अरब युआन का निवेश हुआ था। लेकिन इस बार एक ही सप्ताह में 7.6 अरब युआन – यानी तीन गुना अधिक निवेश दर्ज किया गया।

Gold को क्यों माना जा रहा है Safe Haven?

  • गोल्ड को सदियों से Economic Crisis में एक सुरक्षित निवेश माना गया है।
  • सोने की वैल्यू न तो सरकारें घटा सकती हैं और न ही यह किसी एक देश की पॉलिसी से प्रभावित होता है।
  • चीन में अब US Bonds और विदेशी मुद्राओं में निवेश को सुरक्षित नहीं माना जा रहा है।
  • ऐसे में Gold ETF निवेशकों का नया भरोसेमंद विकल्प बन गया है।

Gold बनाम अन्य Safe Assets

पहले संकट के समय निवेशक US Treasury Bonds और Japanese Yen में पैसा लगाते थे, लेकिन अब चीन के निवेशक Gold को ही सबसे भरोसेमंद Safe Asset मान रहे हैं।

📌 आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 9 बड़े बिजनेस वॉब्स में से 7 बार गोल्ड ने बेहतरीन रिटर्न दिया है।

चीन में Gold ETF कैसे कर रहे हैं काम?

चीन में Huaan Yifu Gold ETF और E Fund Gold ETF जैसे फंड्स निवेशकों को बिना फिजिकल गोल्ड खरीदे सोने में निवेश करने का विकल्प दे रहे हैं।

फायदे:

  • कोई स्टोरेज कॉस्ट नहीं
  • कम टैक्स (सिर्फ 0.1% Securities Transaction Tax)
  • इंस्टिट्यूशनल और युवा निवेशक ज्यादा आकर्षित

आगे क्या?

विशेषज्ञों के मुताबिक अगर अमेरिका-चीन के बीच तनाव यूं ही बना रहा, तो आने वाले 6 महीनों में Gold ETF में और 50-60 अरब युआन तक का निवेश आ सकता है।

  • चीन की बुजुर्ग होती आबादी,
  • Recession का डर,
  • और सरकार द्वारा Gold Ownership को बढ़ावा देने की नीति

इस ट्रेंड को और मजबूती दे सकती है।

कब रुक सकता है यह ट्रेंड?

अगर अमेरिका और चीन के बीच कोई Trade Agreement हो गया और टैरिफ हटा लिए गए, तो निवेशक Gold से पैसा निकाल सकते हैं।

साथ ही, अगर Stock Market दोबारा स्थिर हुआ तो Profit Booking के चलते ETF में निवेश घट सकता है।

निष्कर्ष

चीन के निवेशकों ने तेजी से बदलते Global Geopolitical Environment में गोल्ड को सबसे सुरक्षित विकल्प मानते हुए रिकॉर्ड स्तर पर निवेश किया है। यह ट्रेंड केवल चीन तक सीमित नहीं रहेगा – इसका असर Global Gold Price और Indian Market पर भी पड़ सकता है।

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डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।

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