ICICI Bank vs HDFC Bank Quarterly Results 2025: ICICI Bank और HDFC Bank, भारत के सबसे बड़े और भरोसेमंद निजी बैंकों में गिने जाते हैं। दोनों ही बैंक हर तिमाही में अपनी वित्तीय रिपोर्ट जारी करते हैं, जिससे निवेशकों को उनकी वित्तीय स्थिति और ग्रोथ ट्रेंड का अंदाज़ा मिलता है। मार्च 2025 तक की ताजा तिमाही रिपोर्ट के अनुसार, दोनों बैंकों का प्रदर्शन कई पहलुओं में अलग-अलग रहा है। आइए, इन दो दिग्गज बैंकों का तुलनात्मक विश्लेषण करते हैं।
राजस्व (Revenue): HDFC आगे लेकिन ICICI की स्थिर बढ़त
मार्च 2025 तिमाही में ICICI Bank का कुल कंसोलिडेटेड रेवेन्यू ₹48,387 करोड़ रहा, जबकि HDFC Bank का रेवेन्यू ₹86,779 करोड़ तक पहुंच गया। हालांकि HDFC का रेवेन्यू स्पष्ट रूप से अधिक है, लेकिन ICICI Bank ने लगातार हर तिमाही में स्थिर और संतुलित वृद्धि दिखाई है। मार्च 2022 से मार्च 2025 तक ICICI का रेवेन्यू लगभग दोगुना हुआ है, जो इसके बिज़नेस की मजबूती को दर्शाता है।
फाइनेंसिंग मार्जिन और प्रॉफिटबिलिटी में अंतर
ICICI Bank का फाइनेंसिंग प्रॉफिट मार्च 2025 तिमाही में -₹12,218 करोड़ रहा, और उसका फाइनेंसिंग मार्जिन -25% तक गिर गया, जो कि चिंता का विषय हो सकता है। वहीं, HDFC Bank का फाइनेंसिंग प्रॉफिट भी -₹7,916 करोड़ पर रहा, और उसका मार्जिन -9% रहा। दोनों बैंकों के फाइनेंसिंग ऑपरेशन्स दबाव में हैं, लेकिन ICICI का घाटा तुलनात्मक रूप से ज़्यादा गहरा है।
अन्य आय (Other Income): दोनों बैंकों की मजबूती
ICICI Bank ने मार्च 2025 में ₹31,361 करोड़ की Other Income दर्ज की, जबकि HDFC Bank की अन्य आय ₹33,489 करोड़ रही। दोनों बैंकों ने इस कैटेगरी में स्थिरता बनाए रखी है, जो दर्शाता है कि इनकी core banking के अलावा fee-based income में भी मजबूत पकड़ है।
शुद्ध लाभ (Net Profit) में HDFC आगे
जहां ICICI Bank ने मार्च 2025 में ₹14,354 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया, वहीं HDFC Bank ने इसी तिमाही में ₹19,285 करोड़ का नेट प्रॉफिट हासिल किया। इससे साफ होता है कि HDFC का bottom-line प्रदर्शन ICICI की तुलना में ज्यादा मजबूत रहा है।
EPS तुलना: निवेशकों को किसने दिया बेहतर रिटर्न?
EPS (Earnings Per Share) एक अहम मीट्रिक होता है जिससे पता चलता है कि शेयरधारकों को कितनी कमाई हो रही है। ICICI Bank का मार्च 2025 में EPS ₹18.96 रहा, जबकि HDFC Bank का EPS ₹24.61 तक पहुंचा। यह आंकड़ा निवेशकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सीधे उनके रिटर्न से जुड़ा होता है। HDFC इस मोर्चे पर भी ICICI से आगे नजर आता है।
निष्कर्ष: किस बैंक में निवेश करना बेहतर?
अगर हम केवल आंकड़ों के आधार पर तुलना करें, तो HDFC Bank ने राजस्व, लाभ, और EPS जैसे मुख्य फाइनेंशियल पैरामीटर्स में ICICI Bank को पछाड़ा है। हालांकि ICICI Bank की ग्रोथ स्थिर है और उसके डिजिटल इनोवेशन तथा लोन बुक में लगातार सुधार देखने को मिला है, लेकिन उसके फाइनेंसिंग घाटे और घटते मार्जिन चिंता पैदा कर सकते हैं।
लंबी अवधि के लिए दोनों बैंक मजबूत माने जाते हैं, लेकिन फिलहाल के नतीजे दर्शाते हैं कि HDFC Bank निवेशकों के लिए थोड़ा अधिक लाभदायक विकल्प हो सकता है।
डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।

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