Infosys Q4 FY25 रिजल्ट: मुनाफे में गिरावट लेकिन मार्जिन और कैश फ्लो ने बढ़ाया भरोसा

देश की दूसरी सबसे बड़ी IT कंपनी Infosys ने मार्च 2025 को समाप्त चौथी तिमाही (Q4 FY25) के वित्तीय नतीजे जारी कर दिए हैं। इन परिणामों में जहां एक ओर नेट प्रॉफिट में गिरावट दर्ज की गई है, वहीं ऑपरेटिंग मार्जिन, Free Cash Flow, और सालाना रेवेन्यू ग्रोथ जैसे आंकड़े निवेशकों के लिए राहत लेकर आए हैं।

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Infosys: तिमाही नतीजों की पूरी तस्वीर

इस तिमाही में Infosys का रेवेन्यू ₹40,925 करोड़ रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही (₹37,923 करोड़) की तुलना में 7.9% ज्यादा है। यानी कंपनी की टॉपलाइन में स्थिर वृद्धि देखने को मिली है। हालांकि, इसी दौरान नेट प्रॉफिट ₹7,033 करोड़ रहा, जो पिछले साल की तुलना में 11.7% कम है।

EPS (Earnings Per Share) भी घटकर ₹16.98 हो गया, जबकि पिछली तिमाही में यह ₹19.25 था। यानी एक शेयर पर कंपनी की कमाई में भी कमी आई है।

Infosys: ऑपरेटिंग लेवल पर बेहतर प्रदर्शन

हालांकि, अगर ऑपरेटिंग स्तर पर बात करें तो ऑपरेटिंग प्रॉफिट ₹8,575 करोड़ रहा, जो साल-दर-साल आधार पर 12.5% की बढ़त है। कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन भी बढ़कर 21% हो गया है, जो संकेत देता है कि इंफोसिस ने लागत नियंत्रण और ऑपरेशनल एफिशिएंसी में सुधार किया है।

Free Cash Flow बना बड़ा पॉजिटिव फैक्टर

एक और मजबूत संकेत है कंपनी का Free Cash Flow (FCF), जो इस तिमाही में ₹7,737 करोड़ रहा — पिछले साल की तुलना में लगभग 10% ज्यादा। इसका मतलब है कि कंपनी की कैश जेनेरेशन क्षमता पहले से बेहतर हो गई है, जिससे भविष्य की स्थिरता पर भरोसा बढ़ता है।

ग्लोबल डिमांड का मिला मिला-जुला रिस्पॉन्स

Infosys के रेवेन्यू में क्षेत्रीय आधार पर कुछ खास ट्रेंड देखने को मिले:

  • यूरोप में 12.9% की तेज़ ग्रोथ देखी गई।
  • भारत में सबसे तेज़, 39% की वृद्धि हुई।
  • लेकिन नॉर्थ अमेरिका में डिमांड सुस्त रही और -0.8% की गिरावट दर्ज की गई।

इससे यह साफ है कि कंपनी को भारत और यूरोप में अच्छे कॉन्ट्रैक्ट्स और क्लाइंट डील्स मिली हैं, लेकिन अमेरिका में मंदी जैसी स्थिति ने असर डाला है।

सेक्टोरल परफॉर्मेंस: कहां हुई ग्रोथ और कहां आई गिरावट?

ग्रोथ करने वाले सेक्टर्स:

  • Retail: +12.1%
  • Manufacturing: +11.4%
  • Financial Services: +4.8%

दबाव वाले सेक्टर्स:

  • Communication: -3.8%
  • Hi-Tech: -1.3%

यह आंकड़े बताते हैं कि इंफोसिस को रिटेल और मैन्युफैक्चरिंग क्लाइंट्स से अच्छा रिस्पॉन्स मिला है, लेकिन हाई-टेक और टेलीकॉम सेक्टर में दबाव जारी है।

कर्मचारी और वर्कफोर्स अपडेट

  • कुल कर्मचारी: 3,23,578
  • महिलाएं: 39% वर्कफोर्स
  • Voluntary Attrition Rate: 14.1% (पिछली तिमाही की तुलना में थोड़ी बढ़ोतरी)
  • Utilization Rate (Excl. Trainees): 84.9% (स्थिर)

ये आंकड़े बताते हैं कि कंपनी ने हायरिंग को स्थिर रखा है, लेकिन एट्रिशन थोड़ा चिंता का विषय बना हुआ है।

पूरे साल का प्रदर्शन (FY25)

Infosys ने पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में:

  • कुल राजस्व: ₹1,62,990 करोड़
  • Net Profit: ₹26,713 करोड़
  • Diluted EPS: ₹64.34
  • Dividend per share: ₹43 (13.2% की ग्रोथ)

इन आंकड़ों से साफ है कि भले ही तिमाही प्रदर्शन में कुछ गिरावट आई हो, लेकिन सालाना स्तर पर कंपनी अब भी मजबूत बनी हुई है।

निवेशकों के लिए क्या मायने हैं ये नतीजे?

  • लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए ऑपरेटिंग मार्जिन और FCF में मजबूती एक पॉजिटिव संकेत है।
  • शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स को EPS में गिरावट और अमेरिका में कमजोर डिमांड को ध्यान में रखना चाहिए।
  • डायवर्सिफाइड ग्लोबल ऑपरेशंस, रिटेल/मैन्युफैक्चरिंग में बढ़ती डिमांड और मजबूत डिविडेंड पॉलिसी कंपनी को भरोसेमंद विकल्प बनाते हैं।

निष्कर्ष:

Infosys का Q4 FY25 रिजल्ट मिश्रित रहा है। जहां नेट प्रॉफिट और EPS में गिरावट है, वहीं कंपनी की ऑपरेशनल परफॉर्मेंस और कैश फ्लो ने निवेशकों को राहत दी है। अगर आप दीर्घकालिक निवेश की सोच रहे हैं, तो इंफोसिस अभी भी एक सुरक्षित और ग्रोथ-ओरिएंटेड विकल्प बना हुआ है।

डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।

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