IT Stocks: वर्तमान में, जब सूचना प्रौद्योगिकी (IT) क्षेत्र में शेयरों की कीमतें आमतौर पर उच्चतम स्तर पर होती हैं, तो स्मार्ट निवेशक उन कंपनियों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जिनका मूल्यांकन इंडस्ट्री के औसत प्राइस-टू-अर्निंग (P/E) रेशियो से कम है। Simplywall स्ट्रीट के हालिया आंकड़ों के अनुसार, IT सेक्टर का P/E रेशियो 44.2x है, जो पिछले तीन साल के औसत 38.4x से काफी अधिक है। इस वैल्यूएशन गैप ने उन निवेशकों के लिए एक अवसर प्रस्तुत किया है जो टेक्नोलॉजी सेक्टर में उचित कीमत पर निवेश करना चाहते हैं।
टेक्नोलॉजी वर्तमान वैश्विक आर्थिक विकास का प्रमुख प्रेरक बना हुआ है। इससे IT क्षेत्र लंबे समय के निवेशकों के लिए आकर्षक बनता जा रहा है, खासकर उन लोगों के लिए जो वैल्यू और ग्रोथ के बीच संतुलन चाहते हैं। तो, आइए जानें पांच प्रमुख IT कंपनियों के बारे में जो इंडस्ट्री के P/E रेशियो से कम पर ट्रेड कर रही हैं और जिन्हें अपने वॉचलिस्ट में शामिल करना आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है।
Tata Consultancy Services (TCS)
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) भारत की एक प्रमुख IT सर्विस कंपनी है, जिसकी स्थापना 1968 में हुई थी। 150 से अधिक स्थानों पर और 46 देशों में फैले अपने परिचालन के साथ, TCS ने डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और इनोवेशन में अपनी अलग पहचान बनाई है। टाटा समूह का हिस्सा होने के कारण, कंपनी में स्थायित्व और विश्वास का भाव भी समाहित है।
वर्तमान में TCS का P/E रेशियो 31.66 है, जो इंडस्ट्री औसत से कम है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में, TCS की परिचालन आय 6.84% बढ़कर ₹2,40,893 करोड़ हो गई, जबकि नेट प्रॉफिट ₹42,303 करोड़ से बढ़कर ₹46,099 करोड़ (8.97% की वृद्धि) हो गया। ₹14,96,369 करोड़ के मार्केट कैप के साथ, TCS का शेयर प्राइस ₹4,136 प्रति इक्विटी शेयर पर ट्रेड हो रहा है।
Infosys Limited
Infosys भारतीय IT सेक्टर की एक महत्वपूर्ण कंपनी है जो डिजिटल सेवाओं और कंसल्टिंग में अग्रणी मानी जाती है। इसकी स्थापना 1981 में एन.आर. नारायण मूर्ति ने की थी। बंगलुरु स्थित इस कंपनी के पास 3,17,000 से अधिक कर्मचारी हैं जो वैश्विक स्तर पर डिजिटल समाधान प्रदान करते हैं। इनफोसिस के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन प्रयासों ने इसे दुनियाभर के व्यवसायों के लिए एक भरोसेमंद पार्टनर बना दिया है।
Infosys का P/E रेशियो 28.08 है। FY23 से FY24 तक, कंपनी की परिचालन आय में 4.7% की वृद्धि हुई और यह ₹1,53,670 करोड़ तक पहुंच गई। इसी अवधि में, कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹24,108 करोड़ से बढ़कर ₹26,248 करोड़ हो गया, जिसमें 8.87% की वृद्धि हुई। ₹7,57,352 करोड़ के मार्केट कैप के साथ, Infosys का वर्तमान शेयर प्राइस ₹1,824 प्रति शेयर है।
HCL Technologies
HCL टेक्नोलॉजीज, जिसे 1991 में शिव नाडर द्वारा स्थापित किया गया था, वैश्विक IT सेवाओं में एक प्रमुख नाम बन चुका है। कंपनी के सीईओ सी. विजयकुमार और चेयरपर्सन रोशनी नाडर मल्होत्रा के नेतृत्व में, HCL का वैश्विक नेटवर्क 60 देशों में फैला हुआ है और इसके 2,23,000 से अधिक कर्मचारी हैं। इसके 210 ग्लोबल डिलीवरी सेंटर्स इसकी तकनीकी उत्कृष्टता को दर्शाते हैं।
HCL का P/E रेशियो 29.76 है। वित्त वर्ष 2023-24 में, कंपनी की परिचालन आय ₹1,01,456 करोड़ से बढ़कर ₹1,09,913 करोड़ हो गई, जो 8.33% की वृद्धि है। इस अवधि में, HCL का नेट प्रॉफिट ₹14,845 करोड़ से बढ़कर ₹15,710 करोड़ हो गया, जिसमें 5.82% की वृद्धि दर्ज की गई। ₹5,00,386 करोड़ के मार्केट कैप के साथ, HCL का शेयर प्राइस ₹1,844 प्रति शेयर है।
Wipro Limited
विप्रो, जिसकी स्थापना 1945 में हुई थी, एक वेजिटेबल ऑयल मैन्युफैक्चरर से एक प्रमुख तकनीकी कंपनी के रूप में परिवर्तित हो चुका है। बंगलुरु स्थित यह कंपनी, जिसकी अध्यक्षता रिशद प्रेमजी कर रहे हैं, 66 देशों में 2,50,000 से अधिक कर्मचारियों के साथ कार्यरत है। विप्रो की इस यात्रा को भारत की कॉरपोरेट इतिहास में एक प्रेरणादायक कहानी के रूप में देखा जाता है।
विप्रो का P/E रेशियो 25.10 है। FY23 से FY24 तक, कंपनी की परिचालन आय में 0.8% की गिरावट आई और यह ₹90,488 करोड़ से घटकर ₹89,760 करोड़ हो गई। इसी अवधि में, कंपनी का नेट प्रॉफिट भी ₹11,366 करोड़ से घटकर ₹11,112 करोड़ हो गया, जिसमें 2.23% की गिरावट देखी गई। ₹2,93,912 करोड़ के मार्केट कैप के साथ, विप्रो का शेयर प्राइस ₹562 प्रति शेयर है।
Mphasis Limited
Mphasis, जिसकी स्थापना 1992 में हुई थी, वैश्विक स्तर पर IT सेवाओं में सक्रिय है। बंगलुरु आधारित यह कंपनी, जिसके पास 24,500 से अधिक कर्मचारी हैं, विभिन्न उद्योगों में क्लाउड और कॉग्निटिव सॉल्यूशंस प्रदान करती है। इसके संयुक्त राज्य अमेरिका, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया जैसे प्रमुख बाजारों में उपस्थिति इसे एक व्यापक वैश्विक पहुंच देती है।
Mphasis का P/E रेशियो 34.68 है। FY23 से FY24 तक, कंपनी की परिचालन आय 3.76% घटकर ₹13,279 करोड़ हो गई। इसी अवधि में, कंपनी का नेट प्रॉफिट भी ₹1,638 करोड़ से घटकर ₹1,555 करोड़ हो गया, जिसमें 5% की कमी आई। ₹54,919 करोड़ के मार्केट कैप के साथ, Mphasis का वर्तमान शेयर प्राइस ₹2,902 प्रति शेयर है।
निष्कर्ष
जिन निवेशकों को तकनीकी क्षेत्र में लंबी अवधि के निवेश में रुचि है, उनके लिए ये पांच कंपनियां एक उत्कृष्ट विकल्प साबित हो सकती हैं। इंडस्ट्री के औसत P/E रेशियो से कम पर ट्रेड कर रही इन कंपनियों में से प्रत्येक में सस्टेनेबल ग्रोथ की क्षमता है, और यह अवसर आपके पोर्टफोलियो को मजबूत कर सकता है।
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डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।
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