Liquid Funds ने बीते साल में औसतन 7.28% रिटर्न दिया है। अक्टूबर में इन फंड्स में ₹83,863 करोड़ का इनफ्लो हुआ, जबकि सितंबर में ₹72,666 करोड़ का आउटफ्लो देखने को मिला। हाल ही में Shriram Liquid Fund का न्यू फंड ऑफर (NFO) लॉन्च हुआ, जिससे निवेशकों का इस सेगमेंट में रुझान बढ़ा है।
क्यों चुनें Liquid Funds?
Liquid Funds छोटे समय के लिए पैसे पार्क करने का एक आदर्श विकल्प हैं। ये फंड्स आमतौर पर सेविंग्स या करंट अकाउंट की तुलना में बेहतर रिटर्न प्रदान करते हैं। Mahindra Manulife Mutual Fund के फिक्स्ड इनकम चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर राहुल पाल कहते हैं,“लिक्विड फंड्स में निवेश शॉर्ट-टर्म इंस्ट्रूमेंट्स में होता है, जो उच्च रिटर्न देते हैं और क्रेडिट प्रोफाइल मजबूत रहती है।” ये फंड्स मुख्यतः 91 दिनों से कम मैच्योरिटी वाले मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स जैसे Treasury Bills, Commercial Papers और Certificates of Deposits में निवेश करते हैं।
सुरक्षित निवेश पर फोकस
Liquid Funds का डिज़ाइन कैपिटल की सुरक्षा और लिक्विडिटी को प्राथमिकता देता है। अधिकतर योजनाएं उच्च गुणवत्ता वाले टॉप-रेटेड पेपर्स में निवेश करती हैं, जिससे यह उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है, जो अपनी छोटी अवधि की जरूरतों के लिए फंड पार्क करना चाहते हैं। TRUST Mutual Fund के CEO संदीप बागला कहते हैं,“लिक्विड फंड्स तब तक पैसे पार्क करने के लिए बेहतरीन हैं, जब तक निवेशक अपने लंबे समय के प्लान के लिए निर्णय नहीं ले लेते।”
आने वाले समय में रिटर्न में गिरावट संभव
विशेषज्ञों के अनुसार, RBI की संभावित रेट कट्स के कारण लिक्विड फंड्स के रिटर्न्स में गिरावट हो सकती है। Gaining Ground Investment के फाउंडर रवि कुमार कहते हैं, “अगले छह महीनों में ब्याज दरें घट सकती हैं, जिससे लिक्विड फंड्स का रिटर्न पिछले साल की तुलना में कम हो सकता है।” बागला भी सहमति जताते हैं और कहते हैं की,“हमें फरवरी 2025 से अगले 18 महीनों में रेपो रेट्स में 75-100 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की उम्मीद है। इससे लिक्विड फंड्स के रिटर्न्स धीरे-धीरे घट सकते हैं।“
लॉन्ग-टर्म निवेश के लिए उपयुक्त नहीं
मध्यम और लंबी अवधि के निवेश उद्देश्यों के लिए लिक्विड फंड्स सही विकल्प नहीं हैं। ये फंड्स केवल शॉर्ट-टर्म रिटर्न्स के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। रवि कुमार बताते हैं,“लिक्विड फंड्स से लॉन्ग-टर्म में वेल्थ क्रिएशन संभव नहीं है। इसके लिए इक्विटी फंड्स बेहतर विकल्प हैं।”
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कौन से निवेशक करें विचार?
लिक्विड फंड्स न्यूनतम क्रेडिट और इंटरेस्ट रेट रिस्क लेते हैं, जिससे यह सबसे कंजरवेटिव निवेशकों के लिए भी उपयुक्त हैं महिंद्रा मैनुलाइफ के राहुल पाल के अनुसार, “लिक्विड फंड्स में हर कोई शॉर्ट-टर्म फंड्स को पार्क कर सकता है। साथ ही, इन्हें इक्विटी-ओरिएंटेड फंड्स में SIP के लिए एक बेहतरीन विकल्प माना जा सकता है।”
सही Liquid Funds कैसे चुनें?
लिक्विड फंड्स में निवेश करते समय, इन बातों का ध्यान रखें:
- बड़ा AUM (Assets Under Management)
- डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो
- लो एक्सपेंस रेश्यो
रवि कुमार के मुताबिक,“ज्यादातर लिक्विड फंड्स AAA-रेटेड सिक्योरिटीज़ में निवेश करते हैं। लेकिन निवेश करते समय फंड का साइज और यील्ड टू मैच्योरिटी जरूर देखें।”
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अन्य शॉर्ट-टर्म विकल्प
Liquid Funds के अलावा निवेशकों के पास ये विकल्प भी हैं:
- Overnight Funds
- Ultra-Short-Term Funds
- Low-Duration Funds
- Money Market Funds
TRUST Mutual Fund के CEO संदीप बागला बताते हैं,“इन विकल्पों से रिटर्न्स लिक्विड फंड्स से अधिक हो सकते हैं, लेकिन इनके रिटर्न्स में वोलाटिलिटी भी ज्यादा हो सकती है।”
निष्कर्ष:
Liquid Funds उन निवेशकों के लिए एक आदर्श विकल्प हैं, जो अपने शॉर्ट-टर्म फंड्स को सुरक्षित और लिक्विड रखना चाहते हैं। सही फंड का चयन करके आप अपने वित्तीय लक्ष्यों को सुरक्षित रूप से प्रबंधित कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।
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