Loan Guarantor बनने के जोखिम: गारंटर बनने से पहले जानें आपकी जिम्मेदारियां और परिवार पर प्रभाव 2024

Loan Guarantor: किसी के ऋण के लिए गारंटर बनना एक महत्वपूर्ण वित्तीय दायित्व होता है, जो भारतीय कानूनों के तहत कई प्रकार के जोखिम और जिम्मेदारियां लेकर आता है। इस जिम्मेदारी को स्वीकार करने से पहले, इसके परिणामों को समझना जरूरी है। यहां गारंटर बनने के प्रमुख जोखिम, गारंटी से बाहर निकलने की संभावनाएं और गारंटर की मृत्यु के बाद परिवार के सदस्यों पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में जानकारी दी गई है।

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Loan Guarantor बनने के जोखिम

  • Primary Liability: एक गारंटर के रूप में आप यह वचन देते हैं कि यदि मुख्य उधारकर्ता (Principal Borrower) ऋण चुकाने में असफल रहता है, तो आप इसे चुकाएंगे। भारतीय अनुबंध अधिनियम 1872 के तहत, गारंटर की जिम्मेदारी उधारकर्ता की जिम्मेदारी के बराबर होती है, जब तक कि कोई अन्य समझौता नहीं किया गया हो (धारा 128)। इसका मतलब है कि कर्जदाता (Creditor) गारंटर से उधारकर्ता के खिलाफ कोई अन्य विकल्प आजमाए बिना भुगतान की मांग कर सकता है।
  • Financial Burden: आपको बकाया ऋण राशि के साथ ब्याज और किसी भी संबंधित दंड का भुगतान करना पड़ सकता है, जो कि वित्तीय रूप से भारी हो सकता है, खासकर जब ऋण राशि बड़ी हो।
  • Impact on Credit Score: ऋण का बोझ आपके Credit Score को प्रभावित कर सकता है, जिससे भविष्य में ऋण प्राप्त करने की आपकी क्षमता कम हो सकती है।
  • Legal Proceedings: अगर उधारकर्ता ऋण चुकाने में असफल रहता है, तो कर्जदाता गारंटर के खिलाफ Legal Proceedings शुरू कर सकता है। इससे तनाव, कानूनी खर्चे और यदि न्यायालय कर्जदाता के पक्ष में निर्णय करता है, तो संपत्ति की जब्ती का खतरा हो सकता है।

गारंटी से बाहर निकलने की प्रक्रिया

एक बार जब आप गारंटी पर हस्ताक्षर कर देते हैं, तो इससे बाहर निकलना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। यहां कुछ महत्वपूर्ण बिंदु दिए गए हैं:

  • Consent of the Lender: गारंटी से बाहर निकलने के लिए कर्जदाता की सहमति जरूरी होती है। जब तक कोई उपयुक्त नया गारंटर (Guarantor) प्रदान नहीं किया जाता या अन्य सुरक्षा उपाय (Security Arrangements) नहीं किए जाते, कर्जदाता आपको गारंटी से मुक्त करने के लिए सहमत नहीं हो सकता है।
  • Revocation of Continuing Guarantee: भारतीय अनुबंध अधिनियम 1872 की धारा 130 के अनुसार, भविष्य के लेन-देन (Future Transactions) के लिए गारंटर द्वारा लगातार गारंटी को रद्द किया जा सकता है। हालांकि, यह गारंटर को उन लेन-देन के लिए जिम्मेदारी से मुक्त नहीं करता है जो रद्दीकरण की सूचना से पहले किए गए थे।
  • Agreement Terms: गारंटी समझौते की शर्तें यह निर्दिष्ट करेंगी कि गारंटर कैसे और कब बाहर निकल सकता है। हस्ताक्षर करने से पहले इन शर्तों की समीक्षा करना आवश्यक है।

Loan Guarantor की मृत्यु पर जिम्मेदारी का हस्तांतरण

Loan Guarantor की मृत्यु के बाद कई संभावनाएं हो सकती हैं:

  • Estate Liability: मृतक गारंटर की जिम्मेदारी स्वचालित रूप से परिवार के सदस्यों पर नहीं जाती। हालांकि, गारंटर की संपत्ति (Assets) को गारंटी की सीमा तक जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। कर्जदाता मृतक गारंटर की संपत्ति से बकाया ऋण राशि वसूलने का दावा कर सकता है।
  • Succession: यदि गारंटर की संपत्ति जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है, तो परिवार के शेष सदस्य व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार नहीं होते, जब तक कि उन्होंने स्पष्ट रूप से गारंटी की जिम्मेदारी नहीं ली हो या वे सह-गारंटर नहीं हों।
  • Legal Framework: भारतीय अनुबंध अधिनियम 1872 की धारा 131 के अनुसार, गारंटर की मृत्यु की स्थिति में भविष्य के लेन-देन के लिए लगातार गारंटी रद्द हो जाती है, जब तक कि कोई अन्य समझौता न हो। हालांकि, गारंटर की मृत्यु से पहले के लेन-देन के लिए जिम्मेदारी उसकी संपत्ति पर लागू होती है।

Loan Guarantor बनने से पहले सावधानियां

  • Understand the Borrower’s Financial Situation: सुनिश्चित करें कि आप उधारकर्ता की वित्तीय स्थिति और उसकी ऋण चुकाने की क्षमता को अच्छी तरह समझते हैं।
  • Review the Agreement Thoroughly: गारंटी समझौते की शर्तों और नियमों को ध्यानपूर्वक पढ़ें और समझें। जरूरत पड़ने पर कानूनी सलाह लें।
  • Limit Your Liability: यदि संभव हो, तो अपनी जिम्मेदारी को एक विशिष्ट राशि या अवधि तक सीमित करने के लिए बातचीत करें।
  • Keep Records: गारंटी से संबंधित सभी संचार और दस्तावेजों का विस्तृत रिकॉर्ड रखें। यह किसी विवाद के मामले में उपयोगी हो सकता है।

Loan Guarantor के उपयोग में कमी

हाल के वर्षों में गारंटरों के उपयोग में कमी देखी गई है, क्योंकि ऋण सुरक्षा बीमा उत्पादों (Loan Protection Insurance Products) की ओर एक बदलाव हो रहा है। कर्जदाता और उधारकर्ता व्यक्तिगत गारंटरों पर निर्भरता को कम करने के लिए डिफॉल्ट की स्थिति में बकाया ऋण राशि को कवर करने वाले बीमा पॉलिसियों का चयन कर रहे हैं।

निष्कर्ष

Loan Guarantor बनना जोखिम और जिम्मेदारी से भरा हुआ होता है। आपको कानूनी परिणामों और संभावित वित्तीय बोझ को पूरी तरह समझना चाहिए। यदि उधारकर्ता ऋण नहीं चुकाता है, तो गारंटर को यह जिम्मेदारी लेनी पड़ती है। गारंटी से बाहर निकलना मुश्किल होता है और आमतौर पर इसके लिए कर्जदाता की सहमति की आवश्यकता होती है। गारंटर की मृत्यु के बाद जिम्मेदारी उसकी संपत्ति पर लागू होती है और परिवार के सदस्यों पर तब तक नहीं जाती, जब तक कोई अन्य समझौता न हो। गारंटी शर्तों की पूरी समीक्षा करना और उधारकर्ता की वित्तीय स्थिति को समझना जोखिम को कम करने के लिए महत्वपूर्ण कदम हैं।

NOTE: यह लेख केवल जानकारी प्रदान करता है और इसे पेशेवर सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

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