REITs (Real Estate Investment Trusts): भारत में Real Estate Investment Trusts (REITs) ने निवेश के लिए एक नया विकल्प प्रस्तुत किया है। REITs, जो कि Commercial Real Estate में निवेश का साधन हैं, ने पिछले कुछ वर्षों में भारत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। देश में वर्तमान में चार सूचीबद्ध REITs हैं, जिनका कुल Area Coverage लगभग 122 मिलियन वर्ग फीट है। इन REITs के Assets Under Management (AUM) का मूल्य लगभग 1,40,000 करोड़ रुपये है, और इनमें 2 लाख से अधिक Unit Holders शामिल हैं।
कैसे REITs ने भारत में Performance किया है?
- Dividend Distribution:
REITs ने अपनी लिस्टिंग के बाद से अब तक लगभग 18,000 करोड़ रुपये का Dividend वितरित किया है। वित्तीय वर्ष 2025 की पहली तिमाही में सभी सूचीबद्ध REITs ने लगभग 1,371 करोड़ रुपये का Dividend वितरित किया। - Market Capitalization:
जून 2024 तक REITs का कुल Market Capitalization 87,000 करोड़ रुपये से अधिक है। - Future Scope:
देश में Grade-A Commercial Properties के 275 मिलियन वर्ग फीट क्षेत्र को REITs में शामिल किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, Retail Properties, Data Centers, और Residential Properties में भी REITs के विस्तार की संभावना है।
REITs को क्यों माना जा रहा है सुरक्षित निवेश?
- Diversified Portfolio: REITs का Portfolio Diversified होता है, जिससे जोखिम कम हो जाता है।
- Low Transaction Costs: Real Estate में सीधे निवेश की तुलना में REITs में Transaction Cost बेहद कम होती है।
- Regular Income: REITs, Dividend के माध्यम से नियमित आय प्रदान करते हैं, जो निवेशकों को आकर्षित करता है।
- Ease of Investment: छोटी राशि से निवेश करना संभव है, जबकि Commercial Properties में सीधे निवेश के लिए बड़ी पूंजी की आवश्यकता होती है।
REITs की वृद्धि में Global Capability Centers (GCC) की भूमिका
GCCs ने REITs की ग्रोथ में बड़ा योगदान दिया है। वर्तमान में, भारत का Outsourcing Market Share 51% है, जो कि अन्य देशों से काफी अधिक है। GCCs, केवल Grade-A Properties में निवेश करती हैं, जिससे REITs की मांग और भविष्य की संभावनाएं और भी मजबूत हो जाती हैं।
REITs के सामने चुनौतियां
- Awareness की कमी: निवेशकों में REITs की समझ और इसकी कार्यप्रणाली को लेकर Awareness की कमी है।
- Classification Issues: कुछ REITs को Equity और Debt के रूप में स्पष्ट रूप से वर्गीकृत नहीं किया जा सका है, जिससे Passive Fund Flows प्रभावित होते हैं।
- Developers की भागीदारी: Developers की भागीदारी बढ़ाने और उन्हें REITs के लाभों के प्रति जागरूक करना आवश्यक है।
क्या कहता है भविष्य?
विशेषज्ञ मानते हैं कि भारत में REITs का भविष्य उज्ज्वल है। प्रत्येक वर्ष नए REITs की लिस्टिंग की संभावना है। Regulatory Framework और Institutional Support के कारण यह सेक्टर तेजी से बढ़ेगा।
निष्कर्ष
भारत में REITs ने Commercial Real Estate को नए आयाम दिए हैं। यह निवेशकों के लिए न केवल सुरक्षित बल्कि लाभदायक विकल्प भी साबित हो रहा है। जैसे-जैसे निवेशकों की जागरूकता बढ़ेगी, यह सेक्टर और मजबूत होगा। अगर आप Commercial Real Estate में निवेश के बारे में सोच रहे हैं, तो REITs एक समझदार विकल्प हो सकता है।
नोट: REITs की लोकप्रियता और इनकी कार्यप्रणाली को समझने के लिए मार्केट की जानकारी और विशेषज्ञों से सलाह लेना लाभदायक रहेगा।
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डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।
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