SEBI ने लॉन्च किया MITRA प्लेटफॉर्म: अब Inactive Mutual Fund Folios को ट्रेस करना हुआ आसान!

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने निवेशकों की सुविधा के लिए एक नया डिजिटल प्लेटफॉर्म MITRA (Mutual Fund Investment Tracing and Retrieval Assistant) लॉन्च किया है। यह प्लेटफॉर्म उन निवेशकों की मदद करेगा जो अपनी भूली-बिसरी या निष्क्रिय म्यूचुअल फंड फोलियो को ट्रेस करना चाहते हैं।

MITRA प्लेटफॉर्म क्यों ज़रूरी है?

समय के साथ, कई निवेशक अपने म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट को ट्रैक करने में असमर्थ हो जाते हैं, खासकर जब उनके कॉन्टैक्ट डिटेल्स अपडेट नहीं होते या किसी अन्य व्यक्ति ने उनके नाम पर निवेश किया हो। इस वजह से, कई निष्क्रिय फोलियो फ्रॉड या अनधिकृत रिडेम्प्शन के जोखिम में आ जाते हैं।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

SEBI का MITRA प्लेटफॉर्म निवेशकों को इन समस्याओं से बचाने के लिए बनाया गया है। यह निवेशकों को एक इंडस्ट्री-लेवल सर्चेबल डेटाबेस प्रदान करेगा, जिससे वे अपने या अपने कानूनी हक के फोलियो को खोज सकें और KYC अपडेट कर सकें।

Inactive Mutual Fund Folios की पहचान कैसे होगी?

SEBI ने एक क्राइटेरिया निर्धारित किया है, जिसके तहत यदि किसी म्यूचुअल फंड फोलियो में 10 वर्षों तक कोई इन्वेस्टर-इनिशिएटेड ट्रांजैक्शन (फाइनेंशियल या नॉन-फाइनेंशियल) नहीं हुआ है, तो उसे Inactive Folio माना जाएगा।

MITRA प्लेटफॉर्म के प्रमुख लाभ:

Inactive Mutual Fund Folios को ट्रेस करने में मदद

फ्रॉड रिडेम्प्शन से बचाव

KYC को अपडेट करने में सहायता

Unclaimed Mutual Fund Folios को कम करना

Investors Awareness को बढ़ाना

SEBI का नया नियम: UHPC की ज़िम्मेदारी बढ़ी

SEBI ने Unit Holder Protection Committee (UHPC) के दायरे को भी बढ़ा दिया है। अब यह कमेटी न केवल Unclaimed Dividends और Redemptions पर नज़र रखेगी, बल्कि निष्क्रिय फोलियो को भी मॉनिटर करेगी और ऐसे मामलों को कम करने के लिए ज़रूरी कदम उठाएगी।

SEBI का निर्देश: Awareness बढ़ाने पर ज़ोर

SEBI ने सभी संबंधित स्टेकहोल्डर्स, जैसे कि AMCs (Asset Management Companies), RTAs (Registrar and Transfer Agents), RIAs (Registered Investment Advisors), AMFI (Association of Mutual Funds in India) और Mutual Fund Distributors को निर्देश दिया है कि वे निवेशकों के बीच इस पहल के प्रति जागरूकता बढ़ाएँ।

अब निवेशकों को अपने पुराने और भूले-बिसरे म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट की चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। SEBI का MITRA प्लेटफॉर्म आपकी इन्वेस्टमेंट को ट्रैक करने और KYC को अपडेट करने में आपकी मदद करेगा।

Read Also: Vijay Kedia का यह ऑटो एंसिलियरी स्टॉक 9% क्रैश, कंपनी को हुआ ₹6.36 करोड़ का नुकसान! निवेशकों के लिए खतरे की घंटी?

Read Also: FII ने खरीदे 16.62 लाख शेयर! इस Defence कंपनी ने Troop Comforts Ltd और Munitions India Ltd के साथ किया बड़ा करार

Read Also: 700% से ज्यादा उछला मुनाफा! 100 रुपये से कम का यह EV Stock बना मल्टीबैगर, निवेशकों को दिए 21,000% तक के रिटर्न!

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

1. MITRA प्लेटफॉर्म का उपयोग कैसे किया जा सकता है?
MITRA प्लेटफॉर्म का उपयोग निवेशक अपने निष्क्रिय म्यूचुअल फंड फोलियो को खोजने और KYC अपडेट करने के लिए कर सकते हैं। यह एक सर्चेबल डेटाबेस के रूप में काम करेगा।

2. कोई फोलियो Inactive कैसे हो सकता है?
यदि किसी म्यूचुअल फंड फोलियो में 10 वर्षों तक कोई निवेशक-प्रेरित ट्रांजैक्शन (Financial या Non-Financial) नहीं होता, तो उसे निष्क्रिय (Inactive) घोषित किया जा सकता है।

3. क्या MITRA प्लेटफॉर्म से सभी प्रकार के म्यूचुअल फंड फोलियो ट्रेस किए जा सकते हैं?
हाँ, यह प्लेटफॉर्म इंडस्ट्री-लेवल पर काम करेगा और विभिन्न AMCs द्वारा मैनेज किए गए निष्क्रिय या Unclaimed Folios को ट्रेस करने में मदद करेगा।

डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।

Leave a Comment