Sensex की ऐतिहासिक उड़ान: 2025 में 1,05,000 का स्तर छू सकता है भारतीय शेयर बाजार

Sensex के भविष्य को लेकर Morgan Stanley की भविष्यवाणी ने निवेशकों के बीच उत्साह बढ़ा दिया है। यह वैश्विक ब्रोकरेज फर्म भारतीय बाजार पर बुलिश (Bullish) रुख अपनाए हुए है और कहती है कि बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 2025 तक 1,05,000 के ऐतिहासिक स्तर को छू सकता है।

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इस आर्टिकल में हम मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट का विस्तृत विश्लेषण करेंगे और समझेंगे कि कैसे भारतीय शेयर बाजार 2025 में नए शिखर पर पहुंच सकता है।

1. Morgan Stanley का Sensex पर बुलिश रुख

Morgan Stanley ने अपनी हालिया स्ट्रैटेजी रिपोर्ट में स्पष्ट किया है कि भारतीय शेयर बाजार 2025 में दुनिया के सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले इमर्जिंग मार्केट्स में से एक हो सकता है।

  • बेस केस: दिसंबर 2025 तक Sensex के 93,000 तक पहुंचने का अनुमान। यह मौजूदा स्तर से करीब 14% की बढ़त होगी।
  • बुल केस: Sensex 1,05,000 का आंकड़ा पार कर सकता है, जिसमें लगभग 30% की संभावना है।
  • बियर केस: Sensex गिरकर 70,000 तक आ सकता है, यदि बाहरी या आंतरिक परिस्थितियां प्रतिकूल हो जाएं।

क्या दर्शाता है यह प्रोजेक्शन?

Morgan Stanley के रिसर्च हेड रिधम देसाई ने कहा, “बेस केस में 93,000 का टारगेट 23x के ट्रेलिंग P/E मल्टीपल पर आधारित है। यह भारत की आर्थिक क्षमता, स्थिर नीतियों और मजबूत मैक्रोइकोनॉमिक स्थिति को दर्शाता है।”

2. 2025: स्टॉक सलेक्शन का साल

ब्रोकरेज का मानना है कि 2025 का साल व्यापक थीम पर निवेश करने के बजाय स्टॉक सलेक्शन पर केंद्रित होगा।

  • लार्ज-कैप के बजाय स्मॉल और मिड-कैप स्टॉक्स (SMID): इनकी ओर निवेशकों का झुकाव बढ़ सकता है।
  • साइक्लिकल सेक्टर पर जोर: डिफेंसिव सेक्टर की जगह इंडस्ट्रियल, टेक्नोलॉजी, फाइनेंशियल्स और कंज्यूमर डिस्क्रीशनरी जैसे साइक्लिकल सेक्टरों पर ध्यान देना लाभकारी होगा।

किन सेक्टरों पर है मॉर्गन स्टेनली का फोकस?

  1. फाइनेंशियल सेक्टर: मजबूत विकास दर और मुनाफे की संभावना।
  2. इंडस्ट्रियल: भारत में बढ़ती बुनियादी ढांचा परियोजनाएं।
  3. टेक्नोलॉजी: डिजिटल इंडिया और AI-आधारित सेवाओं की बढ़ती मांग।
  4. कंज्यूमर डिस्क्रीशनरी: मध्यम वर्ग की बढ़ती आय और खर्च क्षमता।

3. बाजार की हालिया गिरावट: क्या निवेशकों को घबराने की जरूरत है?

अक्टूबर और नवंबर 2023 में Sensex और निफ्टी में करीब 6% की गिरावट देखी गई। इसका मुख्य कारण था विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) द्वारा 1 लाख करोड़ से अधिक की बिकवाली।

मॉर्गन स्टेनली का आश्वासन

इस गिरावट के बावजूद, Morgan Stanley का मानना है कि भारतीय बाजार में निवेश का भरोसा बना रहेगा। उन्होंने कहा, “भारत अभी भी अन्य उभरते बाजारों को पछाड़ने की क्षमता रखता है।”

  • घरेलू निवेशकों की भूमिका: भारत के रिटेल और म्यूचुअल फंड निवेशक लगातार बाजार में पूंजी प्रवाहित कर रहे हैं।
  • मजबूत अर्थव्यवस्था: जीडीपी ग्रोथ, कम मुद्रास्फीति और फिस्कल स्थिरता ने निवेशकों का भरोसा मजबूत किया है।

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4. Sensex का 1,05,000 तक पहुंचने का रास्ता

आर्थिक ग्रोथ और कमाई में वृद्धि

Morgan Stanley का कहना है कि भारत की मजबूत आर्थिक बुनियाद और कंपनियों की बढ़ती कमाई सेंसेक्स को ऊंचाई तक ले जा सकती है।

  • मध्यम अवधि में GDP ग्रोथ: 6-7% के औसत दर से भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है।
  • कॉर्पोरेट अर्निंग्स: वित्तीय वर्ष 2025 तक कंपनियों की कमाई में 15% तक की वृद्धि हो सकती है।

स्थिर सरकारी नीतियां

  • मेक इन इंडिया और PLI स्कीम: ये नीतियां मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ावा दे रही हैं।
  • डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर: डिजिटल भुगतान और डेटा कनेक्टिविटी से जुड़े सुधार।
  • विदेशी निवेश में वृद्धि: भारत, विदेशी निवेशकों के लिए पसंदीदा बाजार बना हुआ है।

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5. ग्लोबल जोखिम और उनके प्रभाव

Morgan Stanley ने अपनी रिपोर्ट में संभावित जोखिमों की भी चर्चा की है।

मुख्य चुनौतियां

  1. ग्लोबल ग्रोथ से जुड़ी चिंताएं: अमेरिका और यूरोपीय बाजारों की मंदी का असर।
  2. IPO गतिविधियों में तेजी: निवेशकों के लिए विकल्प बढ़ने से सेकेंडरी बाजारों में नकदी प्रवाह कम हो सकता है।
  3. कमजोर शॉर्ट-टर्म ग्रोथ: वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण अस्थाई मंदी।

कैसे संभलेगा बाजार?

  • घरेलू निवेशकों का समर्थन: रिटेल और म्यूचुअल फंड्स के जरिए जारी निवेश।
  • पॉलिसी सपोर्ट: सरकार की विकासोन्मुख नीतियां।

निष्कर्ष: भारतीय बाजार की संभावनाएं प्रबल

Morgan Stanley की भविष्यवाणी ने भारतीय बाजार में उत्साह का संचार किया है। Sensex का 1,05,000 तक पहुंचना न केवल एक ऐतिहासिक घटना होगी बल्कि भारत की आर्थिक शक्ति और निवेशकों के भरोसे को भी दर्शाएगा।

निवेशकों के लिए यह सही समय है कि वे रणनीतिक रूप से अपने पोर्टफोलियो का पुनर्मूल्यांकन करें और संभावित विजेता सेक्टरों पर ध्यान केंद्रित करें। वर्ष 2025 भारतीय शेयर बाजार के लिए नया मील का पत्थर साबित हो सकता है।

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डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।

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