Solar Energy Stock: सोलर एनर्जी में निवेश सिर्फ पर्यावरण के लिए नहीं, बल्कि लंबे समय में वित्तीय रूप से भी फायदेमंद हो सकता है। भारत, जो सालभर पर्याप्त धूप पाने वाला देश है, सोलर एनर्जी का उपयोग कर अपनी बढ़ती ऊर्जा मांगों को पूरा करने की बेहतरीन स्थिति में है। देश की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और बढ़ते बिजली उपयोग ने सोलर एनर्जी को फोकस में ला दिया है। भारत ने 2030 तक 500 गीगावॉट (GW) नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करने का लक्ष्य रखा है, जिसमें सोलर एनर्जी प्रमुख भूमिका निभाएगी।
यहां हम सबसे तेजी से बढ़ने वाले 5 Solar Energy Stock पर चर्चा करेंगे, जो आपके पोर्टफोलियो के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकते हैं।
1. वारी रिन्यूएबल्स टेक्नोलॉजीज (Waaree Renewables Technologies)
वारी रिन्यूएबल्स टेक्नोलॉजीज भारत की सबसे बड़ी वर्टिकली इंटीग्रेटेड सोलर मॉड्यूल निर्माता कंपनी है और इसे वैश्विक स्तर पर टियर-1 सोलर मॉड्यूल निर्माता के रूप में मान्यता प्राप्त है।
- उत्पादन क्षमता:
गुजरात में स्थित इसकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स की कुल क्षमता 12 GW है। FY25 तक कंपनी इसे 5.4 GW और बढ़ाने की योजना बना रही है। - सेवाएं:
कंपनी सोलर EPC (Engineering, Procurement, and Construction) से लेकर ऑफ-ग्रिड इनवर्टर, सोलर पंप, और ऑपरेशन व मेंटेनेंस (O&M) सेवाएं प्रदान करती है। - ग्राहक आधार:
कंपनी ने 10,000+ सोलर प्रोजेक्ट पूरे किए हैं और इसके ग्राहक आधार में अदानी, रिलायंस, लार्सन एंड टुब्रो जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं।
वित्तीय प्रदर्शन:
- FY24 में कंपनी का राजस्व 8,764 करोड़ रुपये तक पहुंचा, जो 150% की सालाना वृद्धि को दर्शाता है।
- Q2 FY25 में, कंपनी ने अब तक का सबसे अधिक तिमाही राजस्व 5.2 बिलियन रुपये दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 3.5 गुना बढ़ा।
- ऑर्डर बुक: कंपनी के पास 1.7 GW के प्रोजेक्ट्स का बैकलॉग है, जिसका मूल्य लगभग 25-27 बिलियन रुपये है।
2. जेंसोल इंजीनियरिंग (Gensol Engineering)
जेंसोल इंजीनियरिंग सोलर EPC और ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल) लीजिंग के क्षेत्र में काम करती है।
- सोलर बिजनेस:
Q1 FY25 में कंपनी के राजस्व का 83% सोलर EPC से आया। इसमें सोलर ट्रैकर टेक्नोलॉजी और बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) शामिल हैं। - ईवी लीज बिजनेस:
कंपनी ने 6,000+ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स लीज किए हैं और FY24 में 30 गुना राजस्व वृद्धि दर्ज की। - ग्रीन हाइड्रोजन:
कंपनी भारत के पहले बायो-हाइड्रोजन प्रोजेक्ट पर काम कर रही है, जो 25 टन बायो-वेस्ट से रोजाना 1 टन हाइड्रोजन का उत्पादन करेगा।
वित्तीय प्रदर्शन:
- FY24 में कंपनी का राजस्व 9,631 मिलियन रुपये रहा, जो 142% की वार्षिक वृद्धि को दर्शाता है।
- Q1 FY25 में, जेंसोल ने 50.3 बिलियन रुपये की ऑर्डर बुक दर्ज की, जिसमें 93% हिस्सा सोलर EPC और 7% ईवी लीजिंग का था।
3. KPI ग्रीन एनर्जी (KPI Green Energy)
KPI ग्रीन एनर्जी सोलर और हाइब्रिड पावर प्रोजेक्ट्स में माहिर है।
- IPP (Independent Power Producer):
यह मॉडल कंपनी के कुल राजस्व का 12% है। इसमें कंपनी ग्रिड से जुड़ी सोलर पावर परियोजनाएं बनाती और संचालित करती है। - CPP (Captive Power Producer):
यह मॉडल कंपनी के राजस्व का 88% है। इसमें कंपनी ग्रिड से जुड़ी भूमि, पावर इवैक्यूएशन इंफ्रास्ट्रक्चर और सोलर पावर प्रोजेक्ट्स बेचती है। - औद्योगिक भूखंड बिक्री:
कंपनी प्लॉट बेचने और उन्हें 25 साल की लीज पर वापस लेने का काम करती है।
वित्तीय प्रदर्शन:
- H1 FY25 में KPI ने 7.1 बिलियन रुपये का राजस्व दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 75% बढ़ा।
- कंपनी 2030 तक 10 GW की स्थापित क्षमता हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
4. वारी एनर्जीज़ (Waaree Energies)
वरी एनर्जीज़ सोलर पीवी मॉड्यूल्स के निर्माण में भारत की सबसे बड़ी कंपनी है।
- उत्पादन क्षमता:
FY24 में कंपनी की स्थापित क्षमता 13.3 GW थी, जिसे 2027 तक 20.9 GW तक बढ़ाने की योजना है। - ग्राहक आधार:
कंपनी की 57% राजस्व हिस्सेदारी अमेरिकी निर्यात से आती है। - स्वदेशी निर्माण:
कंपनी सोलर सेल्स के आयात पर निर्भरता कम करने के लिए घरेलू निर्माण क्षमताओं पर जोर दे रही है।
वित्तीय प्रदर्शन:
- FY24 में कंपनी का राजस्व 113.9 बिलियन रुपये था, जो सालाना आधार पर 69% बढ़ा।
- H1 FY25 में कंपनी ने 20 GW का ऑर्डर बैकलॉग दर्ज किया।
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5. सोलक्स एनर्जी (Solex Energy)
सोलक्स एनर्जी सोलर पीवी सेल्स, मॉड्यूल्स और होम लाइटिंग सिस्टम्स का निर्माण करती है।
- मौजूदा क्षमता:
कंपनी की वर्तमान उत्पादन क्षमता 700 MW है। - भविष्य की योजनाएं:
कंपनी FY26 तक अपनी सोलर मॉड्यूल क्षमता 4-4.5 GW तक बढ़ाने की योजना बना रही है। - ग्राहक आधार:
इसके ग्राहक अमूल, ONGC, और बैंक ऑफ बड़ौदा जैसी कंपनियां हैं।
वित्तीय प्रदर्शन:
- H1 FY25 में, सोलक्स ने 2.7 बिलियन रुपये का राजस्व दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 192% बढ़ा।
- कंपनी का लक्ष्य 2030 तक 15 GW मॉड्यूल और 5 GW सोलर सेल्स उत्पादन का है।
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निष्कर्ष: क्यों रखें इन स्टॉक्स पर नजर?
भारत सरकार सोलर पावर इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए बड़े निवेश कर रही है। उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना के तहत 39,600 MW सोलर पीवी मॉड्यूल निर्माण इकाइयों के लिए 19.5 बिलियन रुपये आवंटित किए गए हैं। सोलर मॉड्यूल और सेल निर्माण में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देकर, भारत आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। इन सोलर कंपनियों ने अपने वित्तीय प्रदर्शन, मजबूत ऑर्डर बुक, और विस्तार योजनाओं से खुद को तेजी से बढ़ते बाजार में स्थापित किया है।
2025 में इन Solar Energy Stocks को अपने वॉचलिस्ट में शामिल करना आपके निवेश के लिए सही कदम हो सकता है।
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डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।

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