अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध (Trade War) अब एक नए और आक्रामक मोड़ पर पहुंच गया है। अमेरिका ने चीन से आयात किए जाने वाले कई सामानों पर 245% तक का Import Tariff लगा दिया है, जिससे चीन की Export Economy को बड़ा झटका लगा है। व्हाइट हाउस ने मंगलवार को इस कड़े कदम की जानकारी दी।
Trump के Executive Order से बढ़ा दबाव
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नया Executive Order जारी किया है, जिसके तहत अमेरिका अब यह जांच करेगा कि क्या चीन से आने वाले महत्वपूर्ण Minerals (खनिज) अमेरिका की National Security के लिए खतरा बन सकते हैं। यह जांच 1962 के Trade Expansion Act के तहत शुरू की गई है।
यही कानून पहले भी तब लागू किया गया था, जब ट्रंप प्रशासन ने स्टील, एल्यूमिनियम, कॉपर और लकड़ी के आयात पर कड़े कदम उठाए थे।
245% तक के Import Tariffs का असर किन-किन वस्तुओं पर?
चीन को सबसे बड़ा झटका उस वक्त लगा जब अमेरिका ने 12 अप्रैल को भारी आयात शुल्क की घोषणा की। नए टैरिफ के तहत:
- Syringes और Needles पर 245% तक का टैरिफ
- Lithium Batteries पर 175% तक
- Squid (सी फूड) पर 170% तक
- Wool Sweaters पर 169% तक का टैक्स लगाया गया
यह आयात शुल्क अमेरिका के हेल्थकेयर, ऑटोमोबाइल और टेक्नोलॉजी सेक्टर को चीन पर निर्भरता से हटाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
चीन ने उठाया जवाबी कदम, लगाए Export Restrictions
ट्रंप सरकार के टैरिफ के जवाब में, चीन ने 4 अप्रैल को सात महत्वपूर्ण Minerals और Magnets के Export पर प्रतिबंध लगा दिया था। ये खनिज रक्षा, ऊर्जा और ऑटोमोबाइल सेक्टर्स के लिए बेहद जरूरी माने जाते हैं। इसका असर अमेरिका की सप्लाई चेन पर भी पड़ सकता है।
व्हाइट हाउस का साफ संदेश: अब गेंद चीन के पाले में
व्हाइट हाउस की Press Secretary Karoline Leavitt ने स्पष्ट किया कि अब बॉल चीन के कोर्ट में है। उन्होंने कहा, “यदि चीन को व्यापार वार्ता फिर से शुरू करनी है, तो उसे कदम उठाना होगा। अमेरिका झुकने वाला नहीं है।”
चीन की तीखी प्रतिक्रिया: दबाव की नीति बंद करो
चीन के Foreign Ministry Spokesperson Lin Jian ने अमेरिका की इस नीति को “अत्यधिक दबाव की रणनीति” बताया। उन्होंने कहा कि, “दोनों देशों के बीच बातचीत के लिए पारस्परिक सम्मान जरूरी है।”
चीन के Defence Ministry ने भी अमेरिका के बढ़ते सैन्य खर्च पर निशाना साधा और उसे “War Mentality” करार दिया।
क्या अब और भड़केगा US-China Trade War?
चीन और अमेरिका के बीच Trade War और अधिक उग्र होता जा रहा है। अमेरिका जहां Chinese Products पर Tariffs बढ़ाकर 145% तक ले गया है, वहीं जवाब में चीन ने भी American Products पर 125% तक के टैरिफ लागू कर दिए हैं।
हालांकि, अमेरिका ने 75 देशों के साथ Free Trade Agreements के तहत 90 दिन के लिए नए टैरिफ से छूट दी है। इससे यह संकेत मिलता है कि अमेरिका फिलहाल वैश्विक व्यापार संबंधों में संतुलन बनाने की कोशिश में है।
ट्रंप का साफ संदेश: “अब अमेरिका का शोषण नहीं चलेगा”
9 अप्रैल को ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा,
“किसी न किसी समय, चीन को यह समझना होगा कि अब अमेरिका और अन्य देशों का शोषण नहीं चलेगा।”
निष्कर्ष:
अमेरिका का यह कदम न सिर्फ चीन की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा, बल्कि पूरी दुनिया में Supply Chain Dynamics को भी हिला सकता है। अब देखना होगा कि चीन इस झटके का क्या जवाब देता है और क्या दोनों देशों के बीच बातचीत की कोई नई राह निकलती है या Trade War और भड़कता है।
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