वारी एनर्जी का IPO निवेशकों के बीच जबरदस्त चर्चा में है और इसके शानदार ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) ने सभी का ध्यान खींचा है। कंपनी का शेयर 28 अक्टूबर को शेयर बाजार में लिस्ट होगा, और अगर मौजूदा GMP का ट्रेंड बरकरार रहा, तो Waaree Energies के शेयरों की कीमत लगभग 3,003 रुपये तक पहुंच सकती है। इस आर्टिकल में जानिए इस IPO से जुड़ी सारी अहम जानकारियां, GMP की स्थिति, विशेषज्ञों की राय, और क्या लिस्टिंग के बाद इस स्टॉक को लॉन्ग टर्म के लिए होल्ड करना सही रहेगा।
Waaree Energies IPO: क्यों बना चर्चा का केंद्र?
1. हाई ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) का ट्रेंड
Waaree Energies के IPO को निवेशकों का जोरदार रिस्पॉन्स मिला है और इसकी ग्रे मार्केट में चर्चा बढ़ती जा रही है। IPO इश्यू प्राइस के मुकाबले 1500 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है, जिससे यह 99.8% का GMP दिखा रहा है। इसका मतलब है कि इश्यू प्राइस और GMP को जोड़कर शेयरों की अनुमानित लिस्टिंग कीमत लगभग 3,003 रुपये हो सकती है। जिन निवेशकों को शेयर अलॉट हुए हैं, वे अपने निवेश को लगभग दोगुना कर सकते हैं।
2. सब्सक्रिप्शन में जबरदस्त वृद्धि
Waaree Energies का IPO 79.44 गुना सब्सक्राइब हुआ, जो कि इसकी मजबूत मांग का संकेत है। इसमें क्यूआईबी (QIB) निवेशकों ने प्रमुख भूमिका निभाई, जिन्होंने इसे 215 गुना तक सब्सक्राइब किया। खुदरा निवेशकों ने भी इस IPO को 65 गुना सब्सक्राइब किया, जो कि रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में बढ़ते विश्वास को दिखाता है।
3. मजबूत लिस्टिंग की संभावनाएं
विशेषज्ञों का मानना है कि Waaree Energies के शेयर की लिस्टिंग करीब 3,063 रुपये के आसपास हो सकती है। स्वस्तिक इन्वेस्टमार्ट की वेल्थ प्रमुख शिवानी न्याति के अनुसार, अगर वर्तमान GMP के संकेत कायम रहते हैं तो निवेशकों को इश्यू प्राइस से लगभग 1560 रुपये का फायदा मिल सकता है।
Waaree Energies IPO की प्रमुख बातें
- इश्यू प्राइस: 1,503 रुपये प्रति शेयर
- प्राइस बैंड: 1,500-1,503 रुपये
- ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP): 1500 रुपये प्रति शेयर
- अनुमानित लिस्टिंग प्राइस: 3,003 रुपये
- सब्सक्रिप्शन स्टेटस: 79.44 गुना
- QIB सब्सक्रिप्शन: 215 गुना
- रिटेल सब्सक्रिप्शन: 65 गुना
Waaree Energies के IPO में निवेश क्यों हो रहा है आकर्षक?
1. सोलर इंडस्ट्री में भारत की सबसे बड़ी कंपनी
1989 में स्थापित Waaree Energies भारत की सबसे बड़ी सोलर मॉड्यूल निर्माता है, जिसकी कुल उत्पादन क्षमता 12 GW है। यह कंपनी सोलर मॉड्यूल्स, इनवर्टर, बैटरी और सोलर रूफटॉप सहित कई प्रोडक्ट्स के लिए वन-स्टॉप सोलर सॉल्यूशन प्रदान करती है। कंपनी ने इंडो सोलर का अधिग्रहण करके अपनी सेल मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी को 5.4 GW तक बढ़ा लिया है, जिससे यह वर्टिकली इंटीग्रेटेड सोलर कंपनी के रूप में उभर रही है।
2. भारत और विदेशों में मजबूत उपस्थिति
Waaree Energies के पास भारत में चार मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं और 388+ राष्ट्रीय एवं 68 अंतरराष्ट्रीय स्थानों पर इसकी उपस्थिति है। यह कंपनी सोलर एनर्जी के तेजी से बढ़ते मार्केट में अपनी मजबूत पकड़ बनाए हुए है और अपने इनोवेटिव सोलर प्रोडक्ट्स के लिए जानी जाती है।
3. रिन्यूएबल एनर्जी में ग्रोथ के अवसर
रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है, खासकर सोलर एनर्जी का रोल इसमें काफी अहम है। Waaree Energies जैसी कंपनियां इस क्षेत्र में अपने अनुभव और प्रोडक्ट्स की उच्च गुणवत्ता के कारण निवेशकों का ध्यान आकर्षित कर रही हैं।
लॉन्ग टर्म या शॉर्ट टर्म? निवेशकों के लिए क्या है सही?
विशेषज्ञों की राय के अनुसार, जिन निवेशकों को IPO अलॉट हुआ है, वे लॉन्ग टर्म के लिए इस स्टॉक को होल्ड कर सकते हैं। वारी एनर्जी के प्रोडक्ट्स और रिन्यूएबल एनर्जी में इसके योगदान को देखते हुए इसकी ग्रोथ की संभावनाएं काफी अच्छी हैं।
1. लॉन्ग टर्म में ग्रोथ के अवसर
शिवानी न्याति का मानना है कि Waaree Energies का शेयर लॉन्ग टर्म के लिए बेहतर रिटर्न दे सकता है। भारत में सोलर एनर्जी की मांग बढ़ रही है, और इस सेक्टर में कंपनी की मौजूदा स्थिति इसे लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए आकर्षक बनाती है।
2. शॉर्ट टर्म में मुनाफा बुकिंग
हालांकि, कुछ शॉर्ट टर्म निवेशक IPO की लिस्टिंग पर शुरुआती लाभ लेकर मुनाफावसूली कर सकते हैं। मेहता इक्विटीज के सीनियर वीपी प्रशांत तापसे ने भी सलाह दी कि लिस्टिंग के बाद यदि कीमत में तेजी आती है, तो शॉर्ट टर्म निवेशक मुनाफा बुक कर सकते हैं।
Waaree Energies के लिए संभावित जोखिम
1. मार्केट में उतार-चढ़ाव का असर
शेयर बाजार में हाल की बिकवाली की स्थिति का प्रभाव Waaree Energies के शेयर पर भी पड़ सकता है। हालांकि QIB और रिटेल इन्वेस्टर्स से मिले समर्थन से इसके स्टॉक की शुरुआती परफॉर्मेंस पर ज्यादा असर पड़ने की संभावना कम है।
2. सोलर सेक्टर के नियामकीय बदलाव
सोलर सेक्टर में किसी भी प्रकार के नियामकीय बदलावों का असर कंपनी पर पड़ सकता है। रिन्यूएबल एनर्जी में तकनीकी बदलाव और सरकार की नीतियों के कारण यहां कॉम्पिटीशन बढ़ सकता है।
वारी एनर्जी के भविष्य की योजनाएं
Waaree Energies ने इंडो सोलर का अधिग्रहण कर अपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को बढ़ाने की योजना बनाई है। इसके अलावा कंपनी का लक्ष्य भारत और विदेशों में अपने कारोबार का विस्तार करना है। कंपनी 12 GW क्षमता के साथ भारत की सबसे बड़ी सोलर मॉड्यूल निर्माता है, जो इसे इस क्षेत्र में उभरते बड़े नामों में शामिल करती है।
निष्कर्ष: क्या Waaree Energies IPO में निवेश फायदेमंद रहेगा?
Waaree Energies का IPO ग्रे मार्केट में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है, और निवेशकों की ओर से इसे मिले शानदार रिस्पॉन्स को देखते हुए इसकी लिस्टिंग मजबूत हो सकती है। रिन्यूएबल एनर्जी के बढ़ते बाजार में Waaree Energies की मजबूत स्थिति और सोलर प्रोडक्ट्स के लिए बढ़ती मांग इसे लॉन्ग टर्म में एक अच्छा निवेश बना सकती है। शॉर्ट टर्म निवेशक, लिस्टिंग के दिन संभावित लाभ को भुनाने के लिए मुनाफावसूली कर सकते हैं।
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डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है, Money Nest के पाठकों को इसे किसी भी तरह से इन्वेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए।
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