सोमवार को शेयर बाजार में Zomato और JSW Steel के शेयर सुर्खियों में रहे। जहां Zomato ने Sensex में शामिल होकर इतिहास रचा, वहीं JSW Steel के शेयर Sensex से बाहर होने के बाद भी मजबूती दिखा रहे थे। यह बदलाव भारतीय व्यापार परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है, जहां डिजिटल सेक्टर का बढ़ता दबदबा साफ नजर आ रहा है।
Zomato: Sensex में शामिल होने वाला पहला टेक स्टॉक
Zomato ने सोमवार को BSE के बेंचमार्क इंडेक्स Sensex में शामिल होकर इतिहास रच दिया। यह नया युग भारतीय बाजार में डिजिटल सेक्टर की बढ़ती भूमिका को दर्शाता है। मार्केट बंद होने के समय Zomato का शेयर BSE पर ₹273.90 के भाव पर बंद हुआ जो प्रीवियस क्लोज ₹281.85 से 2.82% गिरावट दर्शाता है। इंट्रा डे में स्टॉक ने ₹282.90 का हाई और ₹272.00 का लो बनाया।
Zomato के Sensex में शामिल होने का मतलब है कि अब इसे और अधिक संस्थागत निवेशकों का समर्थन मिलेगा। Nuvama के अनुमान के अनुसार, Sensex में शामिल होने से Zomato के शेयरों में $513 मिलियन (लगभग ₹4,260 करोड़) का प्रवाह होगा। यह प्रवाह 15.1 करोड़ शेयरों की खरीदारी के रूप में होगा, जो Zomato के औसत वॉल्यूम का 2.6 गुना है।
साल 2024 में अब तक Zomato के शेयरों में लगभग 125% की बढ़ोतरी हुई है। यह बढ़ोतरी Zomato की मजबूत फंडामेंटल्स और डिजिटल सेक्टर के बढ़ते आकर्षण को दर्शाती है।
JSW Steel: Sensex से बाहर लेकिन प्रदर्शन शानदार
Sensex से बाहर होने के बावजूद JSW Steel के शेयरों में सोमवार को 1.99% की बढ़ोतरी देखी गई। यह शेयर BSE पर ₹936.70 पर बंद हुआ, जो शुक्रवार के ₹918.45 के मुकाबले बढ़त दिखा रहा था। इंट्रा डे में स्टॉक ने ₹950.80 का हाई और ₹921.45 का लो बनाया, JSW Steel का कुल मार्केट कैपिटल ₹2.29 लाख करोड़ के करीब पहुंच गया।
स्टील सेक्टर को मिली राहत
JSW Steel के शानदार प्रदर्शन के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण Directorate General of Trade Remedies (DGTR) की जांच है। DGTR ने गैर-मिश्र धातु और मिश्र धातु स्टील फ्लैट प्रोडक्ट्स के आयात से संबंधित सेफगार्ड प्रावधानों की जांच शुरू की है। यह कदम भारतीय स्टील उद्योग को विदेशी आयात से बचाने की दिशा में उठाया गया है।
विश्लेषकों का मानना है कि Tata Steel और JSW Steel जैसे दिग्गज इस कदम से बड़े लाभार्थी हो सकते हैं। आयात की अचानक वृद्धि से घरेलू उद्योग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है, और इस नई नीति से घरेलू कंपनियों को फायदा होगा।
Sensex में बदलाव का संस्थागत निवेशकों पर प्रभाव
Sensex में बदलाव के कारण JSW Steel के शेयरों में लगभग $252 मिलियन (₹2,093 करोड़) की बिकवाली हो सकती है क्योंकि संस्थागत निवेशक अपने पोर्टफोलियो को दोबारा बैलेंस करेंगे। दूसरी ओर, Zomato को $513 मिलियन (₹4,260 करोड़) का निवेश मिलने की संभावना है।
डिजिटल सेक्टर बनाम पारंपरिक उद्योग
Sensex में Zomato का शामिल होना और JSW Steel का बाहर होना भारतीय बाजार में एक बड़ा बदलाव दर्शाता है। यह बदलाव दिखाता है कि निवेशक अब डिजिटल सेक्टर को पारंपरिक उद्योगों के मुकाबले ज्यादा प्राथमिकता दे रहे हैं।
निष्कर्ष
Zomato और JSW Steel के प्रदर्शन ने Sensex में बदलाव के बाद बाजार की बदलती प्राथमिकताओं को उजागर किया है। जहां Zomato का डिजिटल सेक्टर में बढ़ता प्रभुत्व इसे नए निवेशकों का पसंदीदा बना रहा है, वहीं JSW Steel जैसे पारंपरिक उद्योग अभी भी अपनी मजबूती और रणनीतिक लाभ के चलते निवेशकों का भरोसा बनाए हुए हैं।
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