Best ETF For 2025: पिछले कुछ सालों में Exchange Traded Funds (ETFs) ने भारतीय निवेशकों के बीच बेहद लोकप्रियता हासिल की है। Mutual Funds और ETFs के बीच के अंतर को समझना, और 2025 में किन ETFs में निवेश करना सबसे बेहतर होगा, यह जानना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इस आर्टिकल में हम इन सभी बातों को विस्तार से समझेंगे।
ETFs और Mutual Funds में अंतर:
Trading और Accessibility:
- ETFs स्टॉक मार्केट में लिस्टेड होते हैं और इन्हें स्टॉक की तरह खरीदा और बेचा जा सकता है। इसके लिए आपको Demat और Trading Account की आवश्यकता होती है।
- Mutual Funds को आप किसी भी Mutual Fund Distributor, AMC की वेबसाइट या अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से खरीद सकते हैं।
Pricing Difference:
- Mutual Funds का प्राइस हमेशा Net Asset Value (NAV) पर आधारित होता है।
- ETFs का प्राइस डिमांड और सप्लाई पर निर्भर करता है। इसीलिए, ETF खरीदने से पहले उसकी Indicative Net Asset Value (I-NAV) चेक करना बेहद जरूरी है।
Liquidity और Volatility:
- ETFs की कीमत डायनामिक होती है और दिनभर बदलती रहती है।
- Mutual Funds में ये स्थिरता रहती है और इन्हें केवल एक निर्धारित समय पर खरीदा या बेचा जा सकता है।
ETFs खरीदते समय ध्यान रखने वाली बातें:
- I-NAV की जांच करें: इट और रियल-टाइम मार्केट प्राइस में अंतर हो सकता है। उदाहरण के तौर पर, अगर ETF का I-NAV 100 रुपये है और आप इसे 120 रुपये में खरीदते हैं, तो आपके रिटर्न्स पर असर पड़ेगा।
- Liquidity और AUM:
- हमेशा ऐसे ETFs चुनें जिनका Asset Under Management (AUM) और Market Volume अच्छा हो। यह निवेश के दौरान सहीलानी सुनिश्चित करता है।
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2025 के लिए बेस्ट ETFs:
ICICI Prudential S&P BSE Sensex 30 ETF:
- यह ETF उन निवेशकों के लिए है जो सेफ्टी (Safety) को प्राथमिकता देते हैं।
- इसमें Sensex के टॉप 30 स्टॉक्स शामिल हैं, जिससे Portfolio Diversification का फायदा मिलता है।
- कम Expense Ratio और कम Tracking Error इसे और बेहतर बनाते हैं।
Nippon India Nifty Next 50 Junior Bees ETF:
- यह ETF उन निवेशकों के लिए है जो थोड़ी ज्यादा रिस्क लेने के लिए तैयार हैं।
- Nifty 50 के बाहर के 50 स्टॉक्स में निवेश का अवसर मिलता है।
- यह स्टॉक्स अच्छे तरीके से Diversified हैं और किसी भी एक स्टॉक का वेटेज 5% से ज्यादा नहीं है।
ICICI Prudential Gold ETF:
- यह Gold में निवेश का सबसे अच्छा विकल्प है, खासकर Sovereign Gold Bonds (SGBs) के नए इश्यूज की अनुपलब्धता के समय।
- Gold का Equity Market से कम Correlation होता है, जिससे यह Market Downturns के दौरान Stability प्रदान करता है।
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निवेश के लिए महत्वपूर्ण सुझाव:
- Portfolio Diversification:
- Sensex 30 ETF से Stable Returns, Nifty Next 50 से Growth Opportunities, और Gold ETF से Stability का सही मिश्रण बनाएं।
- फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें:
- अपनी Risk Profile और Goals के अनुसार ही निवेश करें। Blindly किसी भी ETF में निवेश करना नुकसानदेह हो सकता है।
2025 में सही ETF चुनकर आप न केवल अपने पोर्टफोलियो को Diversify कर सकते हैं, बल्कि बेहतर रिटर्न्स की संभावना भी बढ़ा सकते हैं। अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी हो, तो इसे दूसरों के साथ साझा करें और निवेश की दुनिया में अपने कदम मजबूती से रखें।
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डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।
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