लघु बचत योजनाएं, बचत खाता, एक साल की एफ़डी, आरडी, वरिष्ठ नागरिक जमा, एएमआइएस, एनएससी, पीपीएफ, किसान विकास पत्र, सुकन्या समृद्धि योजना, पाँच साल की एफ़डी, तीन साल की एफ़डी, तीन साल की एफ़डी
लघु बचत योजनाएं सरकार द्वारा समर्थित होने के कारण तथा अन्य रेगुलर बचत योजनाओं की अपेक्षा उच्च ब्याज दरों के कारण आम जनों को अपनी ओर काफी आकर्षित करती हैं। सरकार द्वारा हर तिमाही में इन लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों को रिवाइज्ड किया जाता रहता है, इस प्रकार वर्ष में कुल चार बार यह प्रक्रिया दोहराई जाती है, जिसमें सरकार द्वारा कुछ लघु बचत योजनाओं के ब्याज दरों में इजाफा किया जा सकता है, कुछ के ब्याज दरों में कटौती भी की जा सकती है और कुछ लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरें अपरिवर्तित भी रह सकती हैं।
लघु बचत योजनाएं क्या बढ़ा एक नज़र में (जुलाई 2023 से सितंबर 2023 की तिमाही के लिए)
योजना का नाम | पहले (ब्याज दर) | नवीन (ब्याज दर) | बढ़ी/घटी |
बचत खाता | 4% | 4% | अपरिवर्तित |
एक साल की एफ़डी | 6.8% | 6.9% | बढ़ी |
दो साल की एफ़डी | 6.9% | 7.0% | बढ़ी |
तीन साल की एफ़डी | 7.0% | 7.0% | अपरिवर्तित |
पाँच साल की एफ़डी | 7.5% | 7.5% | अपरिवर्तित |
आरडी | 6.2% | 6.5% | बढ़ी |
वरिष्ठ नागरिक जमा | 8.2% | 8.2% | अपरिवर्तित |
एएमआइएस | 7.4% | 7.4% | अपरिवर्तित |
एनएससी | 7.7% | 7.7% | अपरिवर्तित |
पीपीएफ | 7.1% | 7.1% | अपरिवर्तित |
किसान विकास पत्र | 7.5% | 7.5% | अपरिवर्तित |
सुकन्या समृद्धि योजना | 8.0% | 8.0% | अपरिवर्तित |
सरकार ने लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरें बढ़ाने का निर्णय कब लिया?
वित्त मंत्रालय द्वारा 30 जून 2023 दिन शुक्रवार को चल रहे वित्त वर्ष की नई तिमाही जो की 1 जुलाई 2023 से प्रारंभ होकर 30 सितंबर 2023 को समाप्त होगी, के लिए लघु बचत योजनाओं की नई ब्याज दरों की घोषणा की है, कुल 12 लघु बचत योजनाओं में से मात्र तीन की ही ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी हुई है जबकि शेष लघु बचत योजनाओं में पिछली तिमाही की ब्याज दरों को ही बरकरार रखा गया है। बैंकों द्वारा लगातार ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी के कारण यह कदम उठाना सरकार के लिए अपरिहार्य हो गया था।
पीपीएफ पर ब्याज बढ़ने का इंतज़ार और बढ़ा
सरकार द्वारा लंबे समय से पीपीएफ की ब्याज दरों में किसी प्रकार की कोई बढ़ोत्तरी नही की गई है, इसीलिए इस बार उम्मीद की जा रही थी की पीपीएफ की ब्याज दरें बढ़ सकती है लेकिन अभी इंतजार की समय सीमा और बढ़ गई है। सरकार द्वारा अप्रैल 2020 से पीपीएफ की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। करोना काल से पहले पीपीएफ पर ब्याज दर 7.9% था जिसे सरकार ने अप्रैल-सितंबर तिमाही 2020 में 7.1% कर दिया था तभी से पीपीएफ की ब्याज दरें यथावत बनी हुई हैं।
केंद्र सरकार द्वारा समय-समय पर महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए विभिन्न योजनाएं लाई जाती हैं इस क्रम में वित्त वर्ष 2023-24 के आम बजट में महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना 2023 की घोषणा की गई थी जिस पर 7.5% वार्षिक ब्याज की दर से भुगतान होगा, इस योजना की ब्याज दर प्रत्येक तिमाही रिवाइज नहीं होगी।
दोस्तों, उम्मीद करता हूं की यह आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित होगा, कृपया इसे अपने मित्रों, के साथ अवश्य शेयर करें। आर्टिकल पूरा पढ़ने और अपना कीमती समय देने के लिए धन्यवाद!
FAQ
Q: नई तिमाही जो की 1 जुलाई 2023 से प्रारम्भ हुई, सरकार ने किन-किन लघु बचत योजनाओं पर ब्याज में इजाफा किया है?
Ans: एक साल की एफ़डी, दो साल की एफ़डी और आरडी पर
Q: वर्तमान में किस लघु बचत योजना पर सर्वाधिक ब्याज मिलता है?
Ans:: वरिष्ठ नागरिक जमा (8.2% 1 जुलाई 2023 से प्रारम्भ तिमाही के लिए)
Q: 1 जुलाई 2023 से प्रारम्भ हुई नई तिमाही के लिए आरडी पर कितना ब्याज मिलेगा?
Ans: 6.5% वार्षिक
OPEN ACCOUNT WITH ZERODHA | CLICK HERE |
OPEN ACCOUNT WITH UPSTOX | CLICK HERE |
OPEN ACCOUNT WITH GROWW | CLICK HERE |
यह भी पढ़ें:
- महिला सम्मान बचत योजना (MSSCY)
- Upstox में ऐड फंड्स ऑप्शन डिसेबल होगा
- IPO लिस्टिंग की अवधि घट कर मात्र इतने दिनों की रह गई
- एवरेज़ मंथली बैलेन्स की गणना कैसे की जाती है?
- आइडीएफसी फर्स्ट बैंक में कितना मंथली इंटरेस्ट मिलता है?
नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम वरुण सिंह है। मैं एक डिजिटल कंटेंट क्रिएटर हूं। मुझे ब्लॉग लिखना और वीडियो बनाना बेहद पसंद हैं। मेरा उद्देश्य है की पाठकों को फाइनेंस जगत से जुड़ी जानकारियों को हिंदी में सरल, शुद्ध और जल्दी उपलब्ध करवाना है।