अमेरिका-चीन टैरिफ संकट के बीच Jefferies भारत पर क्यों हो गया है Bullish? जानिए टॉप सेक्टर्स और स्टॉक्स

Jefferies ने वैश्विक अनिश्चितता के बीच भारत पर अपना भरोसा जताया है और उसे “Overweight” रेटिंग दी है। भले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ फैसलों ने कई बाजारों में हलचल मचा दी हो, लेकिन Jefferies को लगता है कि भारत इन परिस्थितियों में स्थिरता के साथ उभरता हुआ नजर आ रहा है।

इन कारणों से Jefferies भारत को मानता है शानदार निवेश का गंतव्य

ग्लोबल ब्रोकरेज हाउस Jefferies का मानना है कि मौजूदा वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच भारत एक मजबूत और टिकाऊ इकॉनमी के रूप में उभर रहा है। खासकर अमेरिकी टैरिफ को लेकर बढ़ती चिंता के बावजूद, भारत की स्थिति तुलनात्मक रूप से कहीं ज्यादा स्थिर और आश्वस्त करने वाली नजर आती है।

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कम असर डालेगा अमेरिकी टैरिफ का झटका

Jefferies के मुताबिक, भारत की अमेरिका और चीन पर निर्भरता अपेक्षाकृत कम है। भले ही अमेरिका भारत का सबसे बड़ा एक्सपोर्ट डेस्टिनेशन है, लेकिन इसका भारत की GDP में योगदान महज 2.3% के आसपास है। यही वजह है कि अगर अमेरिका टैरिफ बढ़ाता भी है, तो भारत पर इसका असर सीमित रहेगा।

साथ ही, भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते की दिशा में भी बातचीत जारी है, जो एक्सपोर्ट-ओरिएंटेड कंपनियों के लिए बड़ा पॉजिटिव साबित हो सकता है।

रेपो रेट कट और महंगाई पर नियंत्रण बना भारत की ताकत

Jefferies का मानना है कि भारत को घरेलू मोर्चे पर भी कई मैक्रोइकॉनॉमिक फैक्टर्स का सपोर्ट मिल रहा है। हाल ही में RBI ने रेपो रेट में 0.25% की कटौती करते हुए इसे 6% कर दिया है। यह कदम इकोनॉमिक ग्रोथ को बूस्ट देने के इरादे से उठाया गया है।

इसके अलावा, महंगाई के नियंत्रण में रहने की उम्मीद और लिक्विडिटी बढ़ाने की RBI की नीति से भी मार्केट को मजबूती मिलने की संभावना है।

क्रूड ऑयल में गिरावट बनी बड़ी राहत

एक और बड़ा पॉजिटिव फैक्टर है कच्चे तेल की कीमतों में तेज गिरावट। अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत 20% गिरकर $60 प्रति बैरल तक पहुंच गई है, जो भारत जैसी ऑयल-इम्पोर्टिंग इकॉनमी के लिए फायदेमंद है।

भारत वित्त वर्ष 2024 में लगभग 88% कच्चा तेल आयात करता रहा है। ऐसे में कच्चे तेल के भाव घटने से चालू खाता घाटा (CAD) कम होगा और सरकार के पास विकासात्मक खर्चों के लिए ज्यादा संसाधन उपलब्ध होंगे।

विदेशी निवेशकों की वापसी का भरोसा

Jefferies का मानना है कि भारत की मजबूत इकोनॉमिक पोजिशनिंग और स्थिर ग्रोथ आउटलुक विदेशी निवेशकों को एक बार फिर आकर्षित कर सकता है। आने वाले समय में FII flows में तेज़ी देखी जा सकती है, जिससे शेयर बाजार को एक नई ऊंचाई मिल सकती है।

जेफरीज की टॉप पिक्स: इन सेक्टर्स और शेयरों पर है भरोसा

ग्लोबल ब्रोकरेज हाउस Jefferies ने भारतीय इक्विटी मार्केट में लेंडर्स, पावर और टेलीकॉम सेक्टर को लेकर सबसे अधिक बुलिश रुख दिखाया है। इसके अलावा, कंपनी बैंकिंग, ऑटोमोबाइल्स और रियल एस्टेट सेक्टर को लेकर भी सकारात्मक नजरिया रखती है।

टॉप स्टॉक्स की बात करें तो जेफरीज ने जिन शेयरों पर भरोसा जताया है, उनमें शामिल हैं:

  • Macrotech Developers
  • Coal India
  • HDFC Bank
  • Axis Bank
  • JSW Energy
  • Cholamandalam Investment & Finance
  • Eicher Motors
  • TVS Motor
  • Bharti Airtel

इसके अलावा, हाल ही में NTPC और BPCL को भी जेफरीज ने अपनी पसंदीदा स्टॉक्स की सूची में शामिल किया है।

निष्कर्ष

जब पूरी दुनिया टैरिफ टेंशन और पॉलिटिकल रिस्क से गुजर रही है, तब Jefferies जैसे ग्लोबल ब्रोकरेज का भारत पर विश्वास दिखाना इस बात का संकेत है कि यहां की इकोनॉमी में लंबे समय के लिए स्थिरता और ग्रोथ की संभावनाएं हैं। निवेशकों के लिए यह समय है सही सेक्टर्स और स्टॉक्स को पहचानने का।

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डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।

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