Sensex 80,000 के पार: Invest करने के लिए सस्ता या महंगा!

बुधवार 03 जुलाई 2024 का दिन निवेशकों के लिए एक ऐतिहासिक दिन था क्योंकि इस देनी SENSEX ने 80,000 का आंकड़ा छुआ। सेंसेक्स ने 70,000 से 80,000 की यात्रा मात्र 139 दिनों यानी लगभग 4.5 महीनों में छू लिया।

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Sensex ने बनाया नया High

जब भी Sensex अपने नए High पर पहुंचता है निवेशकों के दिमाग में पहला ये प्रश्न ये आता है कि क्या मार्केट महंगा हो गया है? खासकर जब मार्केट लगातार नया High बना रहा हो।

Sensex महंगा है या सस्ता इसको देखने के लिए विशेषज्ञ अलग-अलग मानक प्रयोग करते हैं। मैंने इस लेख में PE रेश्यो की चर्चा की है और यह दिखाने कि कोशिश की है कि मार्केट इस समय कितना महंगा या सस्ता है!

Nifty Energy Index

सर्वप्रथम निम्नलिखित आंकड़ों पर नजर डालिए:

दिनांकSENSEX का LEVELTralling P/E
21-01-202150,18434.4
13-08-202155,48830.1
24-09-202160,33331.3
03-07-202365,30024.2
11-12-202370,05824.8
09-04-202475,12625.4
03-07-202480,07424.3
इस तालिका से स्पष्ट है कि हमारे Sensex की ये तेजी केवल Fund Flow के दम पर नही आई है। Sensex के EPS में भी बढ़ोतरी हुई है अर्थात सेंसेक्स की कंपनी की EARNING में भी ग्रोथ आई है अन्यथा की स्थिति में 80,000 के लेवल पर अपको P/E बढ़ता हुआ दिखता।

ऊपर की तालिका से स्पष्ट है कि 50,000 से 80,000 की यात्रा में Sensex, P/E RATIO के हिसाब से महंगा नहीं है।

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ऊपर मैंने एक INDEX यानी Sensex की चर्चा की है अब बात करते हैं कि इस INDEX की कंपनियों की, मैने नीचे की तालिका में उन कंपनी की चर्चा की है जो अपने HISTORICAL VALUATION के हिसाब से महंगी प्रतीत होती है।

कंपनी का नामCurrent P/E5 Year Average P/E
RIL30.227.5
HDFC BANK4.73.5
ICICI BANK4.02.8
SBI1.91.4
ITC26.122.2
Larsen38.124.9
HCL25.620.8
AXIS BANK3.12.1
SUN PHARMA38.128.7
NTPC17.49.7
Note: उपरोक्त तालिका में बैंकों के संदर्भ में P/E RATIO की जगह P/B RATIO लिखा गया है

अतः ये स्पष्ट है कि उपरोक्त 10 कंपनियां अपने औसत वैल्यूएशन से कुछ महंगी है।

उपरोक्त सभी आंकड़े इकोनॉमिक टाइम्स पेपर से लिए गए है।

इस आर्टिकल का सार यह है की Sensex एक इंडेक्स के तौर पर महंगा नहीं है और न तो इसे सस्ता ही कहा जा सकता है, जबकि इन इंडेक्स में शामिल कंपनियां अपने एवरेज मूल्यांकन से महंगी प्रतीत होती हैं।

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