HDFC Bank Q2 Result: HDFC Bank, जो कि भारत के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक के रूप में जाना जाता है, ने 2024 की दूसरी तिमाही (Q2) में शानदार वित्तीय प्रदर्शन का खुलासा किया। HDFC Bank का स्टैंडअलोन प्रॉफिट ₹16,821 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 5.3% की वृद्धि दर्शाता है। यह आंकड़ा न केवल बैंक की स्थिरता को दर्शाता है, बल्कि स्ट्रीट के अनुमानों को भी पार करता है, जो निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
HDFC Bank Q2 Result: प्रमुख वित्तीय आँकड़े:
नेट इंटरेस्ट इनकम (NII):
- Q2 FY25 में HDFC Bank की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) 10% की वृद्धि के साथ ₹30,113 करोड़ पर पहुँच गई। यह वृद्धि बैंक की ऋण वितरण और ग्राहकों के बढ़ते आधार का नतीजा है।
कोर नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM):
- कुल संपत्तियों पर NIM 3.46% और ब्याज उत्पन्न करने वाली संपत्तियों पर 3.65% रहा। यह बैंक की आय प्रबंधन क्षमता को दर्शाता है।
जमा वृद्धि (Deposits Growth):
- बैंक के कुल जमा में 15.1% की वृद्धि हुई, जो कि ₹25,00,100 करोड़ तक पहुँच गया। यह बैंक के प्रति ग्राहकों के बढ़ते विश्वास का संकेत है।
सकल अग्रिम (Gross Advances):
- 7% की वृद्धि के साथ सकल अग्रिम ₹25,19,000 करोड़ पर पहुँच गया, जो बैंक की व्यवसायिक गतिविधियों में वृद्धि का संकेत है।
NPA में हल्का इजाफा
सितंबर 2024 के अंत तक, एचडीएफसी बैंक का सकल एनपीए (Gross NPA) 1.36% पर पहुँच गया, जो कि Q1 FY25 में 1.33% और Q2 FY24 में 1.34% था। नेट एनपीए 0.41% रहा, जो कि बैंक की ऋण गुणवत्ता को दर्शाता है।
अन्य आय (Other Income):
बैंक की अन्य आय (Non-interest Revenue) में भी वृद्धि देखने को मिली, जो ₹11,480 करोड़ रही, जबकि पिछले वर्ष की समान तिमाही में यह ₹10,710 करोड़ थी। यह वृद्धि विविध आय स्रोतों की महत्वपूर्णता को दर्शाती है।
ऑपरेटिंग खर्च (Operating Expenses) और क्रेडिट लागत:
बैंक का ऑपरेटिंग खर्च 9.7% बढ़कर ₹16,890 करोड़ हो गया। इस तिमाही में बैंक का क्रेडिट लागत अनुपात 0.43% रहा, जो कि पिछले वर्ष की तिमाही के 0.49% से कम है। यह बैंक की ऋण प्रबंधन क्षमता को मजबूत करता है।
बैलेंस शीट और जमाओं का आँकड़ा:
बैंक की कुल बैलेंस शीट का आकार ₹36,88,100 करोड़ तक पहुँच गया, जिसमें कुल जमा ₹25,00,100 करोड़ हो गया। कैसा (CASA) जमा में 8.1% की वृद्धि हुई, जिसमें बचत खाता जमा ₹6,08,100 करोड़ और चालू खाता जमा ₹2,75,400 करोड़ शामिल हैं।
HDFC Bank: ऋण वृद्धि और अन्य आँकड़े:
- खुदरा ऋण (Retail Loans): 11.3% की बढ़त, जो उपभोक्ता खपत में वृद्धि का संकेत है।
- कॉमर्शियल और ग्रामीण बैंकिंग ऋण: 17.4% की बढ़त, जो ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को दर्शाता है।
- कॉर्पोरेट और होलसेल ऋण: 12% की कमी, जो सावधानी के संकेत हो सकते हैं।
- अंतरराष्ट्रीय ऋण: कुल अग्रिमों का 1.7%, जो बैंक की वैश्विक उपस्थिति को दर्शाता है।
पूँजी पर्याप्तता अनुपात (Capital Adequacy Ratio):
सितंबर 2024 के अंत तक, बैंक का कुल पूंजी पर्याप्तता अनुपात (CAR) 19.8% रहा, जो कि Basel III दिशानिर्देशों के अनुसार है। यह न्यूनतम 11.7% की आवश्यक सीमा से अधिक है, जो बैंक की वित्तीय स्थिरता का संकेत है।
HDFC Bank Share का प्रदर्शन:
एचडीएफसी बैंक के शेयर शुक्रवार को 0.47% बढ़कर ₹1,681.15 पर बंद हुए, जो बाजार में सकारात्मक धारणा को दर्शाता है।
निष्कर्ष
HDFC Bank के Q2 नतीजे उम्मीद से बेहतर रहे, जिसमें मुनाफा, आय और अग्रिमों में अच्छी वृद्धि देखने को मिली। बैंक के मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और विविध आय स्रोतों ने इसे निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बना दिया है। बैंक की स्थिरता और भविष्य की संभावनाएं इसे भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी बनाते हैं।
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डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।
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