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Insurance Policy Demat Account में आएगी, जाने कब से होगा?

Insurance Policy Demat Account: इंश्योरेंस पॉलिसी के डिमैट में आने के फायदे, सभी पॉलिसी एक प्लेटफार्म पर, डिमैट खाता क्या है, डिमैट खाते की सुरक्षा, इंश्योरेंस पॉलिसी को डिमैट फॉर्मेट करना कब से अनिवार्य होगा, डिमैट अकाउंट ओपन करें।

दोस्तों हम सभी ने अक्सर कोई न कोई इंश्योरेंस लिया होता है फिर भले ही वो लाइफ इंश्योरेंस हो, हेल्थ इंश्योरेंस हो, गाड़ियों का इंश्योरेंस हो आदि आदि। अभी तक अपने देश में इंश्योरेंस को एक पेपर डॉक्यूमेंट के रूप में रखने का प्रचलन रहा है लेकिन आने वाले कुछ महीनों में रह सिस्टम समाप्त हो सकता है।

खबरों के अनुसार आने वाले समय में जो भी नई पॉलिसी आएगी वो डिमैट फॉर्मेट में होगी यानी आपकी पॉलिसी स्टॉक्स और म्यूचुअल फंड्स की तरह डिमैट अकाउंट में आएगी। ज्ञात हो की 1 नवंबर 2022 से इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए e-Kyc अनिवार्य हो चुका है।

इंश्योरेंस पॉलिसी होल्डर्स को 1 वर्ष के अंदर अपनी सभी पुरानी बीमा पॉलिसी को डिमैट फॉर्मेट में करवाना होगा। इंश्योरेंस रेगुलेटरी इरिडा यानी इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इसकी मंजूरी प्रदान कर दी है।

Insurance Policy का Demat फॉर्मेट किस प्रकार के इंश्योरेंस के लिए लागू होगा?

इरिडा में अपनी गाइड में कहा है की हेल्थ इंश्योरेंस, व्हीकल इंश्योरेंस के साथ जीवन बीमा को भी नई व्यस्था के अंतर्गत लाया गया है। यानी ये सभी इंश्योरेंस डिमैट फॉर्मेट में रखे जायेंगे। वर्तमान समय में अनुमानत: 50 करोड़ से ज्यादा इंश्योरेंस पॉलिसी मौजूद हैं जिन्हें डिमैट फॉर्मेट में बदलने की जरूरत होगी। (डिमैट अकाउंट ओपन करने का लिंक आर्टिकल के अंत में दिया हुआ है।)

Insurance Policy Demat Account में आने के फायदे

Insurance Policy Demat Account में आने के फायदे निम्नलिखित हैं:

  • इंश्योरेंस पॉलिसी अगर डिमैट अकाउंट में होगी तो उसे पेपर डॉक्यूमेंट के रूप में रखने से छुटकारा मिल सकेगा जिससे पॉलिसी के फटने और खोने का भय भी नहीं रहेगा।
  • इंश्योरेंस पॉलिसी के डिमैट अकाउंट में होने से पॉलिसी के नवीनीकरण के समय पेपर वर्क की जरूरत नहीं होगी।
  • डिमैट अकाउंट में इंश्योरेंस पॉलिसी होने से लेनदेन की कॉस्ट को कम किया जा सकेगा और आवश्यक संशोधन यथाशीघ्र किया जा सकेगा।
  • Insurance Policy Demat Account में होने से सारा विवरण डिजिटल रूप में उपलब्ध होगा जिससे ग्राहक कहीं भी अपनी पॉलिसी का संपूर्ण विवरण देख पाएंगे।
  • Insurance Policy Demat Account में होने से पर्यावरण की सुरक्षा में योगदान भी संभव हो सकेगा क्योंकि इस प्रक्रिया से काफी कागज की बचत होगी।

इंश्योरेंस संबंधी सभी सुविधा एक प्लेटफार्म पर होगी

इरडा द्वारा एक महत्वपूर्ण फैसले में इंश्योरेंस पॉलिसी की बिक्री, पॉलिसी संबंधी सेवा और इंश्योरेंस संबंधी क्लेम के लिए एक नया प्लेटफार्म स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है, यह सुविधा भी जल्दी उपलब्ध होगी। इरडा का यह कदम इंश्योरेंस के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।

अभी के समय में स्टॉक्स, म्यूचुअल फंड आदि डिमैट अकाउंट में क्रेडिट होते हैं अब इसका विस्तार इंश्योरेंस पॉलिसी तक हो जायेगा। ऑनलाइन या डिजिटल लेन-देन धीरे-धीरे बढ़ता जायेगा जिसके साथ ही हैकिंग के खतरे भी बढ़ेंगे। इससे बचने के लिए कस्टमर्स को अपनी अवेयरनेस बढ़ानी होगी।

डिमैट अकाउंट क्या है?

जब कोई इन्वेस्टर किसी स्टॉक को खरीदता है तो यह स्टॉक इलेक्ट्रॉनिक रूप से जिस अकाउंट में रखे जाते हैं उसे डिमैट अकाउंट कहते हैं। अपने देश में डिमैट अकाउंट दो डिपाॅजिटरीज के साथ ओपन किए जाते हैं। जो निम्लिखित हैं:

  • एनएसडीएल (NSDL)
  • सीडीएसएल (CDSL)

आपका स्टॉक ब्रोकर चाहे डिस्काउंट ब्रोकर हो, बैंक ब्रोकर हो या फुल टाइम सर्विस ब्रोकर हो सभी उपर्युक्त दोनों डिपाॅजिटरीज में से किसी एक के साथ आपका डिमैट अकाउंट ओपन करते हैं। जैसे की

ZerodhaCDSL के साथ
UpstoxCDSL के साथ
ICICI DirectNSDL के साथ
SBI SecuritiesNSDL के साथ
Angel OneCDSL के साथ
HDFC SKYCDSL के साथ
Paytm MoneyCDSL के साथ

डिमैट अकाउंट सेफ रखने के कुछ टिप्स

  • डिमैट अकाउंट से जुड़े प्रत्येक अपडेट को प्राप्त करने के लिए SMS की सुविधा अवश्य लेनी चाहिए।
  • समय-समय पर अपने डिमैट अकाउंट के डिटेल्स चेक करते रहना चाहिए।
  • नियमित अंतराल पर पासवर्ड बदलते रहें।
  • अपना पासवर्ड किसी के साथ शेयर न करें।
  • भरोसेमंद ब्रोकर के साथ ही अपना डिमैट अकाउंट ओपन करवाएं।

निष्कर्ष

अगर आपने अभी तक अपना डिमैट अकाउंट नहीं ओपन किया है और आप विभिन्न पॉलिसी के होल्डर्स हैं तो बिना देर किए अपना डिमैट अकाउंट आज ही ओपन करवाएं जिससे आने वाले समय में आपको किसी तरह की कोई समस्या का सामना न करना पड़े।

उम्मीद करता हूं की यह आर्टिकल आपके लिए हेल्पफुल साबित होगा, कृपया इसे अपने मित्रों, के साथ अवश्य शेयर करें। आर्टिकल पूरा पढ़ने और अपना कीमती समय देने के लिए धन्यवाद!

डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी विभिन्न ऑनलाइन न्यूज प्लेटफार्मों तथा न्यूज पेपर से संकलित की गई हैं।

FAQ

Q. इरडा (IRDAI) का फुल फॉर्म क्या है?

Ans. इरडा (IRDAI) का फुल फॉर्म “रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया” है।

Q. Insurance Policy Demat Account में कब से आने की संभावना है?

Ans. Insurance Policy Demat Account में कब आयेगी अभी इसके लिए कोई फिक्स डेट निर्धारित नहीं की गई है।

Q. इंश्योरेंस पॉलिसी हेतु e-Kyc कब से अनिवार्य हो चुकी है?

Ans. इंश्योरेंस पॉलिसी हेतु e-Kyc 01 नवंबर 2022 से अनिवार्य हो चुकी है।

अपने पसंद के ब्रोकर के साथ डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करें

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